जब किसी चीज की परीक्षा होने वाली होती है, तो कई छात्रों को एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। यह समस्या यह है, कि कम समय में अधिक से अधिक सिलेबस की तैयारी कैसे करें। यह समस्या मुख्य तौर पर उन छात्रों के लिए होती है जिन्होंने साल भर से अपने कोर्स की कुछ भी पढ़ाई नहीं की होती है। आज हम इस लेख में इन छात्रों के लिए ऐसा उपाय बताएंगे कि यह अब कम से कम समय में एग्जाम की तैयारी बड़ी आसानी से कर सकते हैं।
कई बच्चे अक्सर इंटरनेट पर इस तरह के सवाल ढूंढते रहते हैं, कि एक महीने और कम समय में एग्जाम की तैयारी कैसे करें? हमारे द्वारा बताए गए यह खास टिप्स आपके हर समय काम आएंगे। आपकी परीक्षा में एक हफ्ता बचा हो या एक महीना बचा हो यह टिप्स आपके लिए बहुत काम आने वाले हैं। चलिए तो जानते हैं कि आखिर वह कौन से टिप्स हैं जिनका हम उपयोग करके कम से कम समय में एग्जाम में अच्छा स्कोर कर सकते हैं-
पुराने पेपर और सिलेबस देखें
अगर आप जल्दी किसी पेपर की तैयारी कम समय में करना चाहते हैं, तो इसके लिए सर्वप्रथम आपको पुराने पेपर्स और सिलेबस को देखकर रिसर्च करनी होगी। सबसे पहले आपको जानना होगा कि आपको कितने चैप्टर कंप्लीट करना है। सभी आवश्यक टॉपिक पर अधिक फोकस करना है। पुराने पेपर्स को भी देखकर हमें उसमें से सभी जरूरी क्वेश्चन को कलेक्ट कर लेना चाहिए।
केवल उन्हीं प्रश्नों को पढ़ना चाहिए जो अधिक महत्वपूर्ण है। अगर आपके पास 1 महीने का टाइम है, तो आप एक-दो दिन केवल महत्वपूर्ण टॉपिक के एनालिसिस करने में लगाएं और कम समय है जैसे एक हफ्ता तो आपको मात्र एक दिन सभी महत्वपूर्ण टॉपिक का एनालिसिस करना होगा।
टाइम टेबल सेट
आपको एग्जाम के समय अनुसार पढ़ाई का टाइम टेबल सेट करना चाहिए। इस टाइम टेबल में तय होना चाहिए कि कितना समय हमें किन-किनटॉपिक को देना है। आप की कोशिश सदैव यही रहनी चाहिए कि महत्वपूर्ण टॉपिक को अधिक से अधिक टाइम दें। टाइम टेबल के माध्यम से पढ़ाई को बहुत ही तेज़ तरीके से की जा सकती है। हमारे द्वारा बनाए गए टाइमटेबल को फॉलो नियमित रूप से करना चाहिए ताकि हमारा बिल्कुल भी पढ़ाई का नुकसान ना हो।
कठिन चैप्टर्स को पहले करें
सबसे पहले हमें जितने भी कठिन चैप्टर है उनको जल्द से जल्द निपटना चाहिए। कठिन चैप्टर के निपट जाने से हमारा कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ जाता है। कुछ लोग होते हैं, जो पहले सरल टॉपिक को करने लगते हैं। इससे कठिन चैप्टर बाद में करने में अधिक समय लगने के कारण आत्मविश्वास गिर जाता है। इससे हम पेपर में कम समय में अच्छा परफॉर्मेंस नहीं कर सकते हैं। सरल टॉपिक को करने के मुकाबले में कठिन टॉपिक को करने में अधिक समय लगता है।
पढ़ाई के बीच ब्रेक लेना
पढ़ाई करते समय एक निश्चित समय के बाद ही ब्रेक लेना चाहिए लेकिन यह ब्रेक हमें अधिक लंबा नहीं लेना चाहिए। एक उदाहरण के लिए मान लेते हैं, कि अगर आप दो घंटे पढ़ाई करते हैं तो आपको इसमें केवल मात्र 10 मिनट का ही ब्रेक लेना है। 10 मिनट से 15 मिनट से ज्यादा ब्रेक नहीं लेना चाहिए।