Sunday, November 10, 2024
hi Hindi

बच्चे के साथ बनाएँ हेल्दी रिलेशन

by Nayla Hashmi
602 views

आज के इस बदलते दौर में हमारी जनरेशन ना सिर्फ़ विकास के पथ पर अग्रसर है बल्कि वह काफ़ी हद तक स्ट्रेस के उस मार्ग पर भी है जो ना सिर्फ़ उसको परेशान करता है बल्कि कभी कभी तो उसे सीरियस इंजरीज भी दे देता है। अगर हम ये कहें कि हम आजकल बच्चों में साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम आमतौर पर देख सकते हैं तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।

9 Critical Child Behavioral Problems and Their Remedies

बच्चों का साइकोलॉजिकल डेवलपमेंट अच्छे से हो इसके लिए पेरेंट्स को काफ़ी ज़्यादा सावधानी बरतनी होती है। यक़ीन मानिए बचपन में की गई परवरिश में किसी भी तरह की कोताही आगे चलकर बच्चे को मेंटली रिटायर्ड कर सकती है। बच्चों के साथ माता पिता और घर वालों के संबंध हेल्दी होने चाहिए फिर चाहे वे दोस्ती के रूप में हो या फिर किसी और रूप में! अब बात आती है कि आख़िर बच्चों के साथ हेल्दी रिलेशन किस तरह बनाए जाएं तो शायद नीचे दिए गए पॉइंट्स आपकी मदद कर सकते हैं। बस ज़रा एक नज़र उन पर डाल लीजिए। 

1. कम्यूनिकेशन करें मज़बूत

communcation tips for parents

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा हेल्दी बीईंग कहलाए और आपसे अपनी हर बात शेयर करे तो ये बहुत ज़रूरी है कि आप उसके साथ अपना कम्युनिकेशन अच्छा रखें।

कम्युनिकेशन एक ऐसा ज़रिया है जो कि आपके बच्चे को ये एहसास दिलाता है कि आप उसके लिए कितने सजग हैं। अगर आप अपने बच्चे से ढंग से कम्युनिकेट नहीं करते हैं तो ये आपके बच्चे को इंट्रोवर्ट या यूं कहें अपने खोल में बंद रहने वाला बना सकता है।

2. भूल कर भी कंपेयर न करें

5 Ways to Encourage Communication with a Non Verbal Child Diagnosed with Autism

अगर आप अपने बच्चे को किसी अन्य बच्चे से कंपेयर करते हैं और कहते हैं कि वो उसके जैसा क्यों नहीं बन रहा है तो हम आपको बता दें कि आपको अपनी ये आदत फ़ौरन ख़त्म करनी होगी। ये आपके बच्चे को आपकी तरफ़ से निगेटिव कर सकता है। इतना निगेटिव कि बच्चा आगे चलकर कई बड़े साइकोलॉजिकल डिसॉर्डर से सफ़र कर सकता है।

3. ओवर पेरेंटिंग से बचें

76543gh

ओवर पेंटिंग का मतलब है कि बच्चे को हर चीज़ एक लिमिट में दें फिर चाहे वो आपका प्यार, आज़ादी या फिर पैम्परिंग ही क्यों न हो।अगर आप अपने बच्चे को हद से ज़्यादा प्यार करते हैं या हद से ज़्यादा आज़ादी दे देते हैं तो ये दोनों ही चीज़ें नुक़सानदेह हैं। पहली बात अगर आप अपने बच्चे को हद से ज़्यादा प्यार देने लगते हैं तो ये उसे कहीं न कहीं कमज़ोर कर देता है अर्थात वो आगे चलकर दुनिया को फ़ेस करने में असमर्थ हो सकता है।

दूसरी चीज़ अगर आप अपने बच्चे को हद से ज़्यादा आज़ादी दे देते हैं मतलब आपको कोई फ़र्क ही नहीं पड़ता कि आपका बच्चा क्या कर रहा है तो आपकी इस आदत की वजह से आपका बच्चा ना सिर्फ़ बिगड़ सकता है बल्कि उसे ऐसा भी महसूस हो सकता है कि आपको उसकी बिलकुल भी परवाह नहीं है। ऐसे में वो ना सिर्फ़ मेंटल डिसऑर्डर या प्रॉब्लम्स को ही फ़ेस करेगा बल्कि काफ़ी हद तक सोशियोलॉजिकल डिलेमाज़ को भी झेलेगा।

4. माता पिता के बीच का विवाद न करें रिवील

images

वाद विवाद और झगड़े किसके बीच नहीं होते हैं लेकिन अगर आप माता पिता हैं तो आपको थोड़ा सा ध्यान रखना होगा। आप दोनों के बीच कोई भी विवाद या झगड़ा हो रहा हो तो बच्चों के सामने इस चीज़ को बिलकुल भी रिवील न करें। बच्चों के सामने आपको बिलकुल नॉर्मली मिल जुलकर रहना होगा ताकि आपका बच्चा इनसिक्योर फ़ील ना करें।

young couple cafe coffee 1200 525

वैसे हम आपको एक सलाह और देना चाहेंगे कि अगर आपके बीच किसी भी तरह का कोई विवाद हो रहा हो तो उसे जितनी जल्दी हो सके सुलझा लें। ये ना सिर्फ़ बच्चों के लिए फ़ायदेमंद होगा बल्कि आपकी ज़िंदगी के लिए भी काफ़ी सही होगा क्योंकि बात बढ़ते बढ़ते रिश्ता तोड़ सकती है जिससे कि ना सिर्फ़ बच्चे की परवरिश पर असर पड़ेगा बल्कि आपके मेंटल लेवल को भी काफ़ी नुक़सान पहुँचा सकता है। तो ये सलाह माता पिता दोनों के लिए है!

SAMACHARHUB RECOMMENDS

Leave a Comment