सोने और चांदी के भाव नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। चांदी की कीमत में एक हफ्ते में ₹11000 प्रति किलो ज्यादा का उछाल दर्ज हुआ है।
सोने की कीमत भी आसमान को छू रही हैं। 56000 रुपए प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत हो गई है। चांदी ने तो 112 महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
पूरी दुनिया में आर्थिक अस्थिरता के कारण सोने की कीमत में बढ़ोतरी देखी गई है। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू अर्थव्यवस्था में अस्थिरता बनी हुई है। रियल एस्टेट और शेयर बाजार की स्थिति भी अच्छी नहीं है।
गोल्ड की कीमत को देखते हुए निवेशक गोल्ड में इन्वेस्ट कर रहे हैं। आर्थिक स्थिरता के कारण निवेशक गोल्ड में इन्वेस्टमेंट बढ़ा रहे हैं। रिटेल निवेशकों के लिए सोने की कीमत में बढ़ोतरी चिंता का विषय है। ग्राहक सोना महंगा होने से खरीद नहीं पा रहे हैं। भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा देश है, जहां पर गोल्ड और गोल्ड ज्वैलरी का इस्तेमाल सबसे अधिक मात्रा में होता है। गोल्ड की कीमत में बढ़ोतरी से गोल्ड ज्वेलरी की मांग कम हो गई है।
ज्वैलरी की कीमत बढ़ने से निराशा
रिटेल खरीददारों के लिए सोना महंगा है जिसके कारण ज्वैलरी की खरीद में कमी आ रही है। अब तो त्योहार का समय है, इस समय लोग ज्वेलरी खरीदने पर जोर देते हैं। लेकिन सोने चांदी की कीमत में बढ़ोतरी होने से खरीददारों के लिए निराशा बनी हुई है। यह साल सोने और चांदी के निवेशकों के लिए 50 फ़ीसदी तक का रिटर्न आया है। डॉलर की कीमत इस समय कमजोर बनी हुई है। डॉलर इंडेक्स में 18 मई को 100.43 बढ़ा था। उसके बाद लगातार डॉलर की कीमत कमजोर हुई है।
सोना और चांदी में आगे भी उछाल रहेगा
कमोडीटी विश्लेषक और एंजेल ब्रेकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट का कहना है, कि चांदी ₹80,000 प्रति किलो तक बढ़ सकती है। सोने का भाव भी 10 ग्राम ₹60,000 तक पहुंचेगा। डॉलर में आई कमजोरी से सोना और चांदी में तेजी देखने को मिली है। आर्थिक अस्थिरता के दौर में निवेशकों का भरोसा गोल्ड में निवेश का बढ़ गया है। ज्वेलरी की मांग लगातार घटती जा रही है। इस समय महंगी धातु की तेजी का सपोर्ट मिल रहा है। 16 मार्च को सोने का भाव ₹38,400 रुपए 10 ग्राम था अब 7 अगस्त कोई है 56,191 रुपए प्रति 10 ग्राम तक उछल गया है।
सोने-चांदी के दाम बढ़ने का कारण
सोने और चांदी में तेजी का मुख्य कारण वैश्विक महामारी है। कोरोनावायरस संक्रमण के चलते अर्थव्यवस्था पर मंदी छाई हुई है। इस आर्थिक मंदी में निवेशकों का पूरा ध्यान सोना, चांदी, कच्चे तेल और रियल एस्टेट पर बढ़ा है। अमेरिकी डॉलर में कमजोरी के कारण सोना और चांदी में तेजी को सपोर्ट मिला है। ईटीएफ की खरीद के प्रति निवेशकों का रुझान होने से सोना और चांदी में तेजी बनी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने सोने के गहने पर 90 फ़ीसदी तक कर्ज देने का एलान किया है। सोने के गहनों की मांग घरेलू बाजार में बढ़ सकती है। दिवाली तक सोना और चांदी दोनों की कीमतों में तेजी से उछाल आएगा। इस महामारी में आर्थिक चुनौतियों से निपटने का पूरी दुनिया प्रयास कर रही है। केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती और भी कई प्रयास किए जा रहे हैं। अमेरिकी डॉलर कमजोर होने से सोने और चांदी के प्रति निवेशकों का रुझान बढ़ा है।