आयरन की कमी होने से शरीर में थकावट बनी रहती है। बौद्धिक विकास के लिए आयरन की मात्रा का भरपूर होना आवश्यक है। आयरन अर्थात खून की मात्रा शरीर में कम होना। खून की कमी बच्चे , बूढ़े या महिलाएं सभी के लिए रोग का कारण बनती है। आयरन कम होने से बच्चों का मानसिक विकास को रुक जाता है। बच्चों का किसी भी कार्य में मन नहीं लगता, शरीर सुचारू रूप से कार्य नहीं कर पाता। गर्भवती महिलाओं को तो आयरन की कमी सबसे ज्यादा नुकसान देह है। गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे का दिमागी रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है। अगर आयरन की कमी होगी तो बच्चा मानसिक रूप से अस्वस्थ रहेगा। आयरन की कमी को दूर करने के लिए आयरन से भरपूर फूड़ को खाना चाहिए।
आयरन से भरपूर सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां आयरन का सबसे अच्छा स्रोत है। पालक में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। पालक को सब्जी के रूप में जूस या सूप के रूप में उपयोग किया जा सकता है। हरी पत्तेदार सब्जियां आयरन का बेहतरीन स्रोत है।पर्याप्त मात्रा में इनका सेवन करने से शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित बनी रहेगी।
नींबू और संतरे का सेवन
नींबू और संतरा शरीर में मौजूद अतिरिक्त आयरन की मात्रा को अवशोषित करने में मदद करते हैं। आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों को खाने के बाद शरीर में इनका अवशोषण होना आवश्यक है। इसके लिए नींबू और संतरा खाने से आयरन का अवशोषण अच्छी तरह हो जाता है।
चना आयरन का अच्छा स्रोत
चने में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। चना घर में आसानी से मिल जाता है। चने को अगर गुड़ के साथ खाया जाए, तो यह और भी अच्छा होता है। गर्भवती महिलाओं को तो चना और गुड़ खाने की सलाह दी जाती है। हमें शरीर में आयरन की मात्रा को संतुलित बनाए रखने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जो शरीर को नुकसान भी ना पहुंचाएं और रक्त की मात्रा नियंत्रित रख सकें। खून की कमी शरीर में थकावट पैदा करती है। जिसके कारण कोई भी कार्य को मन लगाकर नहीं कर पाते।
अंडा आयरन का बेहतरीन स्रोत
अंडे में भी अधिक मात्रा में आयरन की मात्रा पाई जाती है। खाद्य पदार्थ के रूप में अंडा आयरन का अच्छा स्रोत माना जाता है। जो लोग अंडा खाते हैं वह अपने भोजन में अंडे को सब्जी आमलेट के रूप में उपयोग करके आयरन की मात्रा को बढ़ा सकते हैं। शाकाहारी लोगों दूसरे खाद्य पदार्थों से आयरन की कमी को पूरा कर सकते हैं। आयरन की शरीर में भरपूर मात्रा रहेगी तो रोग प्रतिरोधक क्षमता ही बनी रहेगी।
ड्राई फ्रूट्स का सेवन
ड्राई फ्रूट्स का सेवन करने से भी शरीर में आयरन की मात्रा नियंत्रित रहती है। खसखस मैं आयरन की मात्रा पाई जाती है जो शरीर को मजबूत करने का कार्य करती है। आयरन के सेवन से शरीर में ब्लड के साथ ऑक्सीजन का फ्लो बढ़ता है। जिससे दिमाग शांत रहता है और हैप्पी हारमोंस बनते जाते हैं। शरीर में पर्याप्त मात्रा में रक्त का होना रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने से शरीर मजबूत और तंदुरुस्त रहता है।