विश्व में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो जो सना मरीन को नहीं जानता हो। यह बहुत ही प्रचलित महिलाओं में से प्रमुख महिला हैं। इनको पूरी दुनिया में एक होनहार महिला के रूप भी में जाना जाता है। वह वैसे तो फिनलैंड की युवा प्रधानमंत्री हैं। इनके प्रचलित होने का कारण यह है कि यह दुनिया भर की सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं। इन्होंने बहुत ही मेहनत की है। मात्र 34 साल की उम्र में ही इन्होंने सबसे युवा प्रधानमंत्री बन कर दिखाया है। उन्होंने बहुत सारी दुविधाओं को पार करके इस लक्ष्य को हासिल किया है। सना मारीन का कहना है कि धार्मिक और लैंगिक भेदभाव इंसानियत की राह की सबसे बड़ी रुकावट है। जिस व्यक्ति ने इस वाधा को पार कर लिया वह इस विश्व भर में अपना शासन कर सकती है।
अभी हाल ही में कुछ समय पहले सना मरीन के साथ लिए गए इंटरव्यू में उन्होंने बहुत सी अच्छी बातों को बताया है वह मानती हैं हर व्यक्ति में नेतृत्व करने की क्षमता अच्छी होनी चाहिए। अगर जिस व्यक्ति नेतृत्व करने की कला सही है तो वह व्यक्ति सभी व्यक्तियों को अपने निर्देशन में अच्छे से रख सकता है। और सभी लोग उस व्यक्ति को भी पसंद करेंगे।
- सना मरीन संस्कृति को भी मानती हैं। सना मरीन कहती हैं कि भारत की संस्कृति काफी मूल्यवान व इसका सम्मान करने योग्य है।
- सना मरीन ग्लोबल वार्मिंग पर फोकस करते हुए उसके कारण होने वाली विभिन्न समस्याओं को हल करने के लिए कदम उठाए हैं
फैसलों की वजह से प्रचलित
सना मरीन ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। अपने विभिन्न फैसलों के कारण वह बहुत ही दुनिया में प्रचलित महिलाओं में से एक बन गई हैं। वह कहती हैं,कि महिला और पुरुष में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए उनका सोचना है, कि अगर महिलाएं पुरुषों से अधिक परिश्रम करती है तो वह काफी सफल बन सकती है। लेकिन अगर महिलाएं परिश्रम करने से बचती रहेगी तो वह पुरुषों से हमेशा पीछे ही रहेगी।
नई पीढ़ी की समस्या जैसे जलवायु परिवर्तन पर भी सना मरीन ने अपने विचार दिए हैं। वह कहती हैं, कि अगर जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए सही समय पर कदम नहीं उठाए गए तो इस दुनिया को नष्ट होने में अधिक समय नहीं लगेगा लोग लालच के पीछे इस प्रकृति को समाप्त करते जा रहे हैं।
सना मरीन ने यह भी बताया कि महिलाओं के साथ बहुत से भेदभाव इस समाज में अक्सर होते रहते हैं। महिलाओं को मजबूत बनने के लिए उनमें साहस होना अधिक महत्वपूर्ण होता है। लगभग सभी देशों में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं इसको रोकना बहुत ही जरूरी है।
माता पिता को लड़कियों को अधिक प्रबल बनाना चाहिए व बेटियों का साथ हमेशा देना चाहिए। माता पिता ही लड़कियों का साथ ना दे तो बाहर वाले कैसे देंगे सना मरीन के माता-पिता ने बहुत ही ज्यादा हर प्रकार से सहायता प्रदान की है सना मरीन कभी भी डरी नहीं वह हमेशा जवाब देने में आगे रही हैं चाहे वह किसी भी प्रकार का सवाल हो। सभी देश की बेटियों को सना मरीन से प्रेरणा लेनी चाहिए उन्होंने बचपन में बेकरी में भी काम किया है। अब आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि उन्होंने इस पद तक पहुंचने के लिए कितनी अधिक मेहनत की होगी।