इस दुनिया में आम लोग कम अजीबो गरीब प्राणी ज्यादा पाए जाते हैं। यह और इनके द्वारा किए गए काम इतने हैरनी भरे होते हैं कि आम लोग तो सुन करी ही दातों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो जाएं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही महिलाओं के बारे में बताने वाले हैं जिनके द्वारा बहुत से रिकॉर्ड बनाए गए हैं जो गीनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में तो दर्ज ही हैं साथ ही यह रिकॉर्ड हैं भी बहुत दिलचस्प तो चलिए जानते हैं इनके बारे में…………….
नाखूनो को देती हैं विटामिन
इस लिस्ट में सबसे पहले नाम आता है रूस की एक महिला का जिनका नाम है एलीना। लोग अक्सर बाल बढ़ाने के शोकिन होते हैं लेकिन इन्हे नाखून बढा़ने का शौक ऐसा चढ़ा कि इन्होने पांच साल तक अपने हाथ के नाखून ही नहीं कांटे और आज यह 4.7 इंच के हो गए हैं, और तो और यह इनका ख्याल अपने बच्चों की तरह रखती हैं। खैर अपने इन्ही नाखूनों की वजह से यह काफी नाम बना चुकी है। यह अपने नाखूनों की मजबूती के लिए विटामिन की दवाई भी खाती हैं और इन्हे वह बेबी कह कर बुलाती हैं।
एक हाथ से खेलती हैं टेनिस
नतालिया पार्त्यका दुनिया की एक मशहूर टेनिस प्लेयर है, इनका नाम इस सूची में इसलिए है क्योंकि यह एथलीट सामान्य खिलाड़ियों से बिल्कुल अलग है। नतालिया के जन्म से ही दायां हाथ और कोहनी नही है। बिना हाथ के ही उन्होंने कई ओलंपिक में गोल्ड मेडल अपने नाम किए है।
बार्बी डॉल बन गई यह लड़की
लड़कियों को डॉल और टेडी बियर से खेलने का शौक अक्सर होता ही है। लेकिन क्या हो अगर कोई लड़की डॉल की तरह बनने के लिए पागल पन हद तक उतर आए। जी हां आप बिल्कुल सही सुन रह हैं। ओफेलिया नाम की इस लड़की ने बार्बी डॉल की तरह दिखने के लिए एक या दो नहीं बल्कि 40 से ज्यादा सर्जरी करा डाली और इस सबमें लगभग 22 लाख रूपए खर्च कर डाले। साल 2009 में उन्होंने बार्बी डॉल बनने के लिए सर्जरी और इजेक्शन का सहारा लिया था। जिसके बाद धीरे धीरे वह बिलकुल बार्बी डाल की तरह बन गई।
पैरों से ही करती हैं सारे काम
फ्लोरीडा की रहने वाली डोनाविया वोकर बिना हाथों के पैदा हुई, लेकिन इसके हाथ न होने के बावजूद यह दुनिया के लिए एक मिसाल बन गई है। वे अपने सारे कामों को अपने पैरों से ही कर लेती है। ये बहादुर लड़की अपने देश की सेना में शामिल होना चाहती है। इनकी इसी बहादुरी के कारण इनका नाम इस सूची में दर्ज है।
इस उम्र में भई एथलीट है यह महिला
दिल तो बच्चा है जी, अब आप यह सोच रहे होंगे कि मैं क्या कहना चाहता हूं। किसी ने सच ही कहा है कि उम्र बस एक नंबर है, अगर कोई इंसान कुछ करना चाहता है तो यह कोई माइने नहीं रखता की उसकी उम्र क्या है। ऐसा ही कुछ करके दिखाया है। अमेरिका की रहने वाली एक महिला ने जिनका नाम है फ्लो मेलर। यह दुनिया की सबसे उम्रदराज एथलीट हैं। 84 की उम्र का आकंड़ा पार करने के बावजूद वह आज भी दौड़ लगाती और लोंग जंप करती दिखाई देती हैं और नौजवानों को भी पीछे छोड़ देती हैं।