प्रदूषणण के खतरे को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण होना आवश्यक है। बढ़ते शहरीकरण के कारण वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। प्रदूषण के कारण 12लाख से भी ज्यादा लोग समय से पहले मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं। पुराने वाहनों के कारण प्रदूषण तेजी से फैलता है। बढ़ते शहरीकरण के कारण अर्थव्यवस्था और आर्थिक विकास तेजी से हो रहा है। लोग गांव को छोड़कर शहर की तरफ भाग रहे हैं। शहरी जनसंख्या तो बढ़ ही रही है साथ में वाहनों के प्रयोग से प्रदूषण भी तेजी से बढ़ रहा है।
इलेक्ट्रिक वाहन का चुनाव
दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों का तेजी से निर्माण हो रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण से प्रदूषण पर लगाम लगा सकते हैं। भारत में इस ओर कदम बढ़ा रहा है। सरकार ज्यादा से ज्यादा ई वाहनों के उपयोग का ध्यान दे रही हैं। ई वाहन पर जीएसटी दर हटा दी गई है। देश में कच्चे तेल के आयात कम हो जाएगा। पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की महंगाई का डर भी नहीं रहेगा।आज के समय में देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की सबसे ज्यादा आवश्यकता है।
वाहन पर कम खर्च
वाहन के उपयोग से खर्च कम होता है। यह बैटरी से चार्ज होते हैं इसलिए डीजल और पेट्रोल पर पैसे खर्च नहीं होते हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा से ज्यादा लोग खरीद है इस पर ध्यान दिया जा रहा है। कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहनों में बैटरी पर ज्यादा ध्यान देती हैं, जिससे माइलेज अच्छा मिले। इलेक्ट्रिक बसों और इलेक्ट्रिक रिक्शा की ओर भारत कदम बढ़ा रहा है। हर 5 किलोमीटर में वाहन के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाना जरूरी है जिससे वाहन को कभी भी चार्ज कर सकें। लोग इलेक्ट्रिक कार,इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का उपयोग करने लगे तो देश में प्रदूषण के साथ खर्च में भी कमी आएगी।
ग्लोबल तापमान
दुनिया में क्लाइमेट चेंज को देखते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करना आवश्यक है। लगातार तापमान में बढ़ोतरी से देशों को खतरा है। मानवीय सभ्यता को आगे बढ़ाने के लिए ग्लोबल के तापमान को नियंत्रित रखना आवश्यक है। भारत में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को देखते हुए ई वाहन का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करने का लक्ष्य रखा गया है। भारत का लक्ष्य 2030 तक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग का है। अमेरिका मे 80 प्रतिशत लोगों के पास इलेक्ट्रिक वाहन है वहीं भारत में एक परसेंट लोग भी इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग नहीं करते। भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने पर लोगों को छूट दे रही है।
ई-रिक्शा का उपयोग
देश में ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग हो। लोगों को आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक रिक्शा की सुविधा मिले। ई-रिक्शा सस्ते भी होते हैं। ई रिक्शा के कारण प्रदूषण कम होता है। ई-रिक्शा से लोगों को रोजगार ही मिलता है। गरीब व्यक्ति ई रिक्शा चलाकर अपने जीवन में रोजगार प्राप्त कर सकता है। कंपनियां ई-रिक्शा बनाकर लोगों को चलाने के लिए देती हैं। कम किराए पर उन्हें ई रिक्शा मिल जाता है।
इलेक्ट्रिक क्रांति
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के द्वारा इलेक्ट्रिक क्रांति आएगी। देश में वाहनों की सस्ती सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदूषण से बचने के साथ-साथ खर्च भी कम होगा। कंपनियों को बैटरी की टेक्नोलॉजी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। बैटरियों की छमता अच्छी होगी तो ई वाहन पर लोगों का विश्वास ज्यादा बढ़ेगा। जल्दी चार्ज होने वाली और ज्यादा दूरी तय करने वाली बैटरी हॉकी आवश्यकता है। ई वाहन को लेकर भारत प्रतिबद्ध है। 2030 तक पूरी तरह से देश में ई वाहन की सुविधा उपलब्ध करा लेगा।