डोनाल्ड ट्रंप के भारत आने की तारीख आ चुकी है। ट्रंप 24 और 25 फरवरी को आएंगे। वह दो दिवस की यात्रा के लिए भारत आ रहे हैं। उनका उद्देश्य है भारत से रणनीतिक द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करना। इसके अलावा वह दिल्ली और अहमदाबाद की यात्रा के लिए भी आ रहे हैं। उनका लक्ष्य रहेगा कि वह भारत और अमेरिका के लोगों के बीच एक मजबूत रिश्ते पर प्रकाश डालेंगे। उनकी यात्रा की घोषणा व्हाइट हाउस के द्वारा की गई। इससे पहले नरेंद्र मोदी के घनिष्ट दोस्त और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी भारत आ चुके हैं। बराक ओबामा 2015 और 2010 में भारत की यात्रा कर चुके हैं। स्टैफनी ग्रीशम ( जो वाइट हाउस की प्रेस सचिव है) ने बताया कि ट्रंप भारत की यात्रा प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप के साथ करेंगे और वह 24 और 25 फरवरी को भारत आ रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा बहुत महत्वपूर्ण होगी।
ट्रंप और मोदी की फोन पर बात
स्टैफनी ग्रीशम द्वारा यह भी बताया गया कि नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप फोन पर यात्रा के लिए बात कर चुके हैं। मोदी ने सहमति जताते हुए कहा है, कि राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा से दोनों देशों के बीच साझेदारी मजबूत रहेगी। इसकी वजह से अमेरिकी और भारत के लोगों के संबंध काफी अच्छे होंगे। दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी मजबूत होगी।
अहमदाबाद की यात्रा
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका की प्रथम महिला के साथ दिल्ली और अहमदाबाद भी जाएंगे। दिल्ली और अहमदाबाद की यात्रा के साथ वह नरेंद्र मोदी के घर भी जाएंगे। उनका उद्देश्य रहेगा कि वह महात्मा गांधी के जीवन के बारे में जान सकें। विदेश मंत्रालय 16 जनवरी को कह चुका है, कि भारत और अमेरिका एक डिप्लोमेटिक चैनल के द्वारा संपर्क में है। इस चैनल के द्वारा डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के विषय में बात की जा रही है।
यात्रा की अहमियत
दिसंबर में नरेंद्र मोदी भी अमेरिका दौरा कर चुके हैं। नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74 वें सत्र पर अमेरिका की यात्रा की थी। वह न्यूयॉर्क में डोनाल्ड ट्रंप के साथ मिले थे। नरेंद्र मोदी की यात्रा हावडी मोदी की रैली के बाद हुई थी। इस रैली में करीब 50,000 से ज्यादा भारतीय-अमेरिकी आए थे। इसके अलावा नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप फ्रांस के बिअरिटज़ में 7 शिखर सम्मेलन में मिल चुके हैं।
प्रवासी भारतीयों के प्रमुख के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप की यह यात्रा भारत के व्यापारिक मुद्दों को एक नई नींव प्रदान करेगी। यह यात्रा इसलिए भी अहम है क्योंकि कई ऐसे मुद्दे हैं जिनका हल होना बेहद आवश्यक है। इनमें कुछ मुद्दे हैं जैसे अमेरिका और भारत का सहयोग। मुकेश अघी कहते हैं, कि अमेरिका के पिछले 3 राष्ट्रपति भारत की यात्रा कर चुके हैं। इससे एक संदेश जाता है, कि भारत अमेरिका का महत्वपूर्ण साझेदार है। एशिया में अमेरिका को चीन से मुकाबला करने के लिए एक मजबूत साझेदार की आवश्यकता है। भारत इसमें एक बड़ी भूमिका निभा रहा है। भारत न सिर्फ अपने क्षेत्र बल्कि इंडो पेसिफिक क्षेत्र और दक्षिण चीन सागर में भी एक अहम हिस्सा है।