अगर आप एक शांत जगह पर जाना चाहते हैं और एक बेहतरीन वैकेशन के बारे में सोच रहे हैं, तो आपके लिए हिमाचल में स्थित र्धमशाला एक जबरदस्त विकल्प हो सकता है। यंहा के ऊंचे ऊंचे पहाड़, झरने आपको तरो ताजा कर देंगे। साथ ही यंहा आप यंहा कई किले और मंदिर भी एक्सपलोर कर सकते हैं। चलिए जानते हैं ऐसे कौन से स्थान है जिन्हे एक्सपलोर करना चाहिए
बैजनाथ मंदिर
बैजनाथ मंदिर 12 वी शताब्दी में बनाया गया था। यह कांगड़ा घाटी में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण दो भाईयों ने कराया था। इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि इसमें मौजूद लिंगम खुद भोले नाथ ने रावण को दिया था और यंहा स्थापित करने को कहा था। इस मंदिर में आपको भगवानों के बहुत खूबसूरत चित्र देखने को मिलेंगे।
नूरपुर किला
नूरपुर किला, पठानकोट से धर्मशाला के रास्ते पर स्थित है। हालांकि पहाड़ पर होने की वजह से यंहा केवल स्थानीय लोग ही आते हैं। इस किले के भीतर एक मंदिर भी मौजूद है। काफी समय पहले यह किला कटोच का गढ़ था उसके बाद इस किले पर मुगलों का राज हुआ। इस किले के मंदिर में भगवान कृष्ण की लीलाओं के चित्र देखने को मिलेंगे।
सेंट जॉन
यंहा एक सबसे पुराना चर्च भी है जो 1852 में बनाया गया था, जिसका नाम सेंट जॉन चर्च है। इस चर्च को यंहा रहने वाले सैनिकों के लिए बनाया गया था और यह चर्च उन लोगों के स्मारक पत्थरो से भरा पड़ा है जिन्होने यंहा आखरि सांस ली थी।
मसरूर टेंपल
मसरूर मंदिर को यंहा बहुत खासा माना जाता है। पत्थरों को काटकर मंदरि का निर्माण कराया गया है। इस मंदिर को हिमाचल का एलोरा भी कहा जाता है। यंहा आपको शिव, कार्तिकेय, इंद्र सूर्य़ और कई देवी के चित्र और बेहतरनी नक्काशी देखने को मिलेगी।
कांगड़ा किला
कांगड़ा किला भारत में सबसे पुराना किला है, और इसका इतिहास सदियों पुराना है। यह काटोच के राजा द्वारा बनवाया गया था। दो नदियों के संगम पर पहाड़ी के ऊपर स्थित इस किले के चारों ओर खाई बनी है, जिसकी वजह से इस किले पर कब्जा करना मुश्किल था। महमूद गजनी के आक्रमण से पहले तक यह किला अजेय था, जो किले और मंदिर में मौजूद अधिकतर खजाने को लूटकर ले गया था।