पोर्न वीडियो देखने के कोई फायदे नहीं है सिवाए नुकसान के। यह लोगों पर गलत असर डालते हैं। आजकल फेक पोर्न वीडियो (Deep fakes) का बहुत ही चलन है। बहुत सारी ऐसी वेबसाइट्स हैं जो पोर्न वीडियोज बनाती हैं और फिर इसका असर हमारे समाज पर बहुत पड़ता है खासतौर से युवाओं पर।
भारत दूसरे नंबर पर सबसे बड़ा पॉर्न वीडियोज देखने वाला देश है। लोग फेक या ग़लत (Deep fakes) पोर्न वीडियो बना बना कर वेबसाइट पर डालते हैं। इस तरह लड़कियों को ब्लैकमेल करते हैं। यहां तक कि वह सेलिब्रेटी को भी नहीं छोड़ते। इतनी सारी पॉर्न फिल्म आने के बाद भी आप देखेंगे कि साधारण लड़कियों की भी फेक (Deep fakes) पोर्न वीडियो बना बना कर लोग सोशल मीडिया और वेबसाइट पर डालते हैं।
कभी-कभी ऐसा होता है कि चंद नौजवान मिलकर ऐसी हरकत करते हैं। वह मजाक मजाक में किसी की भी फोटो एडिट करके फेक पॉर्न (Deep fakes) बनाकर या छुपकर कोई पोर्न वीडियो बनाते हैं। फिर उसे मजे के लिए सोशल मीडिया पर डाल देते हैं।
Deep Fakes पॉर्न वीडियों पर सरकार और कोर्ट
पोर्न वीडियो देखने से हमारे दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। पोर्न वीडियो देखने से हमें इसकी आदत या लत लग जाती है।
हाईकोर्ट ने भी सरकार से विनती की है कि वह इंटरनेट पर मौजूद फेक (Deep fakes) और असली सभी प्रकार के पोर्न वीडियो पर रोकथाम के लिए उपाय करें।
पोर्न वीडियो वैवाहिक जीवन को भी नुकसान पहुंचाती हैं। इससे व्यक्ति को इसकी बुरी लत लग जाती है। वह उसी का आदी हो जाता है। उसे किसी भी तरह संतुष्टि नहीं मिलती।
पॉर्न वीडियो देखने वाले व्यक्ति अपने पार्टनर से वैसे ही उम्मीद करते हैं जैसा वह देखते हैं। जबकि उन फिल्मों में दिखाए गए सीन दरअसल सच नहीं होते हैं। वे सब झूट होते हैं या महज़ एक दिखावा जिसका हकीकत से कोई संबंध नहीं होता है। ऐसा करना बहुत ही मुश्किल है। यह सिर्फ पोर्न वीडियो और फिल्मों में ही देखा जा सकता है क्योंकि उसकी एडिटिंग की जाती है।
अब बात करते हैं फेक पोर्न वीडियो की। कुछ असामाजिक तत्व Deep fakes पोर्न वीडियो से सेलीब्रिटी और बहुत से बड़े-बड़े लोगों को बदनाम करने के लिए ऐसे हरकतें करते हैं। हालांकि ऐसा करना बहुत ही खराब बात है। कभी न कभी आपने गूगल पर किसी मशहूर सेलिब्रिटी की कोई ऐसी फ़ोटो या विडियो देखी होगी जिससे आप हैरान हो उठे होंगे। दरअसल कई बार गूगल और अन्य वेबसाइट्स पर सेलिब्रिटीज़ के फेक या झूठे (Deep fakes) अर्थात ग़लत पॉर्न वीडियोज को अपलोड किया जाता है जिन्हें एडिटिंग के ज़रिए अंजाम दिया जाता है। इस तरह के फोटोज और वीडियोज पूरी तरह से ग़लत होते हैं। इन्हें देखकर आप बिलकुल भी भरोसा न करें। बेहतर है कि ऐसे फोटोज और वीडियोज के लिए रिपोर्ट करें।
इस दुनिया में बहुत तरीके के लोग होते हैं। बहुत से ऐसे भी लोग होते हैं जो ऐसा जलन में या मजे और कभी-कभी दूसरों को बदनाम करने के लिये भी उनकी फेक पोर्न वीडियो बनाते हैं। फ़ेक या झूठी पोर्न वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को जेल भी हो सकती है और उस पर जुर्माना भी लग सकता है। ऐसे लोगों पर मुकदमा चला कर उन्हें सबक सिखाना चाहिए क्योंकि उनकी यह हरकत किसी भी तरीके से जायज नहीं है।
कमाई के लिए करते हैं काम
बहुत से लोग पैसा कमाने के चक्कर में इस हद तक चले जाते हैं। हमें किसी भी पोर्न वीडियो को देखकर यह ख्याल रखना चाहिए कि बहुत ही कम लोग इस तरह के वीडियो बनाते हैं। ज्यादातर लोगों के साथ जबरदस्ती की जाती है विशेष कर के महिलाओं के साथ। कुछ लोग चुपके से वीडियो बना लेते हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर कर के बहुत सारे वीडियोज बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं। इससे उन्हें पैसा मिलता है। उनके नजदीक यह तरीका बहुत ही आसान है पैसा कमाने का जबकि यह मानवता के खिलाफ है। हमें ध्यान रखना चाहिए कि अगर हम यह काम कर रहे हैं तो कभी हमारे साथ भी यह काम हो सकता है। हमें अपनी मां, बहनों व बेटियों के बारे में सोचना चाहिए कि कभी उनके साथ ऐसी हरकत ना हो जाए।
जब आप किसी सेलिब्रिटी, मंत्री या बिजनेसमैन आदि की इस तरीके की पोर्न वीडियो देखें तो आपको उन पर भरोसा नहीं करना चाहिए। लोग उनका मजाक उड़ाने के लिए या उन्हें बदनाम करने के लिए ऐसी गलत हरकतें करते हैं जिससे सोसाइटी में उनका नाम खराब हो।
आज हम ना जाने कितने झूठे (Deep fakes) पोर्न वीडियोज और इमेजेज ऐंड के द्वारा ना चाहते हुए भी देख लेते हैं। बार बार ऐड आने की वजह से वह हमारे दिमाग पर छा जाता है।
आजकल की फिल्मों में शूटिंग के दौरान भी जो चीजें फिल्मों में नहीं डालनी होती है उसको भी डायरेक्टर और प्रोड्यूसर वीडियो बनाकर रख लेते हैं। फिर उसे लोगों के सामने अखबारों या सोशल मीडिया डाल देते हैं। कई बार ये सारी वीडियोज आपत्तिजनक भी होती हैं लेकिन वे इसकी परवाह नहीं करते। उन्हें बस अपनी लोकप्रियता या पॉपुलैरिटी से मतलब होता है।
अगर कोई व्यक्ति कहे कि पोर्न वीडियो देखने से फायदा होता है तो वह सरासर गलत कहता है। अगर किसी व्यक्ति को ऐसा करने की जरूरत है तो वह डॉक्टर से अपना इलाज करवाएं ना कि पोर्न वीडियो देखकर अपने और अपने पार्टनर की जिंदगी तबाह करे। पोर्न वीडियो दूसरे देशों में ज्यादा बनती हैं खास तौर पर अंग्रेजी फ़िल्मों में। हमारे हिंदुस्तान में इसका चलन कम है लेकिन ज्यादातर लोग फेक वीडियोज (Deep fakes) के जरिए से ही इस काम को बड़ी खूबी से अंजाम देते हैं कि सही और गलत को समझना फर्क मुश्किल हो जाता है।
हमें किसी की भी पर्सनल लाइफ में दख़लंदाज़ी नहीं करना चाहिए। फेक (Deep fakes) बनाने वाली साइट्स पर बैन लगा दिया गया है।
Conclusion (Deep fakes)
पोर्न वीडियो देखना गलत है। गलत इस वजह से कि अगर हम सोसाइटी में किसी के सामने इन पोर्न वीडियो का नाम ही ले लें या इनकी बात करें तो समाज के लोग हमें बड़ी अजीब अजीब निगाहों से देखते हैं। इससे हमारी इमेज ख़राब होती है। इससे पता चलता है कि यह गलत काम है क्योंकि समाज उन कामों को पसंद नहीं करता जो नैतिकता के खिलाफ हो।
पोर्न वीडियोज ना ही देखना चाहिए और ना ही बनाना चाहिए। हमें सतर्क रहना चाहिए और इससे बचने की कोशिश करनी चाहिए। हमें अपनी और दूसरों की इज्जत करनी चाहिए क्योंकि जो फेक पोर्न वीडियो (Deep fakes) दूसरों के साथ हो रहा है हो सकता है कल हम भी इस deep fakes का शिकार बन जाए। इसलिए सतर्क रहें।
निसंदेह टेक्नोलॉजी लाभदायक होती है। हमें इसके प्रतिदिन अनेकों लाभ देखने को मिलते हैं। हमें विज्ञान का सदुपयोग करना चाहिए लेकिन आजकल Deep fakes के द्वारा टेक्नोलॉजी का ग़लत इस्तेमाल किया जा रहा है।
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