Sunday, December 22, 2024
hi Hindi

घरेलू हिंसा पर समझौता क्यों

by Nayla Hashmi
349 views

महिलाओं के अधिकार अपने आप में एक कंट्रोवर्शियल इश्यू माने गए हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि हम इस बात को सोसाइटी के दृष्टिकोण से देख रहे हैं।

हमारे समाज में पुराने समय से एक प्रथा चली आ रही है कि हम अपनी बेटी को सर आँखों पर बिठाते हैं, उसे प्यार करते हैं लेकिन जब बात किसी और की बेटी की आती है तो हम बिलकुल उलटा काम करते हैं। उससे प्यार करना तो दूर बल्कि उसके साथ थोड़ी बहुत इंसानियत भी दिखा दें तो मान लीजिए जीवन सफल हो गया लेकिन ऐसा होता कहॉं है? ये बात हम घरेलू हिंसा को ध्यान में रखकर कर रहे हैं।

FE252CEF F65C 4D60 8664 DF21DB7B72D0

आज समाज में वास्तव में महिलाओं को एक अच्छा दर्जा मिल गया है लेकिन इस अच्छे दर्जे में आने वाली महिलाओं की संख्या काफ़ी कम है जबकि वे महिलाएँ जो आज भी अधिकारों से वंचित हैं उनका आंकड़ा अपने पैमाने को फाड़कर निकलता हुआ दिखाई देता है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि घरेलू हिंसा के लिए अपराधी कौन होता है?

चलिए कल्पना करते हैं कि हमारी बेटी की शादी हुई और वह अपने ससुराल चली गई वहाँ पर उसके घर वाले उसे प्रताड़ित करने लगते हैं और उस पर घरेलू हिंसा करते हैं। वो लौटकर हमारे पास आती है और हमें अपने दुःख के बारे में बताती है और कहती है कि अब वह वापस कभी नहीं जाएगी। अब हमारा रिएक्शन होता है कि नहीं बेटा, वही तुम्हारा घर है और अब तुम्हें वहाँ पर जैसे तैसे गुज़ारा करना ही होगा क्योंकि ये हमारी इज़्ज़त का सवाल है।

75167285 C5D8 492A 9FDD 67BCCB0BC7F6

अब आपके मन में यही चल रहा होगा कि आख़िर हमने आपको ये कहानी ठीक उस सवाल के बाद कि “घरेलू हिंसा के लिए अपराधी कौन होता है” के बाद क्यों सुनाई है? तो दोस्तों दरअसल हम आपको एक पूरी थ्योरी देने के बाद समस्या का समाधान जानना चाहते हैं। इस कहानी के उपसंहार में हमें बताइए कि क्या अपराधी वे हैं जो बेटी पर घरेलू हिंसा कर रहे हैं या वे जो बेटी को फिर से उसी नरक में ढकेलना चाहते हैं!

अगर आपको लगता है कि नहीं सीधे सीधे अपराधी उसके ससुराल वाले ही हैं तो आपको अपना नजरिया बदलना होगा! ससुराल वाले जो उसके ऊपर घरेलू हिंसा कर रहे हैं उससे कहीं ज़्यादा अपराधी की श्रेणी में वे लोग आते हैं जो लड़की का साथ देने के बजाय उसे अपनी खोखली इज़्ज़त के नाम पर कुरबान करना चाहते हैं।

हम जानते हैं कि हमने एक बेहद महत्वपूर्ण टॉपिक उठाया है और इस पर जितनी भी चर्चा की जाए कम है लेकिन चूंकि हमारे पास समय और शब्दों की एक सीमित मात्रा ही है तो हम संक्षिप्त में ही अपनी बात कहना चाहेंगे।

42482097 44BF 438D 82BB AD363AE72F77

घरेलू हिंसा में अपराधी कौन है और पीड़ित कौन है इस बात पर ध्यान देने के बजाय हमें ये सोचना चाहिए कि घरेलू हिंसा को ख़त्म कैसे किया जा सकता है! वैसे एक उपाय है जिसके ज़रिए चुटकियों में घरेलू हिंसा को ख़त्म किया जा सकता है और वो है सोच में बदलाव लेकिन ये हमारे समाज में पूरी तरह अप्लाई करना लगभग नामुमकिन ही है किन्तु फिर भी यदि आप चाहते हैं कि घरेलू हिंसा का नामो निशान मिट जाए तो फिर इस उपाय को कारगर करना ही होगा।

इस उपाय को मुमकिन बनाने के लिए महिलाओं को ख़ुद आगे आना होगा। उन्हें ही अपने अधिकारों की लड़ाई लड़नी होगी और ये सिद्ध करना ही होगा कि वास्तव में वे कोई चीज़ नहीं बल्कि इंसान हैं। जिस तरह हम अपनी बेटी को प्यार करते हैं ठीक उसी तरह अगर हम बहू को भी प्यार करने लगे तो घरेलू हिंसा का अस्तित्व दुनिया से ही मिट जाएगा।

SAMACHARHUB RECOMMENDS

Leave a Comment