दुनियाा में कोरोना का कहर देखते हुए खेल जगत ने भी अहम फैसले लिए हैं। बीसीसीआई ने भी सितंबर से पहले आईपीएल ना करने का फैसला लिया। 29 मार्च से आईपीएल शुरू होना था लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे पहले हैं। आईपीएल का यह 13वा सीजन है। हमारे देश में लोग क्रिकेट को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं। आईपीएल तो काफी पापुलर है। आईपीएल ना होने से लोगों में निराशा तो रहेगी। कोरोना महामारी से बचने के लिए सभी खेलों पर बैन लग गया है। यह हमारे खिलाड़ियों की सुरक्षा का सवाल है। आईपीएल के आयोजन का फैसला बीसीसीआई लेती है लेकिन उसके लिए सरकार की अनुमति आवश्यक है। सरकार ने अभी सभी स्पोर्ट्स के आयोजन नहीं होना बोला है। ऐसे में बीसीसीआई आईपीएल को नहीं कर सकती। जुलाई से सितंबर तक आईपीएल कार्यक्रम तैयार किया जा सकता है।
आईपीएल के कुछ मैच बाहर भी होते हैं, ऐसे में खिलाड़ियों का देश से बाहर जाना खतरनाक है। सौरभ गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष है, इस समय फ्री बैठे हैं। कोरोना महामारी के कारण ऑफिस बंद रहने से सभी कर्मचारियों को घर पर ही काम करने की सलाह दी गई है। 2009 में आईपीएल मैच दक्षिण अफ्रीका में खेला गया था।आईपीएल के कुछ मैच बाहर भी होते हैं। विदेशों में तो आईपीएल का खतरा ज्यादा है। विदेशों से ही हमारे देश में कोरोना फैला है इन सभी कारणों को देखते हुए आईपीएल को अभी टाल दिया गया है। आईपीएल को टाल कर खिलाड़ी, दर्शक और देश के सभी नागरिकों की सुरक्षा का ध्यान रखा गया है।
बीसीसीआई ने ईरानी कप भी रोका
घरेलू टूर्नामेंट में भी बीसीसीआई ने ईरानी कप को रोक दिया है। 18 मार्च से नागपुर मैं यह मैच होना था। खिलाड़ियों की सेहत को लेकर 15 अप्रैल तक यह स्थगित कर दिया गया है।
फीफा वर्ल्ड कप भी पोस्टपोनड
मार्च और अप्रैल में फुटबॉल के बीच बहुत सारे इंटरनेशनल मैच होने वाले थे। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने अपने सभी फुटबॉल टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया है। ज्यादातर मैच देश से बाहर होने थे। फुटबॉल के सभी टूर्नामेंट में बदलाव किया गया है। क्रिकेट, फुटबॉल, एथलेटिक्स, कार रेसिंग,बैडमिंटन और टेनिस के सभी इंटरनेशनल टूर्नामेंट 20 अप्रैल तक स्थगित किए गए। देश में घरेलू टूर्नामेंट भी नहीं हो रहे हैं। खेल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। खिलाड़ी देश की शान होते हैं, ऐसे में उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित होना सरकार का कर्तव्य है।
इंग्लैंड में बैडमिंटन टूर्नामेंट का आयोजन
हमारा देश अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर सजग रहता है। भारत इस महामारी को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। हर क्षेत्र में हम अपने देश को पहले सुरक्षित रखते हैं। हमारे देशवासी हमारी पहली प्राथमिकता होना चाहिए। इंग्लैंड में ऑल इंडिया बैडमिंटन के टूर्नामेंट का सामान्य रूप से आयोजन किया है। इंग्लैंड अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा को नजरअंदाज कर रहा है। इंग्लैंड को खिलाड़ियों की स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान नहीं है। इंग्लैंड अपने वित्तीय फायदे को देख रहा है। हमारी खिलाड़ी साइना नेहवाल इस टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी लेकिन पीवी सिंधु तो क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई थी। जब दुनिया इस महामारी से बचने का प्रयास कर रही है तो इंग्लैंड को इन हालातों में टूर्नामेंट का आयोजन नहीं रखना चाहिए। इंग्लैंड में तो हॉर्स रेस का भी आयोजन किया गया। इवेंट में भले ही सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था की गई थी। जहां पूरी दुनिया अपने टूर्नामेंट को स्थगित कर रही है।