Tuesday, April 22, 2025
hi Hindi

Coronavirus lockdown Shayari

by SamacharHub
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एक मुद्दत से आरज़ू थी
फुरसत की …

मिली , तो इस शर्त पे कि
किसी से ना मिलो ..!!

हम कहते थे मरने तक की फुर्सत नहीं है
आज मरने के डर से फुर्सत में बैठे हैं

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