पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन चल रहा है। जिसके कारण बिजली रसोई गैस इंटरनेट डाटा और डीजल पेट्रोल की मांग घट गई है।पिछले आंकड़ों को देखते हुए देश में बिजली की मांग कम हो गई है। लॉकडाउन की वजह से लोग जीवन निर्वाह की वस्तुओं की खरीदी पर ध्यान दे रहे हैं।
रसोई गैस की खपत
लाकडाउन के कारण देश में घरेलू गैस की खपत बढ़ी है गैस एजेंसियों पर घरेलू गैस की बुकिंग 10 प्रतिशत अधिक हो है। लोग लोटन के दूसरे दिन से ही गैस सिलेंडर की बुकिंग करने लगे। घर में खाली रखें गैस सिलेंडर कुमार बानी लगे जिसके कारण 3 गुना बुकिंग बढ़ाने लगी। लोगों के मन में यह सवाल है कि ऐसा ना हो रसोई गैस मिले ही ना। यातायात के साधनों पर पाबंदी लग गई तो रसोई गैस नहीं आ पाएंगी। कर्मचारियों की कमी के कारण गैस एजेंसी वालों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। रसोई गैस तो है लेकिन डिलीवर करने बालों की कमी है। मुंबई जैसे शहर में प्रतिदिन 70 हजार प्रतिदिन गैस बुकिंग हो रही हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण गैस की खपत में बढ़ोतरी हो गई है।
बिजली पर असर
हर घर में बिजली की खपत पर असर पड़ा है। देश में बिजली की मां घट गई है। बिजली की जरूरत 5 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। हमारे देश के का कारखाना, फैक्ट्रियों और बिजली से चलने वाले सभी उपकरणों के बंद होने के कारण बिजली की खपत पर असर पड़ा है। वैसे ही देश आर्थिक मंदी चल रही है बिजली की खपत से राष्ट्रीय स्तर पर असर पड़ेगा। यह बात अलग है कि राज्यों में बिजली की खपत अलग अलग है। यूपी जहां पर भारत की सबसे ज्यादा आबादी रहती है जहां पर बिजली की खपत मार्च में अधिक रही। कुछ राज्यों जैसे उत्तराखंड हिमाचल में खपत कम रही। घरों में तो लोगों के रहने से घरेलू बिजली की खपत बढ़ेगी। घर में लोग टेलीविजन, पंखे,एसी का उपयोग देख कर रहे हैं।
डीजल पेट्रोल पर असर
वाहनों का उपयोग ना होने से डीजल, पेट्रोल मे तो कमी आएगी। सड़कों पर काफी कम गाड़ियां दिखाई देती हैं। पानी नहीं चलेंगे तो पेट्रोल, डीजल की मांग कम होगी। इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। कच्चे तेल के दाम गिरेंगे जनवरी 2020 में 60% तक कच्चे तेल में गिरावट आई है, इसका असर आम आदमी पर पड़ेगा। डीजल पेट्रोल की कीमत बढ़ने से आम आदमी को इसका सामना करना पड़ेगा। डीजल पेट्रोल की कीमत रोज ही तय होती है। हम सभी को देश में आए इस संकट का मजबूती के साथ सामना करना है। यह हम सभी के जिम्मेदारी हैं क्योंकि देश हमारा है।
इंटरनेट डेटा
कोरोनावायरस के कारण देश में इंटरनेट पर काफी असर पड़ा है। लोग टाइमपास के लिए इंटरनेट का ही सहारा ले रहे हैं। कई लोग घर पर रहकर ही काम कर रहे हैं, जिसके कारण इंटरनेट की खपत बढ़ी है। कई सारी परेशानियों का सामना देशवासियों को करना पड़ रहा है। हम सभी देश की अर्थव्यवस्था और हमारे प्रधानमंत्री के द्वारा लिए गए फैसले का सम्मान करते हैं।