प्रोफेसर ग्रेवल लेउंग के द्वारा यह बताया गया है, कि जिस प्रकार कोरोनावायरस बढ़ता जा रहा है, इसका अर्थ यही हुआ कि कोरोनावायरस हजारों लोगों को प्रभावित कर सकता है। अभी मृत्यु दर केवल 1% है किंतु लोगों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है। केवल चीन में ही कोरोनावायरस की वजह से ग्यारह सौ से ज्यादा लोग मर चुके हैं। इसके साथ ही 44000 से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं। इसके बाद हांगकांग के मेडिकल ऑफिशियल द्वारा यह बताया गया कि कोरोनावायरस की वजह से 45 मिलियन से ज्यादा लोग की मौत हो सकती है। कोरोनावायरस की चपेट में दुनिया भर की 60% जनसंख्या के आने की संभावना है।
क्या है रिपोर्ट
एक रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया की वर्तमान में मौजूद 7 बिलियन से अधिक आबादी में से कोरोनावायरस 4 मिलियन लोगों को संक्रमित कर सकता है और यह बहुत तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञ कहते हैं, कि यह मामले बढ़ते ही रहेंगे क्योंकि रोगी शुरुआत में सर्दी-जुकाम से ग्रसित होते हैं। कोरोनावायरस के विषय में लोगों का परीक्षण जारी है और हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं जिससे कोरोनवायरस को रोका जा सके।
हुबेई में 1 दिन में 242 की मौत
चीन में मौजूद हुबेई प्रांत में 242 लोगों की जान एक दिन में चली गई और इसके 15000 से अधिक नए मामले मिले। स्थानीय अधिकारियों द्वारा यह आंकड़ा जारी कर दिया गया था। शिन्हुआ (सरकारी समाचार एजेंसी) के हिसाब से बताया गया कि यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है और इस बीमारी की चिंता बढ़ती ही जा रही है। चीन में मरने वालों की संख्या 1100 से अधिक हो चुकी है। डब्ल्यूएचओ की एक विशेष टीम चीन पहुंची थी और उन्होंने चीनी अधिकारियों के साथ इस बीमारी से निपटने के लिए काम शुरू किया है।
चीन ने अमेरिका से मांगी है मदद
चीन में कोरोनावायरस के इस बड़े कहर के बाद, उसने अमेरिका से मदद की इच्छा जताई है। हुआ चुनयिंग (चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता) के द्वारा यह कहा गया कि अमेरिका कई बार चीन की मदद करने की इच्छा जताता है। इसके बाद उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है, कि अमेरिका इस बार भी कोरोनावायरस से निपटने में चीन की मदद अवश्य करेगा। उन्होंने आगे बताया कि सरकार और नागरिक हर संभव प्रयास करके इस जानलेवा बीमारी से बचने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इस बीमारी पर अंकुश लगाने के लिए कई प्रयास किए हैं और धीरे-धीरे परिणाम भी आने लगे हैं।
इसके बाद वह कहती हैं, कि अमेरिका को अति प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए और शांत तरीके से चीन की सहायता करनी चाहिए। कोरोना वायरस के प्रकोप को शांत करने के लिए अमेरिका को चीन का साथ देना चाहिए। इससे पहले अमेरिका ने चीन के यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिए थे जिसकी वजह से चीन ने अमेरिका पर आरोप लगाया था कि वह दुनिया में दहशत का माहौल बना रहा है। व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार के अनुसार उन्होंने स्वास्थ्य विशेषज्ञ को देश में सहायता करने की अनुमति सहमति मांगी है और वह कहते हैं, कि चीन के द्वारा बहुत संक्षिप्त प्रतिक्रिया मिली। वो कहते हैं, कि उन्हें उम्मीद है जल्द ही सहायता पहुंच जाएगी। कोरोनावायरस का यह कहर भारत और 26 से ज्यादा देशों तक पहुंच चुका है।