कोरोना वायरस अपनी जड़ें फैलाते जा रहा है। यह धीरे-धीरे अन्य देशों में पहुंचते जा रहा है। पहले सिर्फ यह बात हुई थी कि यह डायरेक्ट ट्रांसमिशन से फैल रहा है। वर्तमान में कोरोनावायरस को लेकर एक नया खुलासा सामने आया है। इस खुलासे से सभी विशेषज्ञ और चिकित्सक बड़े टेंशन में आ सकते हैं। शंघाई के अधिकारियों द्वारा यह बताया गया कि कोरोनावायरस अभी के समय में हवा की बूंदों में मिल रहा है और उसने अपना संचरण करना शुरू कर दिया। यह हवा के द्वारा लोगों में संक्रमण पहुंचा रहा है। इसे एयरोसोल ट्रांसमिशन बोलते हैं। अभी तक इसके कांटेक्ट ट्रांसमिशन और डायरेक्ट ट्रांसमिशन के बारे में ही पता चला था। एयरोसोल ट्रांसमिशन में वायरस हवा में मिल जाता है और बूंदों से मिलते हुए यह एयरोसोल बना लेता है।
मेडिकल एक्सपर्ट कहते हैं कि इसका संक्रमण सांस लेने से भी फैल रहा है। एक्सपर्ट के मुताबिक लोगों को इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जागरूकता बढ़ाना होगा। चीन दावा कर रहा है, कि वर्तमान में उसने कोरोना वायरस के संक्रमण में थोड़ा नियंत्रण पा लिया है और केसों में थोड़ी कमी आई है। 8 फरवरी को 503 के मिले जो 43% पहले से कम थे।
भारत ने लगाइ हैं विदेशियों कुछ रोक
भारत सरकार ने इस पर नियंत्रण पाने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। भारत ने चीन के यात्री या चीन से आने वाले लोगों का प्रवेश बंद कर दिया है। जो भी विदेशी 15 जनवरी के बाद चीन गए हुए हैं, वह भारत में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। इन्हें सड़क, समुद्री या हवाई मार्ग से भारत नहीं आने दिया जाएगा। यह सभी प्रबंधन बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल और भूटान की सीमा के लोगों पर भी लागू होता है।
मोदी और जिनपिंग में बातचीत
नरेंद्र मोदी द्वारा चीन के राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी गई थी। उन्होंने शी जिनपिंग को लिखी गई चिट्ठी मे इस वायरस के बढ़ते हुए प्रकोप को देखकर एकजुटता दिखाई है। वह लिखते हैं, कि इस प्रकोप से निपटने के लिए भारत चीन के साथ हैं। उन्होंने शी जिनपिंग को सहयोग दिया है। पीएम मोदी ने इसके साथ ही अभी तक कोरोनावायरस की वजह से हुई मौतों पर अपना दुख भी व्यक्त किया।
भारत के पर्यटन उद्योग को हो सकता है नुकसान
कोरोनावायरस की वजह से केवल लोगों की जान ही नहीं गई है किंतु कई देशों के आधार पर भी फर्क पड़ा है। इसकी वजह से भारत के पर्यटन उद्योग को भी नुकसान संभव है। ऐसा माना जा रहा है, कि भारत को हजारों करोड़ का नुकसान संभव है। अनुमान के मुताबिक 3500 करोड रुपए का नुकसान हो सकता है। यदि यह स्थिति पूरे वर्ष रही तो भारत को 14200 करोड रुपए का नुकसान का अनुमान है। यह सभी आंकड़े रॉयटर्स न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक है। कोरोनावायरस की वजह से अन्य देशों और चीन के पर्यटक टिकट कैंसिल करवाते जा रहे हैं।
37500 से ज्यादा संक्रमित
स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा आंकड़ा दिया गया जिसमें पता चला कि 811 लोगों की कोरोनावायरस की वजह से मौत हो चुकी है। हांगकांग में भी एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है वहीं कुछ मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही संक्रमण में कई मामले सामने आए हैं जिसे दुनिया भर में 37500 से ज्यादा बताया जा रहा है। इसकी वजह से महामारी की वजह से हुई मौतो का आंकड़ा (774) पीछे छूट चुका है। यह महामारी 2002-03 की बात है।