चीन के वुहान शहर से निकलकर पूरे विश्व को अपने शिकंजे में लेने वाला ख़तरनाक कोरोना वायरस (corona pandemic) अब भी इस दुनिया में है। कोरोना वायरस (corona pandemic) ने ना सिर्फ़ लोगों के अस्तित्व को ख़तरे में डाला है बल्कि कोरोना (corona pandemic) के कारण बहुत से लोग आर्थिक रूप से कमज़ोर भी हो गये हैं।
कोरोना महामारी (corona pandemic) के दौरान बहुत से लोगों ने अपनी नौकरी खो दी है। कोरोना महामारी (corona pandemic) के दौरान शायद ही किसी को नौकरी मिल रही हो लेकिन इस बीच एक अच्छी ख़बर सामने आयी है। IIHMR यूनिवर्सिटी ने कोरोना महामारी (corona pandemic) के दौरान प्लेसमेंट ऑफ़र किए हैं। जी हाँ, यह सच है।
कोविड-19 (corona pandemic) के बीच आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी का मजबूत प्लेसमेंट
आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित करने वाली कोरोना महामारी (corona pandemic) के बीच भी आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर के लगभग 83 प्रतिशत छात्रों ने प्लेसमेंट हासिल किया है। प्लेसमेंट सीजन अभी भी जारी है, यूनिवर्सिटी का लक्ष्य जुलाई 2021 के अंत तक 100 प्रतिशत प्लेसमेंट हासिल करना है। यूनिवर्सिटी ने इस वर्ष के दौरान 100 से अधिक कंपनियों के साथ 216 छात्रों को प्लेसमेंट दिलाया है।
वर्ष 2020-21 के दौरान 150 से अधिक कंपनियों ने यूनिवर्सिटी के प्लेसमेंट अभियान में भागीदारी निभाई। इन कंपनियों ने यूनिवर्सिटी के तीन कार्यक्रमों एमबीए-एचएम (अस्पताल और स्वास्थ्य प्रबंधन), एमबीए-पीएम (फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट) और एमबीए-डीएम (स्कूल ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज के तहत) के 216 छात्रों को प्लेसमेंट प्रदान कराया है।
हैल्थ मैनेजमेंट में मिला 10.5 लाख का सालाना उच्चतम पैकेज, जबकि रूरल मैनेजमेंट में अब तक का सालाना 10.2 लाख का सर्वाधिक पैकेज हासिल हुआ है, जो हाल के दिनों में सबसे अधिक है।
ऑफ़िशल के अनुसार आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के 216 से अधिक छात्रों को 100 कंपनियों में नियुक्ति मिली है। इसी के साथ हेल्थ मैनेजमेंट में मिला 10.5 लाख का सालाना उच्चतम पैकेज और रूरल मैनेजमेंट में अब तक का सालाना 10.2 लाख का सर्वाधिक पैकेज दिया गया है।
एमबीए-एचएम के एक छात्र को 10.5 लाख रुपए प्रतिवर्ष की सर्वाधिक सीटीसी का ऑफर मिला, जबकि औसत सीटीसी 5.1 एलपीए की पेशकश की गई थी। एमबीए-पीएम के एक छात्र को दी जाने वाली सीटीसी 8.4 लाख रुपए प्रतिवर्ष रही, जिसकी औसत सीटीसी 4.7 एलपीए रही।
एमबीए-आरएम के एक छात्र को 10.2 एलपीए की सीटीसी हासिल हुई, और औसत सीटीसी 4.1 एलपीए दर्ज की गई। रिज्यूमे, जीडी, एप्टीट्यूड टेस्ट, केस स्टडी सबमिशन, डोमेन इंटरव्यू और एचआर राउंड की शॉर्टलिस्टिंग की चयन प्रक्रिया के साथ साक्षात्कार वर्चुअल माध्यम से आयोजित किए गए थे।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट डॉ. पी आर सोडानी ने कहा, ‘‘आईअरईएचएमआर यूनिवर्सिटी को इस बात पर गर्व है कि उसने 263 से अधिक छात्रों को ग्रेजुएशन की डिग्री प्रदान की है जिन्होंने अपनी योग्यता के दम पर देश में सर्वश्रेष्ठ नौकरियां हासिल की है। कोविड-19 (corona pandemic) महामारी के बाद स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से संबंधित पेशेवर लोगों की आवश्यकता और बढ़ गई है।हमें पूरी उम्मीद है कि हाल ही आईअरईएचएमआर यूनिवर्सिटी से एमबीए-एचएम और एमबीए-पीएम करने वाले छात्र भी इस माहौल में अपना योगदान प्रदान करेंगे। हम अपने सभी उम्मीदवारों को उनके संबंधित प्रयासों में शुभकामनाएं देते हैं।’’
प्लेसमेंट की पेशकश करने वाली फर्मों में कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं- पीडी हिंदुजा अस्पताल, अपोलो होम हेल्थकेयर लिमिटेड, सीके बिड़ला अस्पताल आरबीएच जयपुर, नारायणा हेल्थ, ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड, कैडिला फार्मास्युटिकल्स, ल्यूपिन लिमिटेड, पीएंडजी हेल्थकेयर, नेस्ले इंडिया लिमिटेड, राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद, हिंदुस्तान लेटेक्स फैमिली प्लानिंग प्रमोशन ट्रस्ट (एचएलएफपीपीटी) और कई अन्य।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने हाल ही में हेल्थ एंटरप्रेन्योरशिप में एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा और सीएसआर और सस्टेनेबल डेवलपमेंट में पीजी डिप्लोमा कार्यक्रम भी शुरू किए हैं।
हेल्थ एंटरप्रेन्योरशिप कार्यक्रम में पीजी डिप्लोमा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत भारत में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है।
सीएसआर और सस्टेनेबल डेवलपमेंट में पीजी डिप्लोमा इंडिया सीएसआर के साथ साझेदारी में एक त्वरित कार्यक्रम है और राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत प्रमाणित है। आवेदन पत्र भरने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें—
https://applications.iihmr.edu.in/applicationform-for-diploma-program-for-iihmr-u
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