जैसा कि हमने अपने पिछले लेख में डिसकस किया था कि आख़िर बार बार नौकरी बदलने के कारण क्या हैं! उसमें से हो सकता है कि कुछ कारण ऐसे हों जो आपको बिलकुल अपने ऊपर फ़िट लग रहे हों तो अब आप सोच रहे होंगे कि कैसे इन कारणों से पीछा छुड़ाया जाए।
मतलब ज़ाहिर सी बात है कि बार बार नौकरी बदलना कोई अच्छी चीज़ तो है नहीं! तो दोस्तों आइए हम आपको बताते हैं कि क्यों आपको बार बार अपनी नौकरी बदलने की आदत को ख़त्म करना ज़रूरी है। यक़ीन मानिए जब आपको बार बार नौकरी बदलने के साइड इफेक्ट्स के बारे में पता चलेगा तो आप फ़ौरन अपने इस काम से से तौबा कर लेंगे, ऐसा हमारा मानना है। तो आइए देखते हैं क्या हैं वे साइड इफेक्ट्स!
निगेटिव पर्सनालिटी शो होती है
सबसे बड़ा साइडइफेक्ट जो बार बार नौकरी बदलने का है वो यही है कि आपका अस्तित्व कोई ख़ास अहमियत रखने में असक्षम हो जाता है। जब आप बार बार नौकरी बदलते हैं तो आप यक़ीनन कई जगह इंटरव्यूज़ देते हैं। इंटरव्यू लेने वालों को जब आप ये बताते हैं कि आपने इससे पहले कई जगह नौकरी की है तो वे यक़ीनन आपसे ये भी पूछते हैं कि आपने उन नौकरियों को क्यों छोड़ दिया।
अब आपको कोई न कोई रीज़न तो बताना ही होता है! कई बार ऐसा होता है कि जो कारण आप बताते हैं वो आपकी पर्सनालिटी को निगेटिव शो करता है।
कहने का मतलब ये है कि अगला बंदा कन्फ्यूज़ हो जाता है कि आप पर भरोसा किया जाए कि नहीं क्योंकि जब आपने इतनी नौकरियां बदलीं हैं तो फिर आप उसके यहाँ कैसे टिकेंगे? मतलब ये उसका सोचना होता है लेकिन पर्सनालिटी तो आपकी निगेटिव शो हो रही है न!
थाली का बैंगन भी कहे जा सकते हैं
सिर्फ़ वही लोग नहीं जो आपका इंटरव्यू लेते हैं बल्कि कई बार तो आपके दोस्त और रिश्तेदार भी आपको थाली का बैंगन कहने से नहीं चूकते हैं। अगर आप बार बार नौकरियां बदल रहे हैं तो ऐसे में लोगों को लगता है कि आप तो कहीं एक जगह टिकते ही नहीं हैं। मतलब आज इधर तो कल उधर!
बिना मतलब की ज़िंदगी जीने वाला इंसान
ना, ना आप इस बात को अन्यथा न लीजिए क्योंकि ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि ऐसा तो आपके दोस्त, रिश्तेदार और इंटरव्यू लेने वाले सोच सकते हैं। जब आप किसी भी वजह से नौकरी बार बार बदलते हैं तो ऐसे में लोगों को लगता है कि आपकी ज़िंदगी का कोई मक़सद ही नहीं है।
भरोसे के लायक नहीं हैं आप
आप बार बार नौकरी बदलते हैं और आपको नौकरियां मिल भी जाती हैं लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि लोग आपको वैसे ही डील करेगें जैसे पहली नौकरी वाले करते थे।
लोग यह सोचते हैं कि आप बार बार नौकरी बदल रहे हैं तो आपको भरोसा नहीं किया जा सकता है। क्या पता आपने जैसे पहले नौकरियां छोड़ी हैं वैसे ही ये नौकरी भी छोड़ दें। वहीं आपकी पर्सनालिटी निगेटिव शो होती है और आप किसी के भरोसेमंद नहीं बन पाते हैं।
तरक़्क़ी में आती हैं हज़ार रुकावटें
बार बार नौकरी बदलने का जो सबसे बड़ा साइडइफेक्ट है वो ये है कि आप की तरक़्क़ी के चांसेस काफ़ी कम हो जाते हैं। जब आप बार बार नौकरी बदलते हैं तो ऐसे में अगला बंदा आप पर भरोसा नहीं कर पाता है। नतीजा ये होता है कि आपको बड़ी ज़िम्मेदारी के काम नहीं दिए जाते हैं। इस तरह आप अपनी क़ाबिलियत को भी सिद्ध नहीं कर पाते जिससे कि आप जहाँ हैं वहीं बैठे रह जाते हैं।
तो आपको क्या लगता है कौन सा साइडइफेक्ट सबसे ज़्यादा ख़तरनाक हैं? अपने विचारों को कमेंट् पेटिका में लिखकर हम से साझा करें।
हमने ये तो बता दिया कि बार बार नौकरी बदलने के क्या नुक़सान होते हैं लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कि हर चीज़ के दो पहलू होते हैं तो नौकरी बदलने के सिर्फ़ नुक़सान ही नहीं बल्कि कुछ फ़ायदे भी हो सकते हैं। आइए लगे हाथ उन पर भी एक नज़र डाल लेते हैं।
- आप को काफ़ी कुछ सीखने को मिलता है। यहीं पर आपको ज़िंदगी में आने वाले उतार चढ़ाव के बारे में अच्छे से पता चलता है।
- आप बार बार नौकरी बदलने की वजह से कभी कभी अपना वो सपना पूरा कर लेते हैं जो कि आप किसी एक नौकरी पर जमे रहने के कारण न कर पाते तो यह भी एक बढ़िया चीज़ हो जाती है।
- अलग अलग तरह के लोगों के साथ इंटरेक्शन होता है जिसकी वजह से आप लोगों की पहचान करने में सक्षम हो पाते हैं। आपका अनुभव काफ़ी स्ट्रोंग हो जाता है जिसकी वजह से आप ज़िंदगी में आने वाले तूफ़ानों को झेलने की ताक़त अपने अंदर पैदा होती हुई महसूस करते हैं।
अगर आपने भी कई नौकरियां बदली हैं तो हो सकता है कि आपको कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स और फायदों का एक्सपीरियंस हुआ हो जो शायद हमने यहाँ ना लिखा हो। तो दोस्तों उन चीज़ों को हमसे शेयर करना न भूलें।