(अप्रैल माह में हो रहे महिंद्रा में बड़े बदलाव)
देश की सबसे बड़ी कंपनी एसयूवी सेगमेंट में Mahindra & Mahindra लिमिटेड के लिए नया फाइनेंशियल ईयर कई प्रकार के बदलाव करने की सोच रहा है। पवन गोयानका ने पहले कंपनी में एमडी का पद संभाला। पवन गोयानका अब कंपनी के मौजूदा डिप्टी डायरेक्टर और ग्रुप चीफ फाइनेंशियल, अनीश शाह होगे। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयनका 2 अप्रैल को रिटायर कर दिया जायेगा।
Mahindra Group के इतिहास में शाह पहले पेशेवर एमडी और सीईओ बने होगे । वह Mahindra Group के सभी बिजनेस के ऑपरेशंस को संभालते हैं।
मार्च 2021 में वीएस पार्थसारथी Mahindra & Mahindra Group के मोबिलिटी सर्विस सेक्टर है, वो भी इस्तीफा दे चुके हैं। वीएस पार्थसारथी मेंबर ऑफ ग्रुप एग्जीक्यूटिव बोर्ड के पद से भी पदमुक्त हो गए। 1 अप्रैल, 2021 को वे इस पद से भी पदमुक्त हो जाएंगे। इस्तीफे की वजह उन्होंने निजी कारण बताई है। इनके स्थान पर इनकी पद को अब अनीश शाह संभालेंगे।
Mahindra & Mahindra Group से जुड़े सभी मेंबर
- वीएस पार्थसारथी: मोदी जेरॉक्स में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी। बाद में उन्हें कंपनी में एसोसिएट डायरेक्ट का पद दिया गया। उनके पास एचआर, फाइनेंस, M&A, आईटी और इंटरनेशनल ऑपरेशंस जैसे डिपार्टमेंट थे। Mahindra & Mahindra Group को उन्होंने 2000 में सीएफओ के तौर पर ज्वॉइन किया। इन्होंने अपने काम को बहुत लगन और मेहनत से किया और बाद में इन्हें अपने काम के लिए कई अवार्ड मिले। वे मेंबर ऑफ ग्रुप एग्जीक्यूटिव बोर्ड में भी शामिल हुए। उन्हें मोबाइल सर्विस सेक्टर के प्रेसिडेंट के तौर पर नियुक्त किया गया।
- अनीश शाह: मुंबई के सिटी बैंक के साथ उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद इन्होंने 2015 में ग्रुप प्रेसिडेंट (स्ट्रेटजी) के तौर पर Mahindra Group ज्वॉइन कर लिया था। इस पद पर रहते हुए उन्होंने स्ट्रेटजी डेवलपमेंट को संभाला। इन्होंने डिजिटलीकरण और डेटा साइंस जैसी क्षमताओं का बहुत तेजी के साथ विकास किया। वे जीई कैपिटल इंडिया के प्रेसिडेंट और सीईओ Mahindra Group में आने से पहले थे। अनीश शाह ने बैंक ऑफ अमेरिका के यूएस डेबिट प्रोडक्ट बिजनेस को संभाला और उसका साथ में नेतृत्व किया।
- पवन गोयनका: इन्होंने महिंद्रा में जनरल मैनेजर (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) के तौर पर अक्टूबर 1993 में ज्वाइन किया था। सितंबर 2005 में वे ऑटोमोटिव सेक्टर के प्रेसिडेंट बने। अप्रैल 2010 तक ऑटोमोटिव एंड फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के प्रेसिडेंट रहे। उन्हें ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अप्रैल 2003 में बनाया गया।
कंपनी पर क्या असर इस बदलाव का?
अनीश Mahindra Group के लिए एकदम सही लीडर चुने गए हैं। ये एमडी और सीईओ के तौर पर वे हमारे ग्लोबल ऑपरेशन, ट्रांसफॉर्मेशन एजेंडा सहित Mahindra Group के सभी कारोबार को भी संभालेंगे। हालांकि, अनीश का कहना है कि वे घाटे वाले बिजनेस को नहीं करेंगे।
वहीं, पार्थसारथी ने कहा कि उन्होंने लंबे वक्त तक अपने अनुभव के साथ कंपनी को आगे बढ़ाने में अपना पूरा योगदान दिया। वे कंसल्टेंट के तौर पर कंपनी के बिजनेस को बढ़ाने में मदद करेंगे और अपना पूरा योगदान देंगे।