अ चानक, आ कर मुझसे, इ ठलाता हुआ पंछी बोला। ई श्वर ने मानव को तो- उ त्तम ज्ञान-दान से तौला। ऊ पर हो तुम सब जीवों में- ऋ ष्य …
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भारत माता सिसक रही हैं,तुम सब की नादानी पर, तुम जमीर को बेच दिए, केवल बिजली व पानी पर ।। तुम बोले मंदिर बनवाओ, ‘उसने’ काँटा साफ किया, और तीन …
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उम्र चालीस पार है लेकिन शक्ल हमारी तीस के जैसी मुझको uncle कहने वाले, धत्त तुम्हारी ऐसी तैसी बेटी के स्कूल गया तो, टीचर देख मुझे मुस्कुराई बोली क्या मेंटेंड …
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ना किसी के ख्वाबो मे मिलेंगे, ना किसी के अरमान मे मिलेंगे, तु हमेशा आ जाना प्रिये हम हमेशा दुकान मे मिलेंगे, *गर्मी, सर्दी, बरसात यूँ ही गुजर जाती है, …
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पड़ें डंडे जो सर्दी में तो हर धरने का दम निकले बहुत निकले थे पहले लोग इस जुम्मे को कम निकले सहर होते ही दिल्ली और यू पी की पुलिस …
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जो कह दिया वह शब्द थे, जो नहीं कह सके वह अनुभूति थी और जो कहना है, फिर भी नहीं कह सकते वह मर्यादा है।। जिन्दगी का क्या है? आकर …
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पैर की मोच और छोटी सोच , हमें आगे बढ़ने नहीं देती । 😔😔😔😔😔😔😔😔 टूटी कलम और औरो से जलन , खुद का भाग्य लिखने नहीं देती । 😔😔😔😔😔😔😔😔 काम …
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समाज में कवि के लिए वास्तव में एक जगह है? लेखक, संगीतकार और कवि जीत थायिल ऐसा नहीं सोचते थे। थियिल ने कहा, “मुझे नहीं पता कि समाज के कवियों …