Tuesday, November 5, 2024
hi Hindi

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  • पाँच अगस्त बस पांच नही, यह पंचामृत कहलायेगा! एक रामायण फिरसे अब, राम मंदिर का लिखा जाएगा!! जितना समझ रहे हो उतना, भूमिपूजन आसान न था! इसके खातिर जाने कितने, …

  • मंदिर-मस्जिद बंद कराकर , लटका विद्यालय पर ताला ! सरकारों को खूब भा रही , धन बरसाती मधुशाला !! 🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾 डिस्टेंसिंग की ऐसी तैसी , लाकडाउन को धो डाला ! …

  • मै हुस्न परी, मै हुस्न परी सब पर चले मेरी जादूगरी महफिल की शान मुझ से है, जब जाम से जाम टकराता है तन्हा की जान मुझ मे है, सरूर …

  • इंसान, विज्ञान, बनने चले भगवान ना जन्म का पता ना मृत्यु का ज्ञान फिर भी समझें खुद को भगवान काटे जंगल नदियां रोकी, किया प्रकृति का अपमान बदला ताप धरा …

  • “आज की कैद अच्छी है, कल की आजादी के लिए, आज की थोड़ी सी आजादी, काफी है कायनात की बर्बादी के लिए ,परिवार के साथ रहें, स्वस्थ रहें….!!!”

  • बैलगाड़ी मे चलते थे बैल सा जीवन जीते थे, घास फूस खाकर भी निरोगी काया पाते थे फिर मोटर बनाई, सुख सुविधा पायी हर चीज मे तेजी लायी Food भी …

  • Corona से पूछा मैंने तू क्यूँ आया है, क्यूँ इतनी बर्बादी लाया है Corona रोकर बोला ये तो नियति का साया है, जो बोया उसीका फल पाया है चहुँ ओर, …

  • जिंदगी और मौत इक सफर के दो छोर जिंदगी चलती रहती अनवरत मौत की ओर कौन सा रस्ता, कौन सी मंजिल ढूंढते रहते हैं हम जिंदगी भर जीवन भी उसका …