पाँच अगस्त बस पांच नही, यह पंचामृत कहलायेगा! एक रामायण फिरसे अब, राम मंदिर का लिखा जाएगा!! जितना समझ रहे हो उतना, भूमिपूजन आसान न था! इसके खातिर जाने कितने, …
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मंदिर-मस्जिद बंद कराकर , लटका विद्यालय पर ताला ! सरकारों को खूब भा रही , धन बरसाती मधुशाला !! 🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾🍾 डिस्टेंसिंग की ऐसी तैसी , लाकडाउन को धो डाला ! …
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मै हुस्न परी, मै हुस्न परी सब पर चले मेरी जादूगरी महफिल की शान मुझ से है, जब जाम से जाम टकराता है तन्हा की जान मुझ मे है, सरूर …
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इंसान, विज्ञान, बनने चले भगवान ना जन्म का पता ना मृत्यु का ज्ञान फिर भी समझें खुद को भगवान काटे जंगल नदियां रोकी, किया प्रकृति का अपमान बदला ताप धरा …
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“आज की कैद अच्छी है, कल की आजादी के लिए, आज की थोड़ी सी आजादी, काफी है कायनात की बर्बादी के लिए ,परिवार के साथ रहें, स्वस्थ रहें….!!!”
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बैलगाड़ी मे चलते थे बैल सा जीवन जीते थे, घास फूस खाकर भी निरोगी काया पाते थे फिर मोटर बनाई, सुख सुविधा पायी हर चीज मे तेजी लायी Food भी …
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Corona से पूछा मैंने तू क्यूँ आया है, क्यूँ इतनी बर्बादी लाया है Corona रोकर बोला ये तो नियति का साया है, जो बोया उसीका फल पाया है चहुँ ओर, …
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जिंदगी और मौत इक सफर के दो छोर जिंदगी चलती रहती अनवरत मौत की ओर कौन सा रस्ता, कौन सी मंजिल ढूंढते रहते हैं हम जिंदगी भर जीवन भी उसका …
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मुझे मेरे हिन्दू होने पर नाज है तुझे तेरे मुस्लिम होने पर नाज है लेकिन राम मेरा भी मुझसे नाराज है और खुदा तेरा भी तुझसे नाराज है पाप मैंने …