हमारे बस कुछ ही शौक बड़े हैं अच्छा खाना, घूमना और मौज मारना, यह बात अगर आप अक्सर अपनी बातों में कहते हैं और आप 30 साल से पहले इन स्थानों पर घूमने नहीं गए तो यकीन मानिए आपने अपनी जिंदगी लगभग खराब कर ली है। जी हां अगर आप घूमना और लाइफ को इंजॉय करना चाहते हैं तो आप इससे पहले 30 की उम्र पार करे यहां घूमने का प्लान जरूर बना ले वरना जिंदगीभर, थ्री इडियट के फरहान की तरह खुद को कोसते रहोगे कि कभी हिम्मत ही नहीं की। तो चलिए जानते हैं कि कौन सी हैं वह जगह जहां आपको जाना चाहिए……………..
गोवा
इस साल गोवा जरूर चलेंगे, दिल्ली और ज्यादातर मैट्रोपोलिटन शहरों में रहने वाले लोगों के लिए गोवा का जो प्यार है वह अक्सर उनकी बातों में दिखाई देता है। लेकिन बहुत ही कम लोग हैं जो अपने दोस्तों के साथ यहां वक्त रहते घूमने आ पाते हैं। अगर 30 साल की उम्र से पहले आपने यहां कि नाइट लाइफ और समुंदर का मजा नहीं लिया तो आपने खुद पर अत्याचार किया है, तो इंतजार मत किजिए और इस साल गोवा जरूर घूम कर आ जाइए।
अंडमान निकोबार
अंडमान निकोबार का इतिहास वैसे तो बड़ा अलग है यहां पहले लोगों को काला पानी की सजा के तौर पर कैद किया जाता था, लेकिन जनाब आज कि बात ओर है। आज यहां कि हरियाली और पर्यटक स्थल लोगों को खूभ लुभाते हैं। यहां कि खासियत है कि यहां साल भर मौसम सुहाना रहता है, बाकि जगह के मुकाबले यहां पूरे साल ही तापमान कम रहता है। तो प्लान करे और 30 की उम्र से पहले यहां जरूर आइए।
उत्तराखंड
दुनिया के किसी भी मुल्क की बात करें तो पर्यटको का सबसे पसंदीदा स्थान देव भूमि उत्तराखंड है, इसका कारण है प्राकृति से प्यार और यहां बर्फ से ढके पहाड़ लोगों को बेहद पसंद आते हैं। आप उत्तराखंड जांए तो ऋषिकेष, टिहरी और फूलों की घाटी का लुत्फ उठा सकते हैं। अगर आप एकांत की तलाश या ठंडे इलाकों से बेहद प्यार करते हैं तो यह जगह आपको बेहद रास आएगी। सोचिए मत आज ही अपने बैग पैक करे और निकल जाइए एक बेहतरीन वैकेशन के लिए
फूलों की घाटी
उत्तराखंड के ही फूलों की घाटी को विश्व की धरोहर घोषित किया जा चुका है और आप भारतीय हो कर यहां कि खूबसूरती से वंचित हैं। गढ़वाल के चमोली जिले में स्थित फूलों की घाटी 87.50 किमी वर्ग में फैली है, यहां फूलों की 500 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। फूलो से प्रेम करने वाले लोगों को यह जगह काफी पसंद आती है। यही नहीं इसे यूनेस्को ने 1982 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया था।