इस दुनिया में न जाने ऐसी कितनी ही घटनाए होती है जो बहुत ही रहस्यमयी प्रकार से घटती हैं। इन घटनाओं को सुन कर दिमाग भी यकीन करने से मना कर देता है। ऐसा ही एक रहस्य है बरमूडा ट्रांएगल का। अमेंरिका के दक्षिणी पूर्वी तट पर बने इस ट्रैंगल के आस पास से जो भी जहाज गुजरता है वह गायब हो जाता है। फिर सालों तक उन जहाजों और उसके यात्रियों का कोई पता नहीं चलता।
बहुत ही डरावना सा है इसका इतिहास
बरमूड़ा ट्राएंगल अमेरिका के फ्लोरिडा, प्यूर्टोरिको और बरमूडा तीनो को जड़ने वाला ट्रैंगल है। इसके आस पास पहुंचते ही बड़े बड़े जहाज भी पल भर में गायब हो जाते हैं। यही नहीं यह ट्रांएगल अब तक 1000 से ज्यादा लोगो की मौत का कारण बन चुका है। 4 दिसंबर 1872 में इसके पास से गुजरने वाला जहाज अचानक गायब हो गया इस जहाज पर सवार किसी भी यात्री और जहाज का कोई भी पता नहीं चला और न जाने ऐसे कितने ही जहाज की इस गिरफ्त में आए और कभी निकल नहीं पाएं। इसकी दहशत पूरी दुनिया में इतनी है कि आज तक कोई भी वैज्ञानिक इसके रहस्य को सुलझाने या इसके अध्ययन के लिए यहां नही आया।
यह हो सकती है वजह
आज तक साफ तौर पर तो यह कोई नहीं बता पाया कि इस ट्रांएगल का क्या राज है लेकिन अनुमान तो यह लगाया जाता है कि बरमूडा ट्राएंगल का मौसम बहुत ही खराब रहता है। यहां पल भर में 100 फीट ऊंची लहरे उठती हैं और मिनटों में शांत भी हो जाती हैं। यहां के ऐसे मौसम को देखकर ही वैज्ञानिक यह अनुमान लगा रहे हैं कि यहां से गायब हुए किसी भी जहाज के पीछे का कारण प्राकृतिक ही रहा होगा।
लगाया जाता है यह अनुमान
1997 में पहली बार इस दक्षिण अफ्रिका के तट पर सेटलाइट से एक फोटो ली गई जिसमें 100 फीट ऊंची ऊंची लहरे दिखाई दी और कुछ मिनटो में शांत भी हो गई। यही नहीं सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों में हेक्सॉगन जैसे बादल भी देखे गए जिनके नीचे 274 किमी प्रति घंटा की स्पीड से हवा चल रही थी जो इस बात पर मौहर लगा देती है कि यहां के मौसम की वजह से ही जहाज नष्ट हो जाते होंगे।
आज भी बरकारार है रहस्य
बरमूडा ट्राएंगल को लेकर किसी भी तरह की मौहर तो नहीं लगी है कि यहां का रहस्य क्या है क्योंकि इस ट्रएंगल पर कुछ जहाज मिल गए थे लेकिन वहा एक भी यात्री नहीं मिला। इस तरह की घटना को समुंद्री लूट का नाम भी दिया गया लेकिन जहाज को जांचे जाने के बाद देखा गया कि जहाज में सभी किमती चीजें मौजूद थी। खैर यहां का राज आज भी पूरी तरह राज ही है।