संयुक्त रूप से संपत्ति रखने के कई फायदे हो सकते हैं। इसकी वजह से कई परेशानियां दूर हो जाती है जैसे संपत्ति कि कई परेशानियां और उत्तराधिकार की परेशानी आदि। इसकी वजह से कई लाभ भी होते हैं जैसे कर लाभ। इसमें कई प्रकार के लाभ मिलते हैं जैसे ब्रोकरेज से बचाव। संयुक्त संपत्ति लेना समाज की कई बातों को साझा करता है इसमें कुछ बातें हैं आती है जैसे पत्नी की स्थिति, जीवन साथियों के बीच विश्वास आदि। इसके कई लाभ होते हैं जैसे
सामर्थ्य
संपत्ति खरीदने के लिए जो भी लोन होता है, वह पात्रता द्वारा निर्धारित करते हैं। इसमें आय की सीमा लगाई जाती है। यदि बात करें एक साथ पंजीकरण की तो पति पत्नी को एक साथ होम लोन लेने का विकल्प भी मौजूद होता है। इससे कर्ज का बोझ भी दो लोगों में बट जाता है और एक अच्छी लोन राशि का रास्ता भी साफ हो जाता है। ऐसे में कंपनियों का दोनों की आय पर विचार होता है।
लोन के लाभ
संयुक्त रूप से होम लोन लेने पर कई लाभ प्राप्त होते हैं। इसमें कुछ अहम बातें हैं जैसे सीएसडी के मूलधन कि यदि बात करें तो दावा किया जाता है, कि डेढ़ लाख तक कटौती हो सकती है। सेक्शन 80c और धारा 24 कि यदि बात की जाए तो संयुक्त रूप से होम लोन लेने पर 2 लाख तक छूट हो सकती है। इसके साथ कई लाभ भी मिलते हैं जैसे कर लाभ।
स्टाम्प ड्यूटी
कई राज्यों में महिला को कई लाभ प्रदान किए जाते हैं जैसे स्टांप ड्यूटी पर 1% से 2% तक कटौती। यह व्यक्तिगत रूप से भी है और संयुक्त रूप से भी है। यदि उदाहरण की बात की जाए तो दिल्ली में एक महिला को 4% स्टांप ड्यूटी देनी होती है, वहीं एक पुरुष को 6% तक स्टांप ड्यूटी का भुगतान करना होता है। वही राजस्थान की बात करें तो वहां भी महिला को 4% का स्टांप ड्यूटी देना होता है वही पुरुष को बाजार मूल्य पर 5% तक स्टांप ड्यूटी देना होता है। यदि हरियाणा की बात की जाए तो वहां के ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं को 4% तक स्टांप ड्यूटी है वहीं पुरुषों को 6% तक स्टांप ड्यूटी है। हरियाणा की शहरी क्षेत्र की बात करें तो स्टांप ड्यूटी 6% महिलाओं के लिए है और 8% पुरुषों के लिए। इसी प्रकार कई ऐसे राज्य हैं जिनमें महिलाओं के लिए स्टांप ड्यूटी पुरुषों की तुलना में बेहद कम है।
कई बैंकों द्वारा भी इसी तरह महिलाओं को होम लोन के लिए छूट दी जाती है। इसमें एचडीएफसी, एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक शामिल है। महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम ब्याज दर पर लोन मिल जाता है। यदि ब्याज कम होगा तो आप की मासिक किस्त भी कम बनेगी। वर्तमान के समय में संपत्ति की कीमतें ज्यादा हो गई है। इसी वजह से आज के समय में पति पत्नी संयुक्त रूप से होम लोन लेते हैं। इसकी वजह से चकौती का बोझ कम हो जाता है और यह बेहद सुविधाजनक बन जाता है।