भारत के स्वाधीनता आन्दोलन में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी कदम से कदम मिलाकर संघर्ष किया था। मातंगिनी हाजरा एक ऐसी ही बलिदानी माँ थीं, जिन्होंने अपनी अशिक्षा, वृद्धावस्था …
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सुविधाओं में पलकर कोई भी सफलता पा सकता है; पर अभावों के बीच रहकर शिखरों को छूना बहुत कठिन है। 25 सितम्बर, 1916 को जयपुर से अजमेर मार्ग पर स्थित …
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पत्नी को उदास देख कर पति : डार्लिंग तुम इतनी उदास क्यों लग रही हो, गुमसुम बैठी हो, क्या सोच रही हो ? पत्नी : नही, ऐसी कोई बात नही …
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Husband: सब्जी में कितनी नमक डालनी हैं। Wife: 3 महीने से सब्जी बना रहे हो । अभी तक नमक का भी अंदाजा नही लगा पा रहे हो । और Resume …
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भारतीय पत्र जगत में नये युग के प्रवर्तक श्री बालेश्वर अग्रवाल का जन्म 17 जुलाई, 1921 को उड़ीसा के बालासोर (बालेश्वर) में जेल अधीक्षक श्री नारायण प्रसाद अग्रवाल एवं श्रीमती …
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वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अगर हम देखें, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि शारीरिक चुनौतियों के साथ-साथ जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण साक्षरता के मामले में दिव्यांग हमेशा पीछे …
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बीएसडीयू के छात्रों ने 3-इन-1 कोविड सेफ्टी डिवाइस का आविष्कार किया और इसका पेटेंट हासिल किया • एक ही बार में शरीर का तापमान लेता है, मौजूदगी दर्ज करता है …
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1001 विशेष बर्ड वाटर फीडर्स का वितरण और स्थापना आत्मनिर्भर भारत में सहभागिता निभाता किराना किंग, ग्रोसरी रिटेल नेटवर्क क्षेत्र में भारत का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ ब्रांड बन …
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महात्मा गांधी ने चरखे के जरिए भारतीय स्वतंत्रता की कहानी लिखी । यह सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है जब भारत “आत्मानिर्भर” बनने की दिशा में काम कर रहा है। राष्ट्रीय …