मुंबई में हुई भारत और ऑस्ट्रेलिया कि भिड़ंत में भारतीय टीम पूरी तरह फिस्डडी साबित रही। आपको बता दें कि बीते मंगलवार 15 जनवरी को भारत और ऑस्ट्रेलिय के बीच तीन मैचों की श्रृंखला का पहला मैच वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था। जिसमें भारत की बल्लेबाजी के साथ साथ गेंदबाजी भी कंगारू टीम के सामने घूटने टेकती दिखाई दी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस मैच को 10 विकेट से महज 37.4 ओवरो में ही जीत लिया।
टॉस का बॉस
भारतीय टीम एक लम्बे अरसे बाद किसी मजबूत टीम से क्रिकेट खेलने उतरी थी, जिसमें भारत का प्रदर्शन बहुत ही निराशा जनक रहा। टॉस जितने के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरोन फिंच ने गेंदबाजी का फैसला किया जो शुरूआती ओवर में ही सही साबित होता दिखाई दिया।
पारी का आगाज
भारतीय पारी की शुरूआत शिखर धवन और रोहित शर्मा ने की थी, रोहित मात्र 15 गेंदों में 10 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। जिसके बाद पारी की बागडोर के एल राहुल और शिखऱ धवन के हाथों में आ गई दोनो ने मिल कर भारतीय टीम को एक सही शुरूआत दिलाई और दोनो के बीच 121 रनों की साझेदारी हुई।
इसके बाद राहुल 47 के निजी स्कोर पर कैच आउट हो गए। यहां से पारी को संभालने कप्तान विराट कोहली आए मगर वह भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाए,
भारतीय स्कोर कार्ड
शिखर धवन ने 74 रन की एक अहम पारी जरूर खेली लेकिन वह भारतीय टीम को इस शर्मनाक हार से नहीं बचा पाई। भारत की ओर से विराट कोहली 16 रन, श्रेयस अय्यर 4 रन रिषभ पंथ 28 रन, रविंद्र जड़ेजा 25 रन, शार्दुल ठाकुर 13 रन, शामी 10 रन, और कुलदीप यादव 17 रन बना कर आउट हो गए। पूरी भारतीय टीम 255 रन के स्कोर पर सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया का जवाब
जवाब में उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की सलामी जोड़ी ने ही यह लक्ष्य बिना किसी नुकसान के हासिल कर लिया। ऑस्ट्रेलिय की ओर से एरोन फिंच ने 110 रन बनाए और डेविड वार्नर ने 128 रन की आतिशी पारी खेली और अपनी टीम को जीत की दहलीज तक ला खड़ा किया।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजो में सबसे अधिक वेकेट मिचेल स्टार्क ने 3, पैट क्यूमिन्स ने 2, केन रिचर्डसन ने 2, एडॉन ज़ैम्पा ने 1, और एश्टन ने 1 विकेट लिया।
क्यों बड़ी है यह हार
आपकों बतां दे के पिछले 15 सालों में कभी ऐसा नहीं हुआ जब विरोधी टीम ने भारतीय टीम को उनकी ही जमीन पर 10 विकेट से हराया हो। इससे पहले साउथ अफ्रीका ने 2005 में भारतीय टीम को कोलकाता के मैदान में 10 विकेट से मात दी थी
निर्णायक होगा अगला मैच
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अगला मैच 17 जनवरी को राजकोट में खेला जाना है, यह भारतीय टीम के लिए करो या मरो की स्थिति होगी अगर भारत जीतेगा तो ही वह सीरीज में वापसी कर पाएगा वरन कंगारू टीम इस सीरीज को अपने नाम कर लेगी।