Thursday, November 14, 2024
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lab grown meat

अब बिना मुर्गे को मारे खा पाएंगे चिकन, इस कंपनी ने लैब में तैयार किया मांस

by Divyansh Raghuwanshi
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मनुष्य को सब्जी खाने के लिए खेतों में उगाना आवश्यक होता है क्योंकि इसके बिना सब्जी कहीं और नहीं उगाई जा सकती है। इन सब्जियों को सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड स्टोर का भी इस्तेमाल किया जाता है।

वहीं दूसरी ओर अगर हम मांसाहारी व्यक्तियों की बात करें जो खाने के लिए विभिन्न जानवरों को मार देते हैं। पूरी दुनिया में लोग मीट (मांस) को खाने के लिए न जाने कितने जानवरों को मार देते हैं। इन जानवरों में मुर्गा, बकरी, सूअर, मछलियां इत्यादि सम्मिलित हैं।

अगर आपको बताएं कि इन सभी जानवरों को बिना मारे भी इंसान मांस का सेवन कर सकते हैं, तो चौंकिए मत, क्योंकि सिंगापुर में लोग मांस खाने के लिए जानवरों को नहीं मारते हैं। आज हम इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि अब बिना जानवरों को मारे मांस को आखिर कैसे खाया जा सकता है। चलिए तो विस्तार से जानते हैं इसके बारे में-

इस प्रकार का मांस उपलब्ध कराने वाला दुनिया का पहला देश बना

सिंगापुर में ‘1980’ नाम का एक रेस्टोरेंट स्थापित है। इस रेस्टोरेंट की एक लैब में मुर्गे का मांस (चिकन) उपलब्ध है। इस रेस्टोरेंट से कोई भी व्यक्ति मुर्गे का मांस खरीद सकता है। लैब में तैयार किए गए मुर्गे के मांस को बाजार में प्रदान करने वाला यह दुनिया का पहला देश बन गया है। हम कह सकते हैं, कि अब जानवरों को बिना मारे भी मांस खाना संभव है! सिंगापुर की सरकार ने यहां के लोगों को इस मास को खाने की भी अनुमति दे दी है। 

इस मास को लैब में मुर्गे की कोशिकाओं के द्वारा निर्मित किया गया है। यहां पर इस मीट को ‘क्लीन मीट’ के नाम से भी जाना जा रहा है। कंपनी के अनुसार लोग इस मांस को आगे जाकर (भविष्य में) और भी अधिक पसंद करेंगे। इस मुर्गे के मांस को ‘अमेरिकी स्टार्टअप ईट जस्ट’ द्वारा विकसित किया गया है।

लोग लैब में तैयार किए गए मांस और असली मांस के स्वाद में नहीं कर पाए अंतर

meat

Meat produced in Lab

आप यह जानकर चौंक सकते हैं, कि जब लोगों को इस लैब में तैयार किए गए चिकन और असली चिकन के कुछ व्यंजन बनाकर दिए गए तो लोग दोनों के स्वाद में अंतर नहीं कर पाए। ईट जस्ट के मुख्य कार्यकारी और सह संस्थापक ने कहा था कि सिंगापुर में इस मास को बिना किसी सरकार की रुकावट के साथ बेचा जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है, कि इस मांस को लोगों ने भी काफी पसंद किया है। अगर भविष्य में इस मास को लोगों ने अधिक पसंद किया तो इन मासूम जानवरों को मरने से बचाया जा सकता है। इस प्रकार से कह सकते हैं, कि पर्यावरण को बचाने में अहम भूमिका रहेगी।

वर्तमान समय में कंपनी एक हजार लीटर बायोरिएक्टर मांस का उत्पादन कर रही है। कंपनी आने वाले समय में इसके उत्पादन में और अधिक वृद्धि करेगी। यह हर संभव प्रयास कर रही है, कि सिंगापुर के अलावा यह मांस दुनिया के अलग-अलग देशों में भी बेचा जाए। 

 

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