स्मार्टफोन (Android phones) के साथ स्मार्ट होती इस दुनिया में कई ऐसी चीजें हमसे छूट गई हैं जो कभी हमारे जीवन का हिस्सा हुआ करती थी जैसे रेडियो, टेलीविजन, कैमरे, अलार्म, घड़ियां इत्यादि। आज हर इंसान अपने स्मार्टफोन में लगा रहता है। यहां तक कि उसे अपने आसपास हो रही बात और लोगों में कोई दिलचस्पी नहीं होती। बदलाव के इस दौर में स्मार्टफोन ने इंसान की जिंदगी में एक खास जगह बना ली है जिससे इंसान कई फायदे उठा रहा है और साथ ही साथ कई सारी परेशानियों से भी जूझ रहा है।
स्मार्टफोन (Android phones) हर एक की जरूरत बन चुका है। अच्छे स्मार्टफोन (Android phones) की पहचान अब उसका अच्छा कैमरा और स्मार्ट फोन की बैटरी बन चुके हैं। फोटोग्राफी के लिए आज कैमरा होना जरूरी नहीं बल्कि एक अच्छा स्मार्टफोन और उस स्मार्टफोन की लंबे समय तक चलने वाली बैटरी है। लोग स्मार्टफोन के जरिए फोटोग्राफी करके बहुत पैसे भी कमा रहे हैं।
स्मार्टफोन खरीदने के बाद कुछ दिन तक तो वह अच्छा चलता है पर जैसे-जैसे वह पुराना होता जाता है उसकी बैटरी भी धीमे होती चली जाती है और इसीलिए हम जल्दी-जल्दी स्मार्टफोन बदलते रहते हैं। अगर आपके स्मार्टफोन की बैटरी स्लो हो गई है तो यह कोई बड़ी परेशानी नहीं इसलिए उसे बदलने की कोई जरूरत नहीं बस कुछ चीजों का खास ख्याल रखें।
स्मार्टफोन (Android phones) की बैटरी को बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स
बहुत से लोग ऐसे हैं जो स्मार्टफोन को चार्ज में लगाकर इस्तेमाल करते हैं वह इस बात से अनजान हैं कि स्मार्ट फोन को चार्ज करते हुए इस्तेमाल करने से उसकी बैटरी पर असर पड़ता है। इससे बैटरी बहुत जल्दी जल्दी खत्म होने लगती है। स्मार्टफोन (Android phones) को चार्ज में लगा कर कभी भी इस्तेमाल ना करें।
स्मार्टफोन (Android phones) को चलाते समय उसकी ब्राइटनेस हमेशा कम रखें। ब्राइटनेस तेज होने से भी फोन की बैटरी जल्दी चली जाती है।
कई ऐप्स हैं जो फोन की बैटरी को लंबे समय तक चलाने का दावा करते हैं। लेकिन हम इस बात से अनजान हैं कि वे ऐप्स असल में हमारी बैटरी को ज्यादा समय तक नहीं चलाते बल्कि फोन के स्पेस को भर देते हैं। ऐसे एप्स को डाउनलोड ना करें।
हमेशा डार्क थीम का ही इस्तेमाल करें। लाइट बिल्कुल भी ना रखें।
कई बार वाईफाई, हॉटस्पॉट और ब्लूटूथ का इस्तेमाल करने के बाद हम उसे खुला ही छोड़ देते हैं जिससे स्मार्टफोन की बैटरी (Android phones) जाती रहती हैं। वाईफाई, हॉटस्पॉट और ब्लूटूथ का इस्तेमाल होने के बाद फौरन ही उसे बंद कर दें।
जीपीएस को कभी खुला ना छोड़े। उसे बंद रखें।
कई ऐसे वॉलपेपर्स होते हैं जो लाइव होते हैं। उनसे भी स्मार्टफोन (Android phones) की बैटरी डिस्चार्ज जल्दी हो जाती है तो ऐसे वॉलपेपर्स का इस्तेमाल कम करें या ना ही करें।
हमेशा पावर सेवर मोड को फोन में ऑन रखें।
फोन को चार्ज में लगा कर ऐसे ना छोड़े। जैसे ही फोन चार्ज हो जाए उसे बैटरी से निकाल लें। मोबाइल बैटरी ओवर चार्ज होने से भी बैटरी के खराब होने का खतरा रहता है।
हमेशा मोबाइल (Android phones) के साथ मिलने वाले चार्जर्स से ही अपने फोन को चार्ज करें! किसी और के चार्जर से मोबाइल चार्ज करने से भी स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी खराब हो जाती है।
इंटरनेट यूज करने के बाद उसे बंद कर दें।
कई एप्स एक साथ इस्तेमाल करते रहने से भी मोबाइल बैटरी डिस्चार्ज होती रहती है। इसलिए एक ऐप का इस्तेमाल करने के बाद उसे बंद करके दूसरा ऐप खोलें।
ज्यादा मोबाइल बैटरी को खत्म करने वाले एप्स डाउनलोड ना करें। बस जिनकी जरूरत हो वही रखें।
स्मार्टफोन (Android phones) हद से ज्यादा इस्तेमाल करने के नुकसान
स्मार्टफोन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना हमारे जीवन पर बहुत गहरा असर डाल रहा है। इससे इंसान कई सारी परेशानियों से जूझ रहा है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से इंसान थकान, सिरदर्द, तनाव, आंखों के नीचे गड्ढे और कालापन, हमेशा बेचैन रहना, नींद की कमी, शरीर की कमजोरी और ऐसी कई सारी बीमारी से गुजर रहा है।
आपको पता होना चाहिए कि यह चीजें हमारे जीवन पर बहुत गहरा असर डाल रही हैं और हमारे लिए बड़ी परेशानी बनती जा रही हैं। मोबाइल से निकलने वाली रोशनी हमारी आंखों पर सीधे पड़ती हैं और आंखों पर गहरा असर डाल रही हैं।
स्मार्टफोन (Android phones) से निकलने वाली रेडिएशन से कैंसर का भी खतरा है। ज्यादातर आदमियों की यह आदत होती है कि वह अपने स्मार्टफोन को बेल्ट के पास बने पॉकेट में रखते हैं। इससे मोबाइल फोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरण उनकी हड्डियों को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं।
स्मार्टफोन (Android phones) से निकलने वाला विकिरण कैंसर व दिल की बीमारियों का भी खतरा बढ़ा देता है।
अगर कोई व्यक्ति स्मार्टफोन का लगातार उपयोग कर रहा है तो उसे एक ऐसी लत लग जाती है कि अगर उसे फोन थोड़ी देर के लिए भी ना मिले उसे नोमोफोबिया नाम की एक बड़ी बीमारी भी लग जाती है।
स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल करने से सिर में दर्द और याददाश्त जाने का भी खतरा होता है। बहुत से ऐसे बच्चे हैं जो स्मार्टफोन पर गेम खेलते हैं और धीरे-धीरे उन्हें उसकी लत लग जाती है असल में उन्हें गेम की नहीं बल्कि स्मार्टफोन की लत हो जाती है।
Conclusion
हर इंसान को अपने स्वास्थ्य से प्यार तो होता ही है पर स्मार्टफोन से होने वाली बीमारियों से और उसके ज्यादा इस्तेमाल से वह किन परेशानियों में पड़ सकता है इस बात से अनजान है। हमें स्मार्टफोन का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए।
मोबाइल फोन जब जरूरत हो तभी इस्तेमाल करें। ज्यादा इस्तेमाल से क्या नुकसान हो सकते हैं इस बात की जानकारी रखकर मोबाइल का इस्तेमाल कम करना चाहिए।
देर रात तक मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मोबाइल फोन की दुनिया से निकल कर अपने आसपास के लोगों के साथ वक्त बिताना चाहिए। अपने माता-पिता से बातें करनी चाहिए और आसपास हो रही हलचल की जानकारी रखना चाहिए!
फोन का इस्तेमाल इसलिए भी कम करना चाहिए। इससे ना सिर्फ़ हमारा समय बर्बाद हो रहा है बल्कि हमें कई सारी बीमारियां भी लग रही हैं। दोस्तों, माता-पिता और रिश्तेदारों के साथ ज्यादा वक्त बिताने की कोशिश करें ताकि ज्यादा से ज्यादा देर हम मोबाइल फोन से दूर रहें और अपने करीबी लोगों से जुड़े रहें।
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