अमेरिकी सूत्रों ने कहा है कि ट्रम्प प्रशासन जहां चीनीयों के साथ घनिष्ठता बढ़ा रही है वहीं दुनिया में चीन के बढ़ते प्रभाव पर अंकुश लगाने के लिये उसे भारत की जरूरत होगी. अमेरिका के लिये भारत को बेहद अहम बताते हुए अटलांटिक काउंसिल ने ट्रम्प प्रशासन से भारत के साथ अपने रिश्तों को प्राथमिकता देने की अपील की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले अमेरिका के शीर्ष थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल ने अपने नीति पत्र ट्रांसफॉर्मिग इंडिया फ्रॉम ए बैलेंसिंग टू लीडिंग पावर में कहा, चीन ने आर्थिक एवं सैन्य दोनों मोर्चे पर प्रगति की है, इस बात को देखते हुए अमेरिका को अपने वैश्विक एवं क्षेत्रीय प्रभुत्व सुनिश्चित करने के लिये वहां अपने संसाधन लगाने की आवश्यकता है.
नीति पत्र को पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी और साउथ एशिया सेंटर ऑफ द अटलांटिक काउंसिल के निदेशक भारत गोपालस्वामी ने संयुक्त रूप से लिखा है. हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी अगले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड से मिलने अमेरिका जा रहे हैं ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि चीन के मसले को लेकर दोनों देशों के बीच कोई रणनीति स्थापित हो सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अगले सप्ताह होने वाली मुलाकात से पहले ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि अमेरिका भारत के साथ संबंधों को मजबूत बनाने को लेकर आशान्वित है. अमेरीकी सूत्रों का कहना है कि आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए दोनों देशों के लोगों के बीच का संबंध मजबूत है, इसलिए हम मोदी के इस दौरे को लेकर उत्सुक हैं.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप सोमवार को व्हाइट हाउस में मिलने वाले हैं. आपको बता दें कि दोनों नेताओं की अब तक यह पहली मुलाकात होगी. पिछले साल नवंबर में ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद दोनों नेताओं ने फोन पर बात की थी. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद भी ट्रंप ने मोदी को फोन कर बधाई दी थी.