नर्मदा जी के किनारे बसा हुआ जबलपुर अनोखी प्राकृतिक सुंदरता वाला शहर है। यहाँ पर आप हवाईजहाज़ (plane), कार, bike(motorcycle) से आ सकते है। जबलपुर अपने गौरवशाली इतिहास के लिए जाना जाता है। यहां के नदी, झरने ऐसे हैं मानो जैसे शीतल चांदी बह रही हो। चांदनी रात में नाव का सफर बहुत ही मनोरम प्रतीत होता है। यहाँ की सुंदरता के कारण यहाँ फिल्मों को भी शूट होता है। फिल्मों में जैसे बॉबी, अशोक, मोहनजोदड़ो, जैसे अन्य कई सीरियल को यहां शूट किया गया।
भेड़ाघाट मुख्य पर्यटन स्थल
यह घाट जबलपुर शहर से 25 किलोमीटर दूर नर्मदा नदी के किनारे है। यहाँ मार्बल की चट्टाने हैं, जो देखने में बहुत ही खूबसूरत है। यहां आप चट्टानों के बीच बोटिंग भी कर सकते हैं और उड़नखटोला में बैठकर ऊपर से भी पूरा नज़ारा देख सकते है।
धुंआधार झरना: यहाँ पानी इतनी तेजी से गिरता है, कि पानी धुंए की तरह दिखता है। मानो धुंआ निकल रहा हो। यह बरसात में और भी खूबसूरत दिखता है।
बन्दर कूदनी: यहाँ बन्दर कूदनी भी है जहां पर दो पहाड़ो के बीच नर्मदा बहती है। ऊपर बन्दर एक पहाड़ से दूसरे पहाड़ कूदते है इसीलिये इसे बंदर कूदनी कहा जाता है।
रानीदुर्गावती किला
यह जबलपुर के मध्य राजा मदनशाह द्वारा पहाड़ी पर बनवाया हुआ एक ऐतिहासिक स्थल है। रानी दुर्गावती महल को राजा मदन महल भी कहा जाता है। इसका एक हिस्सा बहुत ही अद्भुत है, जो दो विशाल पत्थरों पर बना हुआ है। इसे वॉच टावर भी कहा जाता है। छत से महारानी के सैनिक दुश्मनों पर निगरानी करते थे। यहां एक बालकनी है, जहां से आप पूरे जबलपुर को देख सकते हैं। यहां लगभग 900 साल पहले तीन मंजिल का भव्य महल हुआ करता था। जिसमें गोंडवाना साम्राज्य की महारानी दुर्गावती जी निवास करती थी।
चौसंठ योगिनी मन्दिर
10 वीं शताब्दी में बना 64 योगिनी मंदिर पर चौसठ योगिनी के साथ दुर्गा जी की प्रतिमा भी है। मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है। कहा जाता है यहां पर रानी दुर्गावती जी गुफा में पूजा करने आया करती थी।
यहां के कुछ और प्रमुख स्थान
बरगी डैम: यह नर्मदा नदी पर बना हुआ बांध है। यहां बोटिंग भी कर सकते है। यहाँ दूर दूर तक पानी और हरियाली होती है। यहां का प्राकृतिक दृश्य बहुत ही अद्भुत और मनोरम होता है।
कचनार सिटी: यह जबलपुर के विजय नगर में स्थित है और 76 फीट ऊंची भगवान शिव जी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। यहां नीचे गुफा में 12 ज्योतिर्लिंग भी स्थित है। यहाँ दर्शन के लिये दूर दूर से लोग आते है।
डुमना नेचर रिज़र्व पार्क: 1058 हेक्टेयर में बना हुआ यह पार्क एक ईकोटूरिज्म साइट है। यहां पर एक बांध, जंगल, वन्यजीव शामिल है। यहां तेंदुआ, सियार, चीतल और पक्षियों की कई प्रजातियां पास से ही देखने को मिल जाती हैं। यहां एक खंडारी डैम है। साइकिलिंग करके हम पूरा पार्क भी घूम सकते हैं।
त्रिपुर सुंदरी मन्दिर: यह मंदिर भेड़ाघाट रोड पर स्थित है। यह त्रिपुरी माता को समर्पित है यह बहुत ही खूबसूरत स्थान है जहां आस-पास अन्य देवी देवता भी स्थापित है।
ग्वारीघाट: यह नर्मदा जी का एक बहुत ही सुंदर घाट है। इसके आस पास अन्य बहुत सारे घाट है। यह घाट बहुत ही खूबसूरती से बना है। यहां नर्मदा के पानी के बीचो-बीच माता नर्मदा का मंदिर स्थापित है। नर्मदा घाट के उस पार सिक्खों का गुरुद्वारा भी है, जो बहुत ही सुंदर है। रात में इन सब की एक अलग ही सुंदरता होती है।