Saturday, September 21, 2024
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Alzheimer disease क्या है? कैसे होती है।

Alzheimer disease क्या है? अल्जाइमर के कारण और लक्षण जानिए

by Nayla Hashmi
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अल्जाइमर डिजीज (Alzheimer disease) मुख्य रूप से दिमाग की ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान के दिमाग की कोशिकाएं कमजोर हो जाती हैं। जिसकी वजह से उसे भूलने की आदत हो जाती है और इसी वजह से उसे 1, 2 मिनट पहले हुए बातें भी याद नहीं रहती। इस बीमारी के बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं रहती और ज्यादा जानकारी ना होने की वजह से आधी अधूरी जानकारी उनके लिए नुकसानदायक होती है।

अल्जाइमर का रोग किसी भी इंसान में लग सकता है क्योंकि इसकी पहचान करना आसान नहीं है। इसे पहचानना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि अगर अल्जाइमर के रोग के बारे में सही समय पर पता चल जाए तो इसकी रोकथाम की जा सकती है।

Alzheimer disease के कारण

Alzheimer disease क्या है? कैसे होती है।

अल्जाइमर की बीमारी (Alzheimer disease) की शुरूआत आम बीमारियों की तरह ही होती है जिसकी वजह से इसका पता नहीं लग पाता। चलिए हम अल्जाइमर की बीमारी (Alzheimer disease) व उसके के कुछ लक्षणों के बारे में जानते हैं-

अधिक उम्र होना

अल्जाइमर की बीमारी का एक कारण उम्र दराज होना है। मतलब ज्यादा उम्र के लोगों को यह बीमारी हो सकती है। इसलिए अगर आपकी उम्र 60 साल से अधिक है तो आप अपने सेहत का खास ख्याल रखें ताकि आप अल्जाइमर (Alzheimer disease) जैसे रोग से बचे रहें।

वंशानुगत वजह होना 

अगर आपके माता-पिता या परिवार में किसी को भी अल्जाइमर जैसी बीमारी है तो एक हद तक वह आपके अंदर भी आ सकती है। अल्ज़ाइमर की बीमारी अर्थात भूलने की बीमारी वंशानुगत बीमारी होती है। यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में आसानी से ट्रांसफर हो जाती है।

इसलिए अगर घर में किसी को अल्जाइमर है तो आपको समय समय पर अपना हेल्थ चेकअप कराना चाहिए। ताकि अल्जाइमर के रोग का पता चल सके और उसकी सही ढंग से इलाज हो सके।

सिर की चोट

अगर किसी व्यक्ति को बचपन में या कभी सिर पर चोट लगी हो तो उस इंसान मे भी अल्जाइमर (Alzheimer disease) के होने की संभावना बनी रहती है। अक्सर देखा गया है कि जिन लोगों के सिर पर किसी भी प्रकार की चोट लग जाती है तो ऐसे में ना सिर्फ़ उन्हें ब्रेन डैमेज का ख़तरा होता है बल्कि उन्हें भूलने की भी समस्या होने लगती है। यह दिमाग़ के लिए काफ़ी ख़तरनाक साबित हो सकता है। ऐसी स्थिति को बिलकुल भी नज़रअंदाज़ न करें। बेहतर है कि समय रहते डॉक्टर से संपर्क किया जाए और इसका प्रॉपर इलाज कराया जाए।

तनाव 

अगर कोई व्यक्ति तनाव से पीड़ित है तो उसमें भी अल्जाइमर डिजीज की संभावना बढ़ जाती है। तनाव एक ऐसी मानसिक बीमारी है जिसमें व्यक्ति के मस्तिष्क पर काफ़ी प्रेशर पड़ता है। ऐसे में दिमाग़ की फंक्शनिंग अर्थात कार्य करने की क्षमता प्रभावित होती हैं। इसी के साथ दिमाग़ के न्यूरॉन्स को भी काफ़ी परेशानी झेलनी पड़ती है। यह समस्या अल्ज़ाइमर जैसी बीमारी को जन्म दे सकती है। ऐसे में उसे लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी चाहिए वरना उसे गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।

किसी अन्य बीमारी से पीड़ित होना 

अगर कोई इंसान डायबिटीज या फिर किसी अन्य बीमारी से पीड़ित होता है तो उसमें भी अल्जाइमर जैसी बीमारी हो सकती है। इसीलिए उस इंसान को अपनी बीमारी का सही से इलाज कराना चाहिए। ताकि वह अल्जाइमर जैसी बीमारियों से बचा रहे।

अल्जाइमर रोग (Alzheimer disease) के लक्षण

Alzheimer disease क्या है? कैसे होती है।

अक्सर इंसान को अल्जाइमर (Alzheimer disease) के रोग का पता नहीं चल पाता क्योंकि इसकी शुरुआत एक आम बीमारी की तरह ही होती है। यदि समय पर अल्जाइमर के लक्षण के बारे में पता चल जाए तो हम इससे बच सकते हैं।

 आइए हम अल्जाइमर के लक्षण के बारे में जानते हैं-

  • अगर किसी व्यक्ति को अल्जाइमर (Alzheimer disease) हो गया है तो वह धीरे-धीरे चीजों को भूलने लगता है और यह आगे चलकर बढ़ जाता है।
  • अल्जाइमर रोग का एक लक्षण या भी है कि इंसान को अचानक से रहते-रहते बोलने और लिखने में परेशानी होने लगती है।
  • अल्जाइमर रोग में व्यक्ति जगह को लेकर दुविधा में रहने लगता है।
  • अल्जाइमर रोग में इंसान को फैसले लेने में परेशानी होती है।
  • इस बीमारी में इंसान का मूड थोड़ी थोड़ी देर में बदलने लगता है।

 Alzheimer disease रोग का इलाज

Alzheimer disease क्या है? कैसे होती है।

चलिए जानते हैं अल्जाइमर रोग का इलाज कैसे करें।

  1. अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति को रोज एक्सरसाइज करनी चाहिए जिससे उसकी मांसपेशियां मज़बूत होती हैं और न्यूरॉन्स शांत होते हैं। इससे रोग को ठीक करने में भी मदद मिलती है।
  2. डॉक्टर की बताई हुई दवा को समय पर लेते रहें।
  3. समय पर थेरेपी लेते रहें क्योंकि थेरेपी से अल्जाइमर के रोग को कम वह खत्म करने में सहायता मिलती हैं।
  4. डीप ब्रेन स्टिमुलेशन कराएं। यदि किसी कि अल्जाइमर रोग सही नहीं हो पाता तो डॉक्टर उसे डीप ब्रेन स्टिमुलेशन कराते हैं।

अल्जाइमर रोग से क्या नुकसान हो सकते हैं?

  1. अल्जाइमर का सबसे बड़ा नुकसान दिमाग में संक्रमण होना है जिससे इंसान के दिमाग की नसें भी फट सकती हैं।
  2. यदि अल्जाइमर का इलाज सही समय पर ना हो सका तो उस इंसान के लिए तनाव की समस्या बहुत बढ़ जाती है।
  3. अल्जाइमर रोग के होते हुए इंसान को नींद की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में लोग नींद की दवा का सहारा लेते हैं जो कि बहुत ही खतरनाक होता है।
  4. अल्जाइमर का रोग एक दिमाग की बीमारी है इसीलिए अगर किसी व्यक्ति को अल्जाइमर है तो उसे सिर में काफी दर्द रहता है।
  5. अल्जाइमर का सही समय पर इलाज ना होने की वजह से इंसान का दिमागी संतुलन भी बिगड़ जाता है।

Conclusion 

हर इंसान अपनी जिंदगी में सुख शांति चाहता है पर कभी-कभी उसे ऐसी बीमारियां लग जाती हैं कि लोग उससे छुटकारा पाने के लिए वह सारी उम्र गुजार देता है। अगर बीमारियों का सही समय पर पता चल जाए और ठीक तरीके से इलाज हो जाए तो हम उस से जल्दी छुटकारा पा सकते हैं। अल्जाइमर (Alzheimer disease) जैसी बीमारी इंसान के दिमाग पर काफी गहरा असर डालती है। जिसके बहुत सारे नुकसान हैं और उसे बहुत सी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। इसीलिए अपना हेल्थ चेकअप समय-समय पर कराना चाहिए और अल्जाइमर या फिर किसी भी तरह की बीमारी का पता लगते ही सही समय पर इलाज शुरू कर देना चाहिए। इससे हम आगे होने वाली बहुत सी परेशानियों से बच सकते हैं।

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