कृषि के क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से कृषि और किसानों की समृद्धि के प्रयास हो रहे हैं। कृषि उत्पादन के क्षेत्र में स्टार्टअप को भी प्रोत्साहन मिल रहा है। आत्मनिर्भर भारत के लिए कृषि अधिक संरचना के विकास से कृषि और किसानों की स्थिति अच्छी होगी। आत्मनिर्भर भारत के लिए कृषि में कई योजनाएं बनाई जा रही हैं।
किसानों को फायदा दिलाने के लिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी कई योजनाओं की घोषणा कर चुके हैं। एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की स्थापना की गई है। इसके तहत राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय निगरानी समितियों के गठन तक उत्पादन समूह को आंदोलन के रूप में विस्तारित करने का लक्ष्य रखा गया है। कृषि उपज मंडी का विकास किया जाएगा। कृषि के लिए गोदाम, भंडारण, मूल्य संवर्धन, कोल्ड स्टोरेज और एग्री क्लीनिक की सुविधाएं दी जाएंगी। किसानों को फायदा पहुंचाने का भरपूर प्रयास सरकार के द्वारा किया जा रहा है। अब किसानों को फसल के दाम ज्यादा मिलेंगे और अपने ऊपर बेच सकेंगे।
कृषि में नई तकनीकी का उपयोग
सरकार सशक्त और समृद्ध किसान के उद्देश्य को पूरा करने के लिए किसानों के आधुनिकीकरण पर जोर दे रही है। इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी के सदुपयोग से किसानों को मंडी भाव मौसम की जानकारी, विभागीय परियोजनाओं के कृषक उन्मुक्त जानकारी मृदा उर्वरता, कृषि आदान, बीज उर्वरक और कीटनाशक आदि उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा एनालिसिस, मशीन लर्निंग पर आधारित नवाचार देसी अत्याधुनिक तकनीकी पर जोर दिया जा रहा है। मोबाइल प्लेटफार्म पर विभिन्न विषयों कृषि यंत्र और विभाग से संबंधित संस्थानों द्वारा फीड दिया जाता है जिससे कृषि और किसानों को प्रत्यक्ष रुप से फायदा मिलता है।
उन्नत कृषि और समृद्ध किसान
किसान हमारे देश के अन्नदाता है। हमारी अर्थव्यवस्था समृद्धि का आधार किसान ही हैं। उन्नत कृषि और समृद्ध किसान ही सशक्त भारत की नीव है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना लागू की गई है जिससे हमारे किसान लाभान्वित हो रहे हैं। सरकार किसानों को शून्य ब्याज पर फसल ऋण प्रदान करती है। अतिवृष्टि और कई आपदाओं में सरकार किसान के साथ खड़ी रहती है। किसान कल्याण और कृषि विकास के लिए सरकार भरपूर प्रयास कर रही है।
- जिलाबार खेती उद्यानिकी को बढ़ावा।
- कॉमन प्रोसेसिंग केन्द्र का विकास।
- बीज की नई किस्म और नई तकनीकी के जरिए खेती बढ़ाने की नीति।
- कृषि वानिकी को प्रोत्साहन।
- कृषि डाटा का डिजिटाइजेशन।
- वन नेशन वन मार्केट के लिए निजी मार्केट वार्ड तथा बिक्री केंद्र खोलना।
- आदिवासी क्षेत्रों में कृषि उत्पादन बढ़ाने की रणनीति।
- बीच की नई किस्म और नई तकनीकी के जरिए खेती बढ़ाने की नीति।
- सिंचाई व्यवस्था का उन्नति करण और सिंचाई में आईटी का उपयोग सुनिश्चित करना।
- किसानों को अच्छी गुणवत्ता का बीज सुनिश्चित कराने के लिए प्रमाणित बीजों के पैकेट्स पर होलोग्राम अनिवार्य कराना।
खेती के लिए किसानों को सिंचाई सुविधाओं के लिए कृषि सिंचाई योजना को बेहतर बनाना। मृदा स्वास्थ्य संवर्धन के तहत मृदा स्वास्थ्य को मिट्टी के भौतिक, जैविक और रासायनिक कार्यों की अनुकूल स्थिति का निर्धारण करना। सूचना प्रौद्योगिकी कृषि में महत्वपूर्ण मायने रखती है। किसानों को उच्च फसल पैदावार और बेहतर गुणवत्ता का उत्पादन करने में मदद आईटी तकनीक के द्वारा उपलब्ध कराना। कृषि के क्षेत्र में आधुनिकीकरण के लिए बायो टेक्नोलॉजी, बायो पेस्टिसाइड, फूड प्रोसेसिंग, टैक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में कई कंपनियां तैयार की जा रही हैं।