आज हम बच्चों की मालिश के लिये दादी-नानी के तजुर्बे और डॉक्टरों द्वारा समर्थित कुछ सबसे अच्छे तेलों के बारे में बताने जा रहे हैं। चलिये जानें कौन से तेल है आपकी आंखों के तारे की मालिश के लिये बेस्ट-
बच्चों के लिये बेस्ट मसाज ऑयल
बच्चों को नहलाने से पहले उनकी तेल से मालिश करना हमारे देश में पारंपरिक है। इससे बच्चे की हड्डियां मज़बूत व त्वचा सुंदर बनती है। यही कारण है कि अधिकांश परिवारों में सालिश के लिये तेल को क्रीम व लोशन से अधिक पसंद व इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में एक प्रश्न सभी मांओं के मन में आता है, कि उनके बेहद कोमल और संवेदनशील बच्चे की मालिश के लिये कौंन सा तेल सबसे अच्छा है? हालांकि अपने बच्चे की मालिश के लिये तेल का चुनाव करते समय डॉक्टर से सलालेना भी बेहतर होता है। आज हम बच्चों की मालिश के लिये दादी-नानी के तजुर्बे और डॉक्टरों द्वारा समर्थित कुछ सबसे अच्छे तेलों के बारे में बताने जा रहे हैं। चलिये जानें कौंन से तेल है आपकी आंखों के तारे की मालिश के लिये बेस्ट
सरसों का तेल
सरसों का तेल लंबे समय से माताओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता रहा है। इस तेल को भारत के अधिकांश भागों में पारंपरिक मूल्यों से भी जोड़ कर देखा जाता है। इस तेल को सर्दियों में विशेष रूप से सबसे अच्छा माना जाता है। यह खाद्य तेल बालों के लिए अच्छा है, साथ ही इसकी मालिश आपके बच्चे की त्वचा के संक्रमण से बचाने में मदद करता है।
जैतून तेल
जैतून का तेल अर्थात ऑलिव ऑयल एक आम तेल है, जिसे बच्चों के लिये दुनिया भर में प्रयोग किया जाता है। इसे विशेष रूप से बच्चों की मालिश करने के लिए पैक किया जाता है, मुख्य रूप से पश्चिमी देशों में।
देशी घी
घी ठंड से शरीर की रक्षा करता है। घी देश के ठंडे भागों में सर्दियों के दौरान विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है। इस मिल्क प्रोडक्ट का इस्तेमाल मसाज के लिये भी किया जाता है और इसके साइड इफैक्ट भी नहीं होते हैं।
नारियल तेल
इसमें मौजूद जीवाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुण त्वचा संक्रमण रोकने में मदद करते हैं और इसका आपके बच्चे की संवेदनशील त्वचा पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इस तेल से बच्चे और बडों दोनो की मालिश की जा सकती है। कुनकुने नारियल तेल से शरीर की मालिश करने पर त्वचा, बाल और हड्डियों को बहुत लाभ होता है।
बादाम का तेल
बादाम तेल में विटामिन ई में किसी और तेल की तुलना में अधिक होता है। सर्दियों में बादाम के पौष्टिक तेल से शिशु की मालिश करने से न सिर्फ उसकी हड्डियां मज़बूत होती हैं, बल्कि उसकी त्वचा भी कोमल और कांतिमय बनती है।