जब हम रिलेशनशिप में एंटर करते हैं तो हमसे ये उम्मीद की जाती है कि हम अपने पार्टनर को उसके मेरिट्स और डिमेरिट्स दोनों के साथ स्वीकार करें। ये बात सही भी है क्योंकि हर किसी में कोई न कोई कमी ज़रूर होती है।
कोई भी पर्फेक्शन के साथ पैदा नहीं होता है।पर्सनालिटी, बिहेवियर और सोच के आधार पर हर किसी को एक अलग अस्तित्व दिया गया है और ये बात पार्टनर पर भी लागू होती है।
हमारे पार्टनर की सोच हम से काफ़ी अलग हो सकती है। यहाँ तक कि हमारी पसंद नापसंद भी पार्टनर की पसंद नापसंद से डिफरेंट हो सकती हैं लेकिन फिर भी हम एक दूसरे को प्यार करते हैं क्योंकि रिलेशनशिप का आधार बिंदु प्यार ही है। बेशक़ आप भी अपने पार्टनर को बेहद प्यार करते होंगे लेकिन सोचने की बात ये है कि क्या आपका पार्टनर भी आपको उतना ही प्यार करता है?
रिलेशनशिप में कुछ बातें बिलकुल भी अनदेखी नहीं की जा सकती हैं! आप अपने पार्टनर को बहुत प्यार करते हैं लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप उसकी गलतियां ढकते रहें और दिल ही दिल में कुढ़ते भी रहें। कुछ ऐसी बातें होती हैं जिन्हें रिलेशनशिप में बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। आइए देखते हैं कि वे क्या हैं।
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पार्टनर करे आपको इग्नोर
अक्सर देखा जाता है कि हम अपने पार्टनर की ये बात बर्दाश्त कर जाते हैं कि वो हमें कोई ख़ास अहमियत नहीं दे रहा है। हम ये सोचते हैं कि एक समय ऐसा ज़रूर आएगा जब पार्टनर को हमारी अहमियत का एहसास होगा। इसी बात को साक्षी मानकर हम उस एक समय का इंतज़ार करते रहते हैं कि कब हमारे पार्टनर को हमारी अहमियत पता चले! इस बीच हमें पार्टनर कितना इग्नोर कर देता है हम इस पर सब्र कर जाते हैं।
देखिए कभी कभी कुछ परिस्थितियों में हो सकता है कि पार्टनर आपको एक दो बार इग्नोर कर जाएँ। हो सकता है कि वहाँ पर ज़रूरी भी हो लेकिन अगर आपका पार्टनर अपनी किसी भी बात में आपकी कोई ख़ास अहमियत नहीं रखता है या आपको शामिल नहीं करता है तो फिर बात बर्दाश्त करने के लायक नहीं है। आप अपने पार्टनर को चाहे जितना प्यार करें लेकिन कभी भी ख़ुद को इतना न गिराएं कि उसके इग्नोर करने पर आपको कोई फ़र्क न पड़े।
अगर आप अपने रिलेशनशिप को हेल्दी बनाना चाहते हैं तो इसके लिए ये ना सोचें कि आपके पार्टनर का ख़ुश होना ही काफ़ी है बल्कि एक हेल्दी रिलेशनशिप वो होती है जिसमें कि दोनों पार्टनर ख़ुशी ख़ुशी रहते हैं। हो सके तो अपने पार्टनर से इस विषय पर बात भी करें लेकिन कभी भी ख़ुद को अनहैप्पी न करें।
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डोमिनेन्ट करने की कोशिश करे
हम फिर वही बात कहेंगे कि हम किसी विशेष परिस्थिति या एक दो बार की बात को नहीं कह रहे हैं। अगर एक दो बार या किसी परिस्थिति में आपका पार्टनर आपको डोमिनेन्ट करने की कोशिश करता है तो इसका ये मतलब नहीं है कि आप बवाल करें।
आप ये देखें कि अगर आपका पार्टनर हमेशा अपनी ज़िद मनवाता है और हमेशा आपको डोमिनेन्ट करने की कोशिश करता है तो फिर आपको सँभल जाना चाहिए।
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सम्मान करने में करे कोताही
किसी भी रिश्ते के लिए प्यार की बहुत ज़रूरत होती है। प्यार के बाद या यूं कहें कि प्यार के बराबर एक चीज़ की और ज़रूरत पड़ती है जोकि रिलेशनशिप को हेल्दी बनाता है और वो होता है एक दूसरे का सम्मान! अगर आपका पार्टनर आपके सम्मान को महत्व नहीं देता है और अक्सर आपसे डिसरेस्पेक्ट से पेश आता है तो ऐसे में अपने पार्टनर की यह बात बिलकुल भी बर्दाश्त न करें।
बेहतर तो ये होगा कि आप ख़ुद अपने पार्टनर से अपनी रिस्पेक्ट करने के लिए कहें कि जैसे आप उसकी रिस्पेक्ट करते हैं ठीक वैसे ही उसे भी आपका सम्मान करना चाहिए। जो सबसे अहम बात है वो ये है कि कभी भी अपने सम्मान को लेकर किसी तरह का समझौता न करें।
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पार्टनर का व्यवहार वायलेंट हो
ज़्यादातर यह बात मेल पार्टनर पर लागू होती है क्योंकि अक्सर ये देखने को मिलता है कि उनका व्यवहार हिंसात्मक होता है। ऐसे में फ़ीमेल पार्टनर को यही सलाह दी जाती है कि अगर उसके पार्टनर का व्यवहार किसी भी तरह से हिंसात्मक है तो उसे इस चीज़ को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। ये आदत चाहे किसी की भी हो अच्छी नहीं होती क्योंकि वायलेंट इंसान ना सिर्फ़ दूसरों के लिए ख़तरा होता है बल्कि अपने इस व्यवहार से उसे स्वयं भी ख़तरा होता है।
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गाली गलौच की आदत हो
अगर आपका पार्टनर आपके सामने गालियां देता है फिर चाहे वह अपने दोस्तों के लिए ही क्यों न गाली दे रहा हो तो इस चीज़ को भी बर्दाश्त न करें। गाली गलौच की आदत रिश्ते की मर्यादा को बिगाड़ देती है। इतना ही नहीं बल्कि गाली गलौच के कारण दूसरे पार्टनर के आत्म सम्मान और स्वाभिमान को भी ठेस पहुँचती है और ये चीज़ कहीं न कहीं रिलेशनशिप को प्रभावित ज़रूर करती है।
आजकल के दौर में हम वैसे भी देख रहे हैं कि रिश्ते बनते कम हैं और टूटते ज़्यादा हैं! ऐसे में अगर हम ये कहें कि आज रिलेशनशिप काउंसलिंग की आवश्यकता बेहद बढ़ गई है तो शायद इस बात में कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस लेख के माध्यम से हमने आपको एक छोटी सी रिलेशनशिप काउंसलिंग प्रोवाइड करने की कोशिश की है।
आशा है इस लेख के माध्यम से आपको काफ़ी मदद मिलेगी। इसके अलावा भी आप अपने सवालों और सुझावों को कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।