*सूत आपूर्ति रोकने पर बुनकर समाज ने हथकरघा विभाग के खिलाफ किया जोरदार प्रदर्शन*
पिछले आठ महीनों से नहीं मिल रहा है धागा
ग्रेटर नॉएडा, राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम द्वारा प्रदेश के बुनकरों को सूत की आपूर्ति बंद किये जाने के विरोध में मंगलवार को उत्तर प्रदेश बुनकर संघर्ष यूनियन के प्रतिनिधियों ने बड़ी तादाद में बुनकरों के साथ मिलकर शहर स्थित हथकरघा विभाग के मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया | इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने विभाग के खिलाफ नारे लगाये और बीते 5 महीनों से सूत की आपूर्ति न किये जाने पर अपना आक्रोश जताया | उन्होंने केंद्रीय कपड़ा मंत्री को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगे जल्द पूरी करने के लिए कहा |
गौरतलब है कि राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम द्वारा उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के बुनकरों को पिछले 5 महीनों से धागा की आपूर्ति नहीं हुई है | बुनकर संघर्ष यूनियन के मुताबिक इस साल 1 अप्रैल को हथकरघा विभाग ने इन दो प्रदेशों की सूत आपूर्ति बंद कर दी | जबकि भारत सरकार की सूत आपूर्ति योजना अब भी चालू है | जिसकी पुष्टि बुनकरों ने खुद विभाग के आरएम एवं ईडी कमर्शियल से की | बुनकरों का कहना है कि अब विभाग के डीसी संजय रस्तोगी के कहने पर हथकरघा विभाग सूत की आपूर्ति नहीं कर रहा है | साथ ही यूनियन का मानना है कि बुनकरों द्वारा इस साल 31 मार्च तक के बकाया बिलों का भुगतान हथकरघा विभाग में किया जा चुका हैं | लेकिन यह भुगतान सूत मीलों तक नहीं पहुँचाया गया है | जिसकी वजह से सूत मिल बुनकरों को सूत आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं | नतीजन प्रदेश के बुनकर बेरोजगार है और भुखमरी की कगार पर पहुँच चुके है | जिसके लिए बुनकरों ने राष्ट्रीय हथकरघा विभाग को जिम्मेदार ठहराया है |
इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश भर से बुनकर समाज व संघर्ष यूनियन के प्रतिनिधि पहुंचे | इसमें यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद फारुक अंसारी इटावा से शामिल हुए | इसके अलावा सीतापुर से जुबेर अंसारी, बाँदा से मोहम्मद अनवर, हाजी अब्दुल सलमान अंसारी, मोहम्मद लैएक आजाद भी मुख्य रूप से इस आन्दोलन में आगे आए और अपनी मांगे सामने रखी |
इस मौके पर प्रदेश के बुनकर संघर्ष यूनियन के अध्यक्ष मोहम्मद फारुक अंसारी ने कहा कि हथकरघा विभाग ने पिछले 5 महीनों से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सूत आपूर्ति रोक रखी है | जिससे बुनकर समाज का बुरा हाल है | हमने इस विरोध प्रदर्शन में सरकार से इस आपूर्ति को पुनः शुरू कराने और 5 माह के कोटे के का धागा आपूर्ति कराने की मांग की है | इसके अलावा बुनकरों के लंबित बकाया भाड़े के क्लेमों का भुगतान कराने के लिए भी कहा है और सूत मीलों को उनका भुगतान पहुँचाने की बात उठाई है |