जब आप कार खरीदने जाते है तो कई पहलू पर बात कर लेते है, जिसमें एवरेज फेहरिस्त में पहले नम्बर पर आता है. फिर इसके बाद तमाम टेक्नोलॉजी पर बात कर लेते हैं. लेकिन शायद आप सुरक्षा पर बात करना भूल जाते है जो सबसे ज्यादा जरूरी होता है. तो कार खरीदते वक्त सभी टेक्नोलॉजी पर बात करे लेकिन उसके साथ एयर बैग को पूछना न भूले की गाड़ी में लगा है कि नही आम तौर पर अब गड़ियों में इनबिल्ट होकर आता है लेकिन आप ध्यान रखे कि सुरक्षा में कोई चूक न हो.
क्या होता है एयर बैग….
यह बैलून की तरह होता है जो सेंसर के जरिये कार्य करता है. इसका मेन कार्य एक्सीडेंट से बचाना होता है. जब गाड़ी पर झटका लगता है या टकराती है तो यह एयर बैग सेंसर के जरिये एक्टिव हो जाता है और यह सीट के फ्रंट में आ जाता है जो चोट लगने से बचा देता है. गाड़ी में इसका होना बेहद जरूरी होता है. यह तभी कार्य करता है जब कार में बैठा हुआ शख्स सीटबेल्ट लागये हो.
इन कारों को खरीदते वक्त रहे सजक, इसमें नही लगे है एयरबैग-
रेनों डस्टर
रेनों डस्टर सेफ्टी के पैमाने पर खरी नही उतरी है. इसको बहुत कम रेटिंग मिली है. इसमें ड्राविंग सीट पर एयरबैग नही लगे हैं.
टाटा जेस्ट- यह कार्य सेफ्टी के मामले में असफल साबित हुई है. इसमें एयर बैग की कमी है.
हुंडई इयांन–
इस कार का 2016 में सेफ्टी टेस्टिंग हुई थी जिसमे यह फेल साबित हुई है. इसको फ्रंट सीट में सेफ्टी के 0 स्टार प्राप्त हुए हैं. बैक सीट के लिए 2 स्टार मिले हैं.
ऐसी बहुत सी कारें है जो सेफ्टी में ध्वस्त हो गई हैं. इनमें मारुति इको, मारुति सेलेरियों, महिंद्रा स्कोर्पियो, रेनो क्विड, डैटसन गो, मारुति स्विफ्ट, मारुति सुजुकी अल्टो और टाटा नैनों शामिल हैं.