मूड स्विंग रिलेशनशिप के ‘THE END’ होने का सबसे बड़ा कारण है। अब ऐसी सिचुएशन से बचने के लिए जरूरी है कि जितना हो सके मूड स्विंग को रिलेशनशिप पर हावी न होने दिया जाए। आज के समय में देखा जाए तो पति-पत्नी दोनों ही वर्किंग होते हैं। ऐसे में दोनों के पास एक दूसरे को देने के लिए वक्त कम पड़ जाता है। और ऐसे में दोनों के बीच छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई झगड़े होना, एक दूसरे की बात को इग्नोर मारना, समय नहीं दे पाना आजकल कप्लस को इन परेशानियों को फेस करना पड़ता है। लेकिन इससे बचा जा सकता है। बस, कपल्स को कुछ बातों पर गौर करना होगा। वजह जानना जरूरी, अकसर देखा जाता है कि एक पार्टनर फ्रीक्वेंट मूड स्विंग का शिकार है यानी बात-बात पर झुंझलाने लगता है। ऐसी स्थिति में दूसरा पार्टनर उसे अवॉयड करने लगता है। जबकि ऐसा करना सही नहीं है।
इससे समस्या का समाधान नहीं होगा। इसके उलट कपल्स के बीच बातचीत बंद हो जाती है। ऐसी स्थिति में शांति से बैठकर पार्टनर से बार-बार हो रहे मूड स्विंग की वजह पूछनी चाहिए। कहीं ऐसा तो नहीं है कि वह ऑफिस में किसी वजह से परेशान है? किसी दोस्त से झगड़ा हुआ है? जो भी वजह है, उसे जानें फिर समस्या का समाधान मिलकर निकालें। इसी तरह अगर आपका मूड खराब है, तो अपने पार्टनर को उसकी वजह बताएं।
मूड स्विंग हावी न हो
कई बार देखने में आता है कि एक पार्टनर का मूड खराब हो तो दूसरे पार्टनर के मूड पर भी इसका असर होता है। इसका मैरीड लाइफ पर बुरा असर पड़ता है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने पार्टनर के मूड स्विंग को खुद पर हावी न होने दें। ऐसी सिचुएशन में कुछ देर के लिए आप अपने पार्टनर के मूड स्विंग को इग्नोर करें। खुद को शांत रखने की कोशिश करें। ऐसा करने के लिए खुद का ध्यान कहीं और लगाएं जैसे टीवी देख सकती हैं, किसी अपने से फोन पर बातचीत कर सकती हैं। फिर जब आपको लगे कि अपने पार्टनर के मूड स्विंग को टैकल करने के लिए तैयार हैं, तब उसके पास जाएं।
एक-दूसरे को स्पेस दें
अगर पार्टनर के मूड स्विंग की वजह जानने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं निकल रहा है, तो उसे और खुद को थोड़ा स्पेस दें। कई बार ऐसा होता है कि कुछ समस्याओं का समाधान बातचीत से नहीं निकलता। इसके बजाय कपल्स को अलग-अलग सोचने का समय चाहिए होता है। अगर आपके पार्टनर के साथ ऐसा हो रहा है, तो बेहतर है कि आप उसे थोड़ा स्पेस दें।
मूड स्विंग होने का कारण
मूड स्विंग की कई वजहें होती हैं। बहुत ज्यादा थकान, घर-ऑफिस को अच्छी तरह मैनेज न कर पाना, घर के सदस्यों की अपेक्षाओं को पूरा न कर पाना, दफ्तर देर से पहुंचना जैसी छोटी-छोटी बातें मूड स्विंग की वजह होती हैं।