ब्लड प्रेशर की समस्या आज के समय में बेहद आम हो गई है। ऐसे में हम सभी को पता होना चाहिए कि ब्लड प्रेशर नापने का तरीका क्या है। क्योंकि अगर हर बार यह जांच कराने हम डॉक्टर के पास ही गए तो इसका असर हमारी पॉकिट पर पड़ेगा। ऐसे में हम आपको बताते हैं Blood Pressure Napne Ka Tarika क्या है।
इससे पहले हम ब्लड प्रेशर के नापने के तरीके के बारे में बात करें और इसकी सटीकता की बात करें। जरूरी यह है कि हमें पता हो कि ब्लड प्रेशर का सही होना और बार – बार जांचना क्यों जरूरी है।
ब्लड प्रेशर आज के समय की सबसे साधारण और खतरनाक स्थिति में से एक है। इस रोग को लोग साइलेंट किलर के रूप में भी जानते हैं। आपको बता दें कि ब्लड प्रेशर की वजह से ही स्ट्रोक और हृदय का दौरा आने लगता है। ऐसे में जब व्यक्ति को ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है तो उसे जिंदगीभर दवाओं और सही डाइट के जरिए इसे मेंटेन करके रखना होता है। अगर ऐसा ना किया जाए तो यह व्यक्ति की जान ले सकते हैं।
अब आपको बताएं कि ब्लड प्रेशर नापने का तरीका एक नहीं बल्कि दो होते हैं। दरअसल ब्लड प्रेशर नापने के लिए दो अलग – अलग मशीने होती हैं। आइए जानते हैं इन्ही मशीनों के बारे में।
ब्लड प्रेशर क्या है – What is Blood Pressure in Hindi
आपका हृदय शरीर के बाकी अंगों तक जिस क्षमता में ब्लड पंप करता है और पहुंचता है, इसे ही ब्लड प्रेशर कहा जाता है। ब्लड प्रेशर शरीर के उन महत्वपूर्ण संकेतों में से एक है जिसके जरिए पता चलता है कि शरीर ठीक से काम कर रहा है या नहीं। ऐसे में अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई है तो भी एक समस्या है और अगर कम भी है तो भी यह समस्या है। लेकिन इसके लिए ब्लड प्रेशर की बिल्कुल सटीक रीडिंग होना बेहद जरूरी है। ऐसे में सही ब्लड प्रेशर की जांच करने के कई तरीके हैं जिनके बारे में हम आपको नीचे बताएंगे।
ब्लड प्रेशर नापना क्यों जरूरी – Blood Pressure Napna Kyu Jaruri Hai
माना जाता है कि ब्लड प्रेशर की जांच करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह लें। इसके अलावा अगर आपको नीचे बताई जा रही समस्याओं में से कोई है, तो भी आप ब्लड प्रेशर की जांच कर सकते हैं।
- लो ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय से जुड़े रोगी ब्लड प्रेशर की जांच करा सकते हैं।
- ऐसे लोग जो किसी तरह की दवा ले रहे हों, और दवा में बदलाव किया गया हो।
- तनाव में रहने वाले लोग या ऐसे लोग जिन्हें चक्कर आने की समस्या है। वह भी जांच करा सकते हैं।
- ऐसे लोग जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर का खतरा हो। यह भी अपनी जांच समय पर जरूर कराएं।
अगर आप घर पर ही ब्लड प्रेशर की जांच करना चाहते हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं। घर पर ही ब्लड प्रेशर चेक करने के दो तरीके है। एक है ऑटोमेटिक ब्लड प्रेशर मशीन के जरिए और दूसरा है मैन्युअल ब्लड प्रेशर की मशीन के जरिए। चलिए जानते हैं इनमें से कौन सा तरीका आपके लिए सबसे बेहतर होगा।
ऑटोमेटिक ब्लड प्रेशर मशीन – Automatic Blood Pressure Machine in Hindi
रक्तचाप मापने का यह सबसे आसान और बेहतर तरीका है। यह मशीन गौज और कफ के साथ ही आती है। साथ ही अगर ब्लड प्रेशर मापने में कोई बाधा हो तो इसके लिए भी मशीन में एरर इंडिकेटर दिया होता है। मशीन में दिया गया कफ अपने आप ही फूल जाता है और आपको स्टेथोस्कोप की जरूरत नहीं पड़ती। जब यह मशीन अपना काम पूरा कर लेगी तो इस पर मौजूद स्क्रीन पर रक्तचाप कितना है यह दिख जाएगा।
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हालांकि मशीन का उपयोग करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि कफ न तो ज्यादा टाइट हो और न ही ढीला। इससे रक्तचाप की रीडिंग प्रभावित हो सकती है। यह मशीन उन लोगों के लिए सही जो अकेले रहते हैं और ब्लड प्रेशर को समझने में अधिक मेहनत नहीं करना चाहते। यह ब्लड प्रेशर नापने का आसान तरीका है।
ऑटोमेटिक ब्लड प्रेशर नापने वाली मशीन की दिक्कत
ऑटोमेटिक मशीन एक बेहतर तरीका तो है लेकिन इससे जुड़ी हुई भी कुछ दिक्कतें हैं जो कुछ इस प्रकार हैं।
- कई मशीन केवल उल्टे हाथ पर ही काम करती है।
- शरीर में हलचल होने पर रीडिंग के परिणाम प्रभावित हो सकते हैं।
- कुछ ऑटोमेटिक मशीन बैटरी से चलती हैं जो काफी महंगी भी होती हैं।
मेन्युअल ब्लड प्रेशर मशीन – Manual Blood Pressure Machine in Hindi
अगर आप इस मशीन के जरिए चेक करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए कई चीजों की जरूरत होगी। जैसे ब्लड प्रेशर कफ एक स्क्विजेबल बैलून के साथ, एनरोइड मॉनिटर, स्टेथोस्कोप
अब अगर आप रक्तचाप चेक करना चाहते हैं तो इससे पहले आपको कुछ काम भी करने होंगे। Blood Pressure Napne Ka Tarika
- रक्तचाप लेने से पहले आराम करें।
- अपने सामान्य रक्तचाप के बारे में जान लें। अगर आप अपना सामान्य रक्तचाप के बारे में नहीं जानते तो आप डॉक्टर से इसकी जानकारी प्राप्त करें।
- इसके बाद अपने हाथ को एक टेबल के ऊपर रखें और अपनी हथेलियों को ऊपर की तरफ रहने दें।
- कफ को सही तरह से फुलाने के लिए अपने बाइसेप्स पर बांधे और स्क्विजेबल बैलून को दबाएं।
- एनीरॉयड मॉनिटर पर देखें और अपने सामान्य रक्तचाप से 20 या 30 एमएम तक कफ को फुलाएं।
- जब कफ फूल जाए तो स्टेथोस्कोप को अपनी कोहनी के ऊपरी भाग पर फ्लैट साइड से कफ के पास रखें।
- इसके बाद जैसे ही पहली पल्स बीट सुनाई दे इस पर ध्यान दें और इसे नोट कर लें। यह आपका सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर है।
- अब धीरे – धीरे बैलून को तब तक डिफ्लेट करें जब तक पल्स की आवाज आनी बंद ना हो जाए। जब यह आवाज रुक जाएगी तो यह आपका डायस्टोलिक रक्तचाप है।
सावधानी बरतें
ध्यान रहे मैन्युअल मशीन के जरिए ब्लड प्रेशर की जांच करने के लिए आपको मेडिकल फील्ड से आने वाले ऐसे किसी व्यक्ति की जरूरत होगी। जो मैन्युअल मशीन को चलाना जानता हो। आपको बता दें कि मैनुअल मशीन की रीडिंग में दिक्कत हो सकती है।
साथ ही इसके जरिए जांच करने में आपका समय भी अधिक खर्च होगा। इसके अलावा इस प्रक्रिया के द्वारा जांच करने पर आने वाली रीडिंग को समझना भी बेहद मुश्किल है। देखा दोस्तों आपने कि ब्लड प्रेशर नापने का तरीका कितना सरल है और यह किन मशीनों के जरिए किया जा सकता है।
निष्कर्ष
दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको ब्लड प्रेशर नापने का तरीका बता दिया है। अब आप अपने अनुसार ब्लड प्रेशर की जांच करा सकते हैं या कर सकते हैं। अगर आपका ब्लड प्रेशर निरंतर ऊपर नीचे होता रहता है तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
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