योगा (Yoga) एक एसी अनमोल व स्वस्थ रखने वाली कला है जिसके वजूद में आने पर शुरू दिनों में खूब मज़ाक उड़ाया गया। कुछ लोगों ने ये तक कह दिया कि योगा करने से कोई फ़ायदा नहीं होता सिवाए वक्त र्बबाद होने के लेकिन योगा ने अपना लोहा मनवा लिया और आज के वक्त में पूरी दुनिया का एक बड़ा हिस्सा योगा करता है और योगा करने की सलाह देता है।
योगा एक ऐसी कला है जो शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की परेशानीयों को एक साथ ठीक करने की सलाहियत रखती है इसलिए ही तो हिन्दुस्तान में ही नहीं बल्कि दूसरे मुल्कों में भी योगा को खूब समर्थन मिल रहा है।
योगा (Yoga) करने के नियम और अहमियत
हर चीज़ के कुछ कायदे कानून होते हैं। ठीक इसी तरह योगा के भी कुछ नियम हैं जिन्हें अपनाने से योगा से सही तौर पर फ़ायदा उठाया जा सकता है। अगर उन नियमों को ठीक ढंग से न किया जाए तो नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
तो आईये जान लेते हैं वे कुछ नियम-
- हर चीज़ को करने का एक सही वक्त होता है ठीक उसी तरह योगा करने का सही समय सूरज उगने से पहले व बाद में होता है।
- योगा हमेशा खाली पेट करना अच्छा होता है। हमेशा खाली पेट योगा करें लेकिन अगर आपने खाना खा लिया है तो खाना खाने के दो से ढाई घंटे बाद ही योगा करें।
- योगा हमेशा शांत जगह में और पूरे मन के साथ करना चाहिए क्योंकि योगा करते समय ध्यान भटकने पर फ़ायदे की जगह नुकसान उठाना पड़ सकता है।
- योगा करते समय ठंडा पानी पीने से बचें। योगा करते समय शरीर गर्म हो जाता है इसलिए ठंडा पानी शरीर को नुकसान करता है।
- सबसे ज़रूरी और आखरी बात जो योगा करने के बाद ध्यान में रखना जरूरी है और वो ये है कि योगा करने से आधा घंटे बाद नहाएं।
योगा (Yoga) के प्रकार-
राज योगा (Yoga)
इस योगा में ज़्यादातर वे योगा होते हैं जिनमें इंसान को ध्यान लगाने की जरूरत होती है।
कर्म योगा (Yoga)
किसी भी काम को जिसके करने से दूसरे को फ़ायदा हो। बिना किसी लालच के पूरे मन से योगा (Yoga) करने को कर्म योगा कहते हैं।
हठ योगा (Yoga)
इस योगा में इंसान का रिश्ता उसकी ज़िन्दगी यानि उसके प्राणों से होता है।
इस योगा में इंसान आसन करने के लिए अपने बल का इस्तेमाल करता है।
मनो योगा (Yoga)
वशीकरण, आकर्षण व सम्मोहन जैसे योगा मनो योगा में आते हैं। इस योगा में मन को पूरी तवज्जो के साथ एक जगह पर लगाते हैं।
ज्ञान योगा (Yoga)
दिमाग़ से जुड़ी बातों को सामान्य रखने और नॉलेज को डिवेलप करने के लिए इस योगा को करते हैं।
कुंडलिनी योगा (Yoga)
इस योगा का दूसरा नाम राजशाही योगा है। इस योगा को सब कुछ हासिल होने के बाद मन के सेटिस्फेक्शन के लिए किया जाता है।
भक्ति योगा (Yoga)
पूजा, अर्चना व भक्ति यंत्र को पूरा करने के लिए इस योगा को किया जाता है।
योगा के फ़ायदे (Yoga)
चलिए, अब बात करते हैं योगा के ज़बरदस्त फ़ायदों की जिनके करने से हमें शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लाभ मिलते हैं।
1. वज़न कम करने में योगा (Yoga)
ऐसे बहुत से आसन हैं जिनके करने से वज़न कम होने लगता है और इंसान पूरी तरह स्वस्थ हो जाता है।
कपालभाती, सूर्य नमस्कार व प्राणायाम जैसे योगा करने से वज़न घटाने में मदद मिलती है।
2. दिमाग़ की शान्ति के लिए योगा (Yoga)
एंज़ाइटी और डिप्रेशन ऐसी बीमारीयां हैं जो बहुत तेज़ी से बढ़ती जा रही हैं। योगा करने से दिमाग़ शांत रहता है। ये एंज़ाइटी और डिप्रेशन जैसी बीमारीयों को शरीर से दूर रखता है।
भुजंगासन, बालासन व सुखासन दिमाग़ को शांत रखने में कारगर हैं।
3. हृदय रोग से बचाने के लिए योगा (Yoga) कारगर
जैसा कि हम सब जानते हैं कि हमारा जीवन हमारे स्वस्थ हृदय पर निर्भर करता है। जब हम योगा करते हैं तो ये ब्लड सरकुलेशन को बहतर रखने में मदद करता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखता है जिसके कारण हृदय स्वस्थ होने लगता है।
हृदय को रोगों से मुक्त रखने के लिए ताड़ासन, वीरभद्रासन व भुजंगासन करना सही है।
4. मधुमेह से बचने के लिए योगा (Yoga)
आज के इस दौर में मधुमेह होना एक आम बात हो गई है। योगा करने से इस खतरनाक बीमारी को सामान्य किया जा सकता है क्योंकि योगा करने से शरीर में शुगर लेवल सामान्य हो जाता है।
मधुमेह को सामान्य रखने के लिए वज्रासन, बालासन व चक्रासन जैसे योगा करना फ़ायदेमंद है।
हालाँकि योगा मधुमेह की समस्या में फ़ायदेमंद हो सकता है लेकिन योगा करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
5. योगा (Yoga) इम्युनिटी बढ़ाने में लाभदायक
ऐसे बहुत से योग हैं जो इम्युनिटी को मज़बूत बनाने के लिए कारगर होते हैं।
नियमित रूप से योगा करने से इम्युनिटी बेहतर होने लगती है और शरीर स्वस्थ हो जाता है।
तीणासन व त्रिकोड़ासन इम्युनिटी को मज़बूत बनाने के लिए लाभदायक हैं।
6. योगा (Yoga) तनाव को दूर करता है
जैसा कि हमने पहले भी बताया है कि योगा न सिर्फ शारीरिक परेशानियों से निजात दिलाता है बल्कि मानसिक परेशानियों को भी रिलीफ करता है।
तनाव दूर करने के लिए शवासन, सुखासन व बालासन जैसे योगाओं से मदद ली जा सकती है।
7. पर्याप्त नींद लेने के लिए योगा (Yoga)
इंसान को पर्याप्त नींद न मिले तो बहुत सी बीमारियाँ उसके शरीर में घर करने लगती हैं और दिल व दिमाग़ परेशान रहने लगता है। योगा करने से मन और दिमाग़ को शांति मिलती है जिसके कारण इंसान पर्याप्त नींद लेने लगता है।
योगा (Yoga) से जुड़े कुछ जरूरी सवाल जवाब यहां मौजूद हैं
सवाल:- योगा किसे कहते हैं?
जवाब:- योगा शरीर, मन व आत्मा को एक साथ लाकर शारीरिक व मानसिक परेशानी से बचने को कहते हैं।
सवाल:- योगा का क्या लक्ष्य है?
जवाब:- योगा का लक्ष्य शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखना है।
सवाल:- योगा से क्या लाभ होता है?
जवाब:- योगा करने से मन शांत रहता है और मांसपेशियां मज़बूत होती हैं।
सवाल:- क्या योगा करने से ताकत आती है?
जवाब:- जी हां, ये जान कर आप हैरान होंगे कि योगा करना जिम करने से बहतर है क्योंकि जिम करने से सिर्फ शरीर मज़बूत होता जबकि योगा करने से शरीर और मन दोनो मज़बूत होते हैं।
सवाल:- पर्याप्त नींद के लिए कौन सा योगा करना बेहतर है?
जवाब:- अच्छी नींद के लिए शवासन, उत्तानासन और बालसन जैसे योगा से मदद ले सकते हैं।
सवाल:- कौन कौन सी बीमारियों में योगा करना फ़ायदेमंद है?
जवाब:- हृदय रोग, तनाव दूर करने और मधुमेह इत्यादि जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाने में फ़ायदेमंद है।
सवाल:- किन हालात में योगा नहीं करना चाहिए?
जवाब:- अगर आपके शरीर में दर्द हो या स्वास्थ्य में खराबी महसूस हो तो योगा नहीं करना चाहिए।
सवाल:- योगा करते समय किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है?
जवाब:- योगा करते समय पेट का खाली होना और योगा का समय होना जरूरी है। इसके अलावा योगा करने के फ़ौरन बाद नहीं नहाना चाहिए।
Conclusion
इस आर्टिकल में हमने योगा (Yoga) का महत्व, उसके फ़ायदे और योगा के प्रकार बता दिए हैं। योगा शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए काफी फ़ायदेमंद है।
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