Friday, November 22, 2024
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Indiase economie के लिए यह दशक ग्रोथ इंजन

by Divyansh Raghuwanshi
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Indiase economie इस दशक में काफी तेजी से उन्नति करेगी। इंफ्रास्ट्रक्चर में सबसे अधिक निवेश भारत में होगा। इंफ्रास्ट्रक्चर से डिविडेंड डिसटीब्यूशन टैक्स खत्म हो जाने के बाद दुनिया के बड़े पेंशन फंड देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करने की रुचि दिखा रहे हैं। बड़े पैमाने पर निवेश से सीमेंट, स्टील और मशीनरी को रफ्तार मिल रही है। अगले दस वर्षो में 125 लाख करोड़ रुपए का निवेश इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में आएगा। भारतीय अर्थव्यवस्था में काफी तेजी आएगी।

सोलर एनर्जी का उत्पादन

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Solar energy

भारत में सोलर एनर्जी के उत्पादन की मांग तेजी से बढ़ रही हैं। 2018 में भारत इंस्टाल्ड केपेसिटी में दुनिया में पांचवें नंबर पर था। उसके दूसरे ही साल 2019 में भारत का नंबर तीसरे स्थान पर आ गया। भारत इस दशक में दुनिया को न सिर्फ सोलर पीवी सप्लाई करेगा, बल्कि भारत में सोलर पार्क स्थापित करने में भी बड़ी भूमिका अदा करेगा। भारत सोलर में आयात रोकेगा और निर्यातक देश बनेगा। अभी सोलर प्लांट में इस्तेमाल होने वाली सोलर पीवी के लिए भारत आयात पर निर्भर रहा है। देश में 16 टीवी की उत्पादन बढ़ाने के लिए अगले वर्षों में पीएलआई योजना के तहत मैन्युफैक्चरिंग को 4 हजार 500 करोड़ रुपए का प्रोत्साहन दिया जाएगा। भारत में सोलर एनर्जी के क्षेत्र में काफी तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। अगले 10 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था बनेगी।

एग्रीकल्चर से Indiase economie मजबूत

Agriculture

Agriculture

भारत में तेजी से सिंचाई की सुविधा, वेयरहाउस और कोल्ड स्टोरेज बढ़ रहे हैं। इसके लिए भारत सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक की पीएलआई योजना शुरू की है। इससे एग्रीकल्चर इस दशक में ग्रोथ इंजन बनेगा। यूनाइटेड नेशंस के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार भारत में उत्पादित खाद्य पदार्थों में से 40% रखरखाव के अभाव में खराब हो जाते हैं। इनकी बर्बादी रोकने के लिए कृषि की जीडीपी में एक लाख करोड़ रुपए जुड़ सकते हैं। भारत सरकार एग्रीकल्चर के क्षेत्र में काफी महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। एग्रीकल्चर के क्षेत्र में प्रोत्साहन योजना में इस उत्पादन को शामिल किया है। देश एग्रीकल्चर के क्षेत्र में तेजी से उन्नति करेगा।

भारत का फार्मा बाजार

Pharma market of India

Pharma market of India

इस दशक में फार्मा के क्षेत्र में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार होगा। दुनिया का फार्मेसी कैपिटल भारत को कहा जाता है। दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा फार्मा मार्केट भारत में है। कोरोनावायरस महामारी में वैक्सीन के क्षेत्र में दुनिया ने भारत की ताकत को देखा है।अगले 10 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था ना केवल दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था होगी बल्कि जापान, जर्मनी और ब्रिटेन को पीछे छोड़ तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। तेजी से बढ़ रहे सर्विस सेक्टर की वजह से नहीं बल्कि मैन्युफैक्चरिंग की वजह से Indiase economie में तेजी आएगी।

इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादक देश

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता देश है। भारत में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है जिसके कारण उत्पादन में तेजी आ रही है। 4 वर्षों में यह सेक्टर 16 फ़ीसदी से अधिक की दर से बढ़ा है। देश में तेजी से इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में उन्नति हो रही है। इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कारोबार इस दशक में तेजी से बढ़ रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर एग्रीकल्चर तक दुनिया में भारत का दम दिखेगा। यह दशक भारत के नाम होगा। 10 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था बन जाएगी। कुछ ऐसे सट्टा नहीं जो अर्थव्यवस्था के लिए ग्रोथ इंजन बनेंगे इनमें फार्मा एग्रीकल्चर  इंफ्रास्ट्रक्चर प्रमुख है।

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