कोविड-19 होने के कारण देश में कई तरह के बदलाव देखने को मिले। पूरी दुनिया में स्वस्थ और आर्थिक क्षेत्र में कोरोनावायरस के कारण चिंता रही। शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव देखने को मिले। ऑनलाइन शिक्षा भविष्य के लिए बहुत बड़ी सफलता साबित होगी। देश में शिक्षा और शिक्षण के क्षेत्र में नई नीतियां बनकर तैयार हो रही है।
डिजिटल प्लेटफार्म पर शिक्षा के क्षेत्र में क्लास और टीचर दोनों ही तैयार हो रहे हैं। आज की वर्तमान शैक्षणिक स्तर को तकनीकी के साथ जोड़कर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र को ई लर्निंग कॉन्सेप्ट के साथ जोड़ना भविष्य के लिए बेहतर विकल्प है।
डिजिटल लर्निंग से वर्चुअल क्लासेस, डिजिटल एजुकेशन, ऑडियो वीडियो, पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन, लर्निंग एप्स की महत्वता बढ़ रही है। देश के सभी सरकारी और निजी स्कूल ई लर्निंग पद्धति को अपना रहे हैं। डिजिटल माध्यमों से शिक्षक और छात्र दोनों आगे बढ़ रहे हैं।
देश में सोशल मीडिया और शिक्षा के डिजिटल साधनों के द्वारा शिक्षण और प्रशिक्षण को अपनाकर हमारा देश तरक्की की नई सीढ़ियां चढ़ेगा। बच्चे ईलर्निंग माध्यम से ऑनलाइन होमवर्क, प्रेजेंटेशन, प्रोजेक्ट्स और असाइनमेंट्स तैयार करके अपने आप को आगे बढ़ा रहे हैं।
स्कूलों द्वारा किए जा रहे प्रयास
स्कूल का अपना ऐप
डिजिटल लर्निंग को अपना अधिकतर स्कूल अपना एप बना रहे हैं। हर स्कूल का अपना ऐप होने से छात्र छात्राओं को उसमें रजिस्ट्रर्ड किया जाता है। एप्स के द्वारा सभी छात्रों को उपस्थिति दी जाती है। अध्ययन के समय शिक्षक यह देख सकते हैं, कि उनके ऐप पर कितने छात्र उपस्थित हैं। ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से अभिभावक अपने बच्चों की समस्त जानकारी हासिल कर सकते हैं। ऑनलाइन लर्निंग में बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का अच्छा मौका है। हमारे देश में शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति देखने को मिल रही है। हर स्कूल अपने स्तर पर नई तकनीक अपनाने की कोशिश कर रहे हैं।
डिजिटल क्लासरूम
पहले की शिक्षा और आज की शिक्षा में काफी बदलाव आ गया है। पहले क्लास रूम में स्लेट और तथ्यों की मदद से पढ़ाई की जाती थी। लेकिन आज शिक्षा के माध्यम के तौर-तरीकों में काफी बदलाव देखने को मिला है। डिजिटल बोर्ड और डिजिटल क्लासरूम के द्वारा स्कूल में डिजिटल स्मार्ट क्लास बनने लगी है। डिजिटल भारत में डिजिटल स्मार्ट क्लास में यंत्रों के माध्यम से बोर्ड पढ़ाई होने लगी है। पिछले कई दशकों से शिक्षा के क्षेत्र में काफी अहम कदम उठाए गए हैं। डिजिटल क्लासरूम की सुविधा के माध्यम से छात्रों को भी पढ़ाई की तरफ रुझान बढ़ रहा है। छात्रों को डिजिटल माध्यम से आधुनिक तरीकों के द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है।
नई तकनीक के साथ शिक्षण उपकरण
देश में वर्तमान परिस्थितियों में शिक्षा को तेजी से तकनीक के साथ जोड़ा जा रहा है। बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल कई महत्वपूर्ण तरीके अपना रहा है। स्कूल अपने तरीके से गूगल हैंड आउट, गूगल शीट्स और यू-ट्यूब जैसी तकनीक का इस्तेमाल करके बच्चों को पढ़ाई के तरीके समझा रहे हैं। ऑनलाइन तरीके से ही पैरंट्स टीचर्स मीट करवाई जाती हैं।
स्कूलों द्वारा ऑडियो वीडियो और पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए क्लास आयोजित की जा रही हैं। शिक्षक और छात्र दोनों ही ऑनलाइन तकनीक का लाभ ले रहे। शैक्षणिक वातावरण को जरूरत के हिसाब से इनोवेटिव शैक्षणिक पद्धति के नए आयामों से जुड़ने का प्रयास हो रहा है।