जिंदगी छोटी नहीं होती… बस लोग जीना देरी से शुरु करते हैं ।
सांझी की गई खुशियां दुगनी होती है, और सांझा किया गया दुख आधा होता है ।
आगे बढ़ने के लिए जीवन में पहले खुद को अपने नज़रों में उठाइये, दुनिया की नजरों में तो स्वयं ही उठ जायेंगे ।
हर इंसान के पास एक दूसरा मौका रहता है, और जिसे लोग “कल” कहते है।
क्रोध और आंधी, जब दोनों शांत हो जाते है तभी मालूम होता है कि कितना नुक्सान हुआ है।