Friday, September 20, 2024
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Joint Pain

जोड़ों के दर्द को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी, समय पर करे ये उपाय

by Divyansh Raghuwanshi
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जोड़ों का दर्द अब आम समस्या बन गई है। पहले तो उम्र दराज लोगों में ही जोड़ों का दर्द देखा जाता था। लाइफस्टाइल के बदलने से युवाओं में भी यह समस्या आम होती जा रही है। महिला हो या पुरुष सभी में जोड़ों के दर्द की समस्या तेजी से बढ़ रही है। जोड़ों के दर्द की समस्या को सामान्य नहीं समझना चाहिए। जब दर्द ज्यादा हो तो डॉक्टर की सलाह पर ही कार्य करना चाहिए।

जोड़ों के दर्द की पहचान

जब शरीर के किसी अंग के जोड़ में खिंचाव, दर्द, अकड़न आदि होती है तो हम उसका घरेलू उपचार करते हैं। घरेलू उपचार से राहत नहीं मिलती तो उसका इलाज शुरू करते हैं। सामान्य रूप से जोड़ों के दर्द की शुरुआत धीरे धीरे होती है। कुछ समय बाद यह दर्द तेजी से बढ़ने लगता है।

जोड़ों के दर्द को पहचानने के लिए सामान्य सुझाव

  • जोड़ों के दर्द का प्रमुख लक्षण चलने फिरने में परेशानी होने होता है। घुटनों में द होने पर उठने बैठने में समस्या आने लगती हैं।
  • जुड़ा में सूजन आ जाती है जिसके कारण यह दर्द पढ़ने लगता है सिकाई करने पर भी इससे आराम नहीं मिलता।
  • कभी-कभी जोड़ों में अकड़न और नरमी महसूस होती है इससे भी जोड़ों के दर्द को पहचान सकते।
  • जब कभी अंदरूनी चोट लगने से दर्द बढ़ता ही जाता है तो जोड़ों के दर्द की शुरुआत हो जाते हैं।
  • जोड़ों के दर्द का एक मुख्य कारण जोड़ों के बीच का तरल पदार्थ का खत्म होना भी होता है। जोड़ों के बीच में एक तरल पदार्थ होता है। जोड़ों की कार्य क्षमता को बनाए रखता है। जब यह खत्म हो जाता है तो जोड़ों के दर्द की समस्या आ जाती है।

जोड़ों के दर्द को रोकना

जोड़ों का दर्द कष्टदायक होता है कभी-कभी यह कई तरह की बीमारियों का कारण भी बन जाता है। जोड़ों के दर्द को रोकना आवश्यक है।

एक्सरसाइज करना

जिन लोगों जोड़ों के दर्द की समस्या है उन्हें हर रोज एक्सरसाइज करना चाहिए। जिससे हड्डियां मजबूत और स्वस्थ रहें।

खानपान का विशेष ध्यान

हम अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें स्वस्थ और संतुलित जीवन बिता सकते हैं। हेल्दी फूड खाने से सभी बीमारियों से राहत मिलती है। अपने खाने में हरी सब्जियां, ताजे फल और विटामिन को लेकर स्वस्थ रह सकते हैं।

वजन को नियंत्रण में रखना

आज के समय में मोटापा एक आम समस्या बन गई है। वजन को नियंत्रित रख कर कई तरह के बीमारियों से बचा जा सकता है। अगर वजन अधिक होता है तो जोड़ों के दर्द की समस्या आती है। जोड़ों के दर्द से बचने के लिए हमें अपने वजन को नियंत्रित करने के उपाय करनी चाहिए। एक्सरसाइज करके और थेरेपी के द्वारा जोड़ों के दर्द से राहत पा सकते हैं। मनुष्य को तनाव लेने की भी आम समस्या हो गई है तनाव बढ़ने से भी जोड़ों का दर्द होता है। तनाव बढ़ता है तो शरीर के अंग कारी करना कम कर देते हैं जिससे जोड़ों के दर्द की समस्या आती है।

ऑपरेशन कराना

जब जोड़ों का दर्द अत्यधिक होने लगता है तो पीड़ित व्यक्ति इलाज करवाता है। अगर उससे भी आराम नहीं मिलता आखिरी रास्ता घुटनों का ऑपरेशन ही होता है। शरीर में जोड़ों के लावा अन्य जोड़ों के भी आर्थ्रोप्लास्टी सर्जरी की जा सकती है।

 

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