कई जानकारों का कहना है, कि भारतीय लोग अपने ही घर में प्रॉपर्टी खरीदने की जगह विदेशों में प्रॉपर्टी खरीदना पसंद कर रहे हैं। प्रॉपर्टी से संबंधित निवेश में वर्तमान समय में अधिकतर भारतीय विदेशों में करना पसंद कर रहे हैं।
अगर आप सोच रहे हैं भारत में घर खरीदने का सोच रहे हैं लेकिन कई कारण होने से आप प्रॉपर्टी नहीं ले पा रहे हैं जैसे प्रॉपर्टी के रेट महंगे होने के कारण या फिर मार्केट कंडीशन अच्छी नहीं है, तो इससे आप को डरने की जरूरत नहीं है। आप भारत की जगह विदेशों में भी अच्छे दाम में और अच्छी कंडीशन के साथ प्रॉपर्टी को खरीद सकते हैं। वर्तमान समय में प्रॉपर्टी खरीदने के लिए विभिन्न देशों में जैसे अमेरिका, इंग्लैंड इत्यादि में अच्छे विकल्प मौजूद हैं।
जानकार की सलाह
हर व्यक्ति का सपना होता है, कि वह विदेश में रहे क्योंकि वहां पर विभिन्न प्रकार की सुख सुविधा है। इन सुख-सुविधाओं में प्रॉपर्टी का सपना भी होता है। विदेश में प्रॉपर्टी खरीदना कोई आसान बात नहीं है लेकिन अगर आपको प्रॉपर्टी मार्केट संबंधित जानकारी है, तो आप बहुत ही आसानी से विदेश में प्रॉपर्टी को खरीद सकते हैं। हर देश में प्रॉपर्टी खरीदने के कुछ अलग अलग कानून होते हैं जिसके कारण प्रॉपर्टी को खरीदने में दिक्कत जाती है इसलिए हमें प्रॉपर्टी खरीदने से पहले किसी जानकार व्यक्ति से सलाह मशवरा आवश्यक रूप से कर लेना चाहिए। आप ऐसे व्यक्ति से सलाह मशवरा कर सकते हैं, जो विदेश में रह रहे हो या फिर जिस को विदेशी प्रॉपर्टी से संबंधित कई प्रकार की जानकारी हो।
भारतीय रियल एस्टेट में लोग इंटरेस्ट नहीं दिखा रहे
विदेशों में अधिकतर लोग प्रॉपर्टी को या तो रहने के लिए या फिर बिजनेस करने के लिए खरीदते हैं। इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है, कि शोध में पता चला कि भारतीयों को फिर चाहे वह रेसिडेंट हो या नॉन रेजिडेंट प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए काफी दिलचस्पी होती है। भारतीय रियल एस्टेट में पिछले 20 सालों में काफी ज्यादा बढ़त देखी गई है। पिछले 5 साल की रिपोर्ट में भारतीय रियल एस्टेट में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली है। इसके कारण भारतीय रियल एस्टेट में लोग इंटरेस्ट नहीं दिखा रहे हैं।
कैपिटल मार्केट, इंवेस्टमेंट सर्विजेस, कोलियर्स इंटरनेशनल इंडिया, नितेश पंजाबी, एसोसिएट डायरेक्टर, का कहना है, कि सही समय पर कुछ डेवलपर्स प्रॉपर्टी की डिलीवरी नहीं कर रहे हैं। इससे यह नुकसान हुआ है, कि निवेशकों के मन में एक संकोच पैदा हो गया। अगर इसी मामले में हम अमेरिका और इंग्लैंड जैसे प्रचलित देशों के रियल एस्टेट मार्केट की तुलना भारत के मार्केट से करें तो यहां की काफी ज्यादा स्ट्रांग है।
रुपए की गिरती कीमतों से विदेश में निवेश करने से आप खुद को बचा सकते हैं। बोरोइंग कॉस्ट भी रेंट से मिलने वाली कमाई भारत की तुलना में लगभग बराबर ही है।
इन कारणों से विदेश में निवेश करना अच्छा माना जा रहा है
भारत के प्रमुख शहर जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, नवी मुंबई में जितने प्रॉपर्टी के दाम हैं उतने ही विदेशों के शहर जैसे न्यू यॉर्क, लंदन, सैन्ट्रल सिंगापुर इत्यादि में भी है। वहा पर प्रॉपर्टी के दाम भारत के मुकाबले में अधिक हैं। वहां पर कुछ अच्छे रियल एस्टेट के द्वारा खरीदने पर आपको डिस्काउंट भी मिल सकता है।
REIT के जरिए कॉमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश करना होगा फायदेमंद