Thursday, November 21, 2024
hi Hindi

पूणे की कंपनी का कोरोना वैक्सीन बनाया, सितंबर अक्टूबर तक बाजार में पंहुचेगा वैक्सीन

by Vinay Kumar
369 views

कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया के लोगो की नींद उड़ गई है। इसमे् क्या गरीब और क्या अमीर हर व्यक्ति इस बीमारी से अपने आप को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन बावजूद इसके कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में पुणे की दवा कंपनी सीरम इस्टीयूट ऑफ इंडिया ने यह दावा पेश किया है कि उन्होंने कोरोना की वैक्सीन बना ली है और इसी साल सितंबर और अक्टूबर में वह इसका उत्पादन शुरू कर देगी। हालांकि अब तक इसकी टेस्टिंग नहीं हुई है, लेकिन फिर भी कंपनी वैक्सीन का ट्रायल और मैनुफैक्चरिंग एक साथ शुरू करने वाली है। यह कंपनी दुनियाभर में सबसे ज्यादा टीके और डोज सप्लाई करती है।

देश की स्थिती को देखते हुए ले रहे हैं रिस्क

ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि आखिर कंपनी बिना ट्रायल ही मैनुफेक्चरिंग क्यो शुरू कर रही है। इस पर कंपनी के सीईओ कहा कि यह कदम देश की ताजा स्थिति को देखते हुए लिया गया है। ऐसे में ट्रायल सफल रहा तो कंपनी सितंबर और अक्टूबर में ही इस वैक्सीन को बाजार में उतार देगी। आपको बता दे यह वैक्सीन ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और सीरम इस्टीयूट द्वारा मिलकर बनाई गई है।

कंपनी के सीईओ पूनावाला ने अपने इंटरव्यू में कोरोना की वैक्सीन को लेकर कहा कि सितंबर- अक्टूबर तक 2 से 4 करोड़ वैक्सीन का लक्ष्य लिया गया है। वंही उन्होने यह भी कहा कि देश में कोरोना वायरस की वैक्सीन जल्द से जल्द बाजार में उतारा जाए इसलिए यह रिस्क लिया गया है। मैनुफैक्चरिंग की शुरूआत में जल्द से जल्द 40-50 लाख तक युनिट बाजार में उतारी जाए कंपनी उसके लिए बिलकुल तैयार है।

बताया जा रहा है कि यह वैक्सीन पूणे की ही फैक्टरी में तैयार की जाएगी क्योंकि इस वैक्सीन के लिए अलग से फैक्टरी लगाने में करीब 2 साल का समय लगेगा वंही इसमें करीब 3000 करोड रूपए का खर्च आएगा। वैक्सीन कंपनी की पुरानी फैक्टरी में ही तैयार की जाएगी, इस वैक्सीन की मैनुफेक्चरिंग में किसी तरह की कोई कमी न आए इसके लिए बाकी सभी दवाइयों के बनाने पर रोक लगा दी जाएगी।

भारत में इतनी होगी कीमत

भारत में इस वैक्सीन की कीमत को बेहद वाजिब दाम पर ऱखे जाने की बात कही जा रही है। यंहा इसकी कीमत 1000 रूपए होगी।

165 देशों को दवा सप्लाई करती है

सीरम कंपनी डेंगू और निमोनिया जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए वैक्सीन बना चुकी है। इसके अलावा कंपनी 165 देशों को करीब 20 तरह की वैक्सीन की सप्लाई करती है। यहां निर्मित कुल वैक्सीन का करीब 80% हिस्सा निर्यात किया जाता है।

SAMACHARHUB RECOMMENDS

Leave a Comment