लद्दाख भारत का जम्मू और कश्मीर में बसा खूबसूरत पर्यटन स्थल है। लद्दाख में दो कूबड़ वाले उठ पाए जाते हैं यह पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण होता है। लद्दाख ठंडा रेगिस्तान है जहां पर उबर खाबड़ स्थान है। यहां पर कई प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं। लेह और लद्दाख भारतीय राज्य जम्मू कश्मीर का विशेष पर्यटन स्थल है। लद्दाख दक्षिण में हिमालय तक फैला हुआ है। जम्मू और कश्मीर राज्य तीन भागों में विभाजित है। जम्मू, कश्मीर और लद्दाख यह तीनों भाग मिलकर सुंदर जम्मू कश्मीर का निर्माण करते हैं। लद्दाख भी लेह और कारगिल जिलों में बटा हुआ है। सुंदर बाजारों और सुरम्य स्थानों के कारण लेह बेहद लोकप्रिय शहर है। एडवेंचर के लिए दुनिया भर के पर्यटक बर्फबारी ट्रैकिंग देखने के लिए यहां घूमने आते हैं।
लद्दाख में घूमने की प्रमुख जगह
लद्दाख घूमने जाना सभी का सपना होता है। यहां जाने के लिए अधिक समय लेकर जाएं जिससे सभी जगह अच्छे से घूम सकें। लद्दाख में घूमने के लिए नदी राफ्टिंग और ऊंट की सवारी बेहद आकर्षक है। अगर आप लद्दाख जाकर ट्रैकिंग, जीप सफारी और माउंटेन बाइकिंग नहीं कर पाए तो आपने कुछ नहीं किया। लद्दाख तो खूबसूरती की मिसाल है। बारालाचा ला दर्रा और जांगला मठ बेहद लुभावने दृश्य हैं। शांति स्तूप लाचुंग ला पास की बात तो अनोखी ही है। जोजिला दर्रा बेहद प्रसिद्ध है। लद्दाख में चादर ट्रैकिंग और लद्दाख के महल देखने लायक हैं।
लद्दाख का सफर
लद्दाख जाने के लिए हम ट्रेन हवाई सफर या बस के द्वारा आराम से पहुंच सकते हैं। अगर हवाई सफर करते हैं तो लेह एयरपोर्ट पर कुशोक बकुला रिनपोचे हवाई अड्डा है यह दिल्ली शहर कई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों से जुड़ा हुआ है। यहां पहुंचकर टैक्सी के द्वारा लद्दाख जा सकते हैं। अगर हमें बस से लद्दाख जाना है तो श्रीनगर और मनाली से सरकारी या निजी बसों के द्वारा लद्दाख पहुंच सकते हैं। लद्दाख जाने के कई रास्ते हैं, जैसे मनाली से बस से लद्दाख जाएंगे तो रोहतांग दर्रे से होते हुए लेह लद्दाख पहुंचेंगे। श्रीनगर से जाना चाहते हैं तो बस में बैठकर जोजिला दर्रा होते हुए लद्दाख पहुंच जाएंगे। नई दिल्ली से बस का सफर तय करने के लिए लद्दाख पहुंचने में 4 दिन का समय लगता है। बस से भी आराम से लद्दाख पहुंचा जा सकता है। ट्रेन से लद्दाख जाने के लिए रेलवे स्टेशन कोलकाता मुंबई सहित कई स्थानों पर ट्रेन से लद्दाख तक 2 दिन से 3 दिन में पहुंचा जा सकता है। ट्रेन से 700 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।
लद्दाख में रुकने के स्थान
लद्दाख तो बेहद खूबसूरत शहर है यहां पर कई सारे होटल और गेस्ट हाउस है जहां पर रुकने की व्यवस्था आराम से हो जाएगी। यहां पर कम से कम रेंज में भी होटल और कमरों की सुविधा उपलब्ध है। होटल से ही मनमोहक दृश्य देखने को मिल जाते हैं। दुनिया की सबसे ऊंची मोटर से यात्रा करने के लायक रोड लद्दाख में मौजूद हैं। मोटरबाइक का आनंद लद्दाख में लिया जा सकता है। लेह लद्दाख में स्टेट नीली और रहस्यमई खारे पानी की सबसे ऊंची झील है। सर्दियों के मौसम में यह जम जाती है। लेह लद्दाख में हैनले भारतीय खगोल वेधशाला स्थित है। लद्दाख की वेधशाला दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी ऑप्टिकल टेलिस्कोप है। लद्दाख को त्योहारों का शहर भी कह सकते हैं। यहां पर अधिक संख्या में त्यौहार मनाए जाते हैं। तिब्बती टॉप बौद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। लद्दाख के लोसर फेस्टिवल, सिंधु दर्शन महोत्सव और हेमिस फेस्टिवल काफी प्रसिद्ध है। लद्दाख बेहद खूबसूरत और रमणीय पर्यटन स्थल है।