बॉलीवुड की नामी सिंगर कनिका कपूर पिछले लंबे समय से विवाद में बनी हुई हैं, बीते महीने वह लंदन से लौटी थी। वह जब भारत लौटी तो वह कोरोना वायरस से संक्रमित थी, लेकिन बावजूद इसके उन्होने खुद को आईसोलेट करने की बजाय पार्टियों में समय बिताया, जिसकी वजह से पूरे देश में लोग उन्हो कोसते दिखाई दिए, अपनी इन्ही हरकतों की वजह से उन पर कई एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी हैं। लेकिन विवाद यंही नहीं थमे। अस्पताल में दाखिल कराए जाने के बाद उन पर यह भी आरोप लगाए गए कि वह इलाज में सहयोग नहीं दे रही हैं। इस पर अब उनके परिवार ने उनकी तरफ से जवाब दिया है।
परिवार ने किया बचाव
हाल ही में कनिका कपूर के परिवार ने इंडिया टूडे से बात चीत के दौरान कनिका पर लगे आरोपो का खंडन किया। दरअसल अस्पताल प्रशासन द्वारा यह आरोप लगाया गया था कि कनिका सेलेब होने के कारण नखरे दिखा रही हैं। इसी आरोप पर किनका के परिवार ने बताया कि डॉक्टर ने कनिका को एक पर्दे के पीछे ही कपड़े बदलने को कहा था जिसमें वह कम्फर्टेबल नही थी। साथ ही जब वह अस्पताल में दाखिल हुी तो क्वारेंटाइन वार्ड में गंदगी और धूल बहुत ज्यादा थी और कनिका ने उसी गंदगी को लेकर नाराजगी जताई थी।
कनिका कपूर ने भी दी थी सफाई
ज्ञात हो कि इससे पहले खुद कनिका कपूर ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में बताया था कि जब वह अस्पताल में दाखिल हुई तो उनकी तबियत काफी खराब थी और भूख लग रह थी, यह बात असपताल प्रशासन को बताने के बावजूद उन्हे केवल एक छोटी पानी की बोतल, दो केले और एक संतरा दिया गया था और उन पर भी मक्खियां भिनभिना रही थी। समय पर कुछ खाना न मिलने की वजह से वह दवाई भी नहीं ले पा रही थी। उन्होने बताया कि बुखार होने के बावजूद भी कोई उन्हे अटेंड करने नहीं आया और जब उन्होने अपने आसा पास सफाई की डिमांड की तो उस पर डॉक्टर ने यह कह डाला कि यह कोई फाइव स्टार होटल नहीं है जो आप इस तरह का ट्रीटमेंट चाह रही हैं।
कनिका मार्च के पहले हफ्ते में लंदन से लौटी थीं और अपने माता-पिता के पास लखनऊ चली गई थीं जहां 20मार्च को उनकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और तभी से वह आइसोलेशन में रखी गई हैं। कनिका ‘बेबी डॉल’ और ‘चिट्टियां कलाइयां’ जैसे गानों के लिए मशहूर हैं। वह तीन बच्चों की सिंगल मदर हैं।