एनसीसी में मुख्यतः ए और बी सी सर्टिफिकेट होते हैं। यह सर्टिफिकेट जल, थल, वायु तीनों सेनाओं के होते हैं जिसके एग्जामिनेशन साल के अंत में होते हैं। एनसीसी की क्लास बटालियन में लगाई जाती हैं। ए, बी और सी सर्टिफिकेट में ग्रेडिंग होती है जिसमें अल्फा ग्रेड, बीटा ग्रेड और सी ग्रेड होता है। इसमें अल्फा ग्रेड को विशिष्ट कैटेगरी में रखा जाता है। एनसीसी से बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और इसके अलावा वह साहसी, निडर व दूसरों से बात करने की कला इत्यादि सीखते हैं।
“ए” सर्टिफिकेट की तैयारी
इस सर्टिफिकेट की तैयारी के लिए सर्वप्रथम 9वी या दसवीं कक्षा में स्कूलों में एनसीसी में प्रवेश लिया जाता है। एनसीसी के लिए वही विद्यार्थी एलिजिबल होते हैं, जो मानसिक रूप से स्वस्थ हो, बौद्धिक क्षमता हो और शारीरिक रूप से विकलांग ना हो। अगर यह सब गुण हैं, तो वह एनसीसी में प्रवेश ले सकता है। सर्वप्रथम एनसीसी का ए सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए 2 साल की ट्रेनिंग स्कूल में होती है जिसमें बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को सिखाया जाता है और विभिन्न प्रकार के कैंप ले जाकर बाहर के बच्चों के साथ रहन-सहन को सिखाया जाता है। 2 साल के पश्चात यह सर्टिफिकेट को प्राप्त किया जा सकता है। स्कूल किसी ना किसी बटालियन से संबंधित होते हैं जिसके द्वारा यह सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है।
“बी” सर्टिफिकेट की तैयारी
बी सर्टिफिकेट का एग्जाम कॉलेज में पहुंचने पर होता है। इसके लिए कॉलेज में एनसीसी को लेना पड़ता है इसके पश्चात बी सर्टिफिकेट की तैयारी 2 साल की होती है। इस सर्टिफिकेट को प्राप्त करने के लिए 2 साल निरंतर परेड करनी पड़ती है। यह परेड केवल रविवार को ही होती है। एनसीसी में हर रविवार को नाश्ता दिया जाता है। ड्रेस के लिए कपड़ा व आने-जाने का खर्च दिया जाता है। इसको प्राप्त करने के लिए “सीएटीसी” कैंप का अटेंड करना आवश्यक रूप से अनिवार्य होता है। इसके पश्चात ही बी सर्टिफिकेट का एग्जाम देने दिया जाता है। इसमें एनसीसी के छात्रों को बटालियन या कॉलेज से रैंक प्रदान की जाती है ।
“सी” सर्टिफिकेट की तैयारी
सी सर्टिफिकेट का एग्जाम बी सर्टिफिकेट के 1 साल के पश्चात ही होता है। इसके लिए दो सीएटीसी कैंप करना अनिवार्य होता है। जो छात्र सी सर्टिफिकेट की तैयारी करता है, वह अत्यधिक ज्ञानवान वा परेड करने में कुशल होता है। इसके अलावा साहसी, गुणवान व आत्मविश्वास से भरा रहता है। सी सर्टिफिकेट का स्टूडेंट विभिन्न प्रकार के कैंप को कर चुका होता है जैसे- आरडीसी, आईडीसी, सीएटीसी, टीएससी, एनआईसी, इत्यादि। साल के अंत में सी सर्टिफिकेट का प्रैक्टिकल होता है और उसके पश्चात ही एग्जाम को आयोजित करवाया जाता है। कुछ समय के पश्चात ही एग्जाम के परिणाम को घोषित कर एनसीसी के छात्रों को सी सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है।
एनसीसी के यह तीनों सर्टिफिकेट की भारत की जल, थल, वायु तीनों सेनाओ के विभिन्न एग्जाम में उपयोगिता होती है। इस सर्टिफिकेट के द्वारा सेनाओं के विन्न पदों में प्राथमिकता दी जाती है। यह सर्टिफिकेट जिस बच्चे के पास होता है, उसको सरकारी जॉब में भी प्राथमिकता दी जाती है।