पार्न स्टार से बॉलीवुड की जान बनी सनी लियोन का नाम लेने से कुछ डरते हैं तो कई होते हैं जिन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. अब इस बात को राम गोपाल वर्मा ने सोचने के लिए मजबूर कर दिया है कि क्या सनी लियोन बनना गलत है.
आपको बता दें कि 11 मिनट 29 सैकेण्ड की शार्ट फिल्म ‘मेरी बेटी सनी लियोन बनना चाहती है’ को राम गोपाल वर्मा द्वारा निर्देशित किया गया है. फिल्म में दिखाया गया है कि एक लड़की है जो अपने माता-पिता से कह रही है मैं सनी लियोन बनना चाहती हूं. मुझे पैसा कमाना है. यह बहस एक बंद कमरे में चलती है. जहां वह अपने माता-पिता को कन्वेंस कर रही है कि मुझे पार्नस्टार बनना है.
मतलब यह है कि वह एक पार्नस्टार बनकर अपना नाम कमाना चहाती है. आपको यह थोड़ी असहज जरूर लगेगी. देखा जाएं तो फिल्म सोसाइटी से बिल्कुल परे है.
अभी तक सभी की समझ बाहर है कि रामू इस फिल्म के जरिए सनी ने जो अपने करियर के लिए संघर्ष किया यह दिखाना चहाते है या करियर में पार्नस्टार बनना गलत नहीं है ये दिखाना चाहते हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले भी रामू ने सनी लियोन को लेकर कहा था कि सभी महिलाएं अपने पतियों को उसी प्रकार सुख दें जैसे सनी लियोनी दे रही हैं.