यौन क्रिया एक आनंददायी प्रक्रिया है जो हर जीवित प्राणी अपने जीवन में अवश्य करता है। यौन प्रक्रिया हमारे वंश को आगे बढ़ाने का एक ज़रिया है लेकिन क्या आप जानते हैं यौन प्रक्रिया के कारण यौन संचारित रोग (Sexually Transmitted Disease) भी जन्म लेते हैं?
जी हाँ, जब कोई व्यक्ति असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करता है तो ऐसे में यौन संचारित रोगों (Sexually Transmitted Disease) की संभावना बढ़ जाती है। यौन संचारित रोग (Sexually Transmitted Disease) वास्तव में एक बेहद गंभीर और सोचनीय विषय है तथा इसके प्रति जागरूकता होना अत्यंत आवश्यक है।
कई बार ऐसा देखा जाता है कि यौन से संबंधित ज्ञान न होने के कारण लोग असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करते हैं। नतीजा ये होता है कि उन्हें यौन संचारित रोगों (Sexually Transmitted Disease) का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार की स्थिति ना पैदा हो इसके लिए हमें यौन संचारित रोगों से सम्बंधित जागरूकता को लोगों के बीच रखना होगा। आज का हमारा ये लेख यौन संचारित रोगों (Sexually Transmitted Disease) तथा उसके लक्षण व बचाव को समर्पित है। आइए इस महत्वपूर्ण विषय पर थोड़ी चर्चा करते हैं।
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यौन संचारित रोगों (Sexually Transmitted Disease) के लक्षण-
असुरक्षित यौन संबंध तथा एक से अधिक पार्टनर के साथ यौन संबंध स्थापित करने से यौन संचारित रोगों (Sexually Transmitted Disease) का ख़तरा बढ़ जाता है। जब किसी व्यक्ति को यौन संचारित रोग (Sexually Transmitted Disease) होता है तो ऐसे में उसके शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं जो निम्नवत है-